सोमवार, 5 सितंबर 2011

अमेरिका, कनाड़ा में लोक कला का जादू बिखेर कर लौटे रिद्म ऑफ राजस्थान के कलाकारों का स्वागत



अमेरिका, कनाड़ा में लोक कला का जादू बिखेर कर लौटे रिद्म ऑफ राजस्थान के कलाकारों का स्वागत
बाड़मेर रिद्म ऑफ राजस्थान के कलाकार अमेरिका/कनाडा में मारवाड़ की लोक कला का जादू बिखेर दो माह बाद वापस बाड़मेर लौट आए। ग्रुप के मुख्य कलाकार फकीरा खान ने बताया कि ग्रुप के डॉयरेक्टर नितीन हर्ष के नेतृत्व में स्वदेश लौटने पर कलाकार कॉलोनी व शहर के गणमान्य लोगों ने सभी का माला पहना स्वागत किया। फकीरा खान ने बताया कि दल ने एक मिसाल कायम की। हॉलीवुड बाउल में ऑस्कर विजेता व वर्ड म्यूजिक डॉयरेक्टर एआर रहमान के साथ अपनी लोक कला को हजारों दर्शकों ने देखा और सुना।

लोक भजनों ने खूब रिझाया

कलाकार फकीरा खान ने बताया कि भवई, कालबेलिया नृत्य ने श्रोताओं को थिरकने के लिए मजबूर कर दिया। पणिहारी, निंबूड़ा-निंबूड़ा एवं धमाधम मस्त कलंदर पर भी खूब वाहवाही लूटी। उन्होंने बताया बाबा रामदेवजी रो हेलो रुणेचा रा राजा, अजमल जी रां कवरा के भजन पर सभी दर्शक नाचने लगे। वहीं राधा-कृष्ण, मीराबाई के भजन सहित मोहनपुरी महाराज का भजन तपधारी जोगेसर तारातर एवं चंचल स्वामी अंतर्यामी के भजनों को एकचित्त होकर सुना एवं दिल से सराहा। फकीरा खान ने बताया मारवाड़ की कला को सुन प्रवासी भारतीयों को अपने वतन की याद आई जिसे वतन के संगीत ने पूरी कर दी।

अमेरिका फोक फेस्टिवल, कनाडा के जिघ्सी फेस्टिवल सहित वर्ड म्यूजिक फेस्टिवल में लोक कलाकार बिसाला के फकीरा खान, रामसर के जाकब खां, आसीन खां, शकूर खां, मेहबूब खां लंगा, बडऩवा जागीर के लोक कलाकारों ने दो माह तक धमाकेदार प्रस्तुति दी

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