गुरुवार, 22 सितंबर 2011

जी घोटाला: चिदंबरम देंगे इस्‍तीफा?


नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम इस्‍तीफा देंगे? 2जी घोटाले में उनका नाम आने के बाद यह सवाल जोर पकड़ रहा है। भाजपा ने तत्‍काल उनके इस्‍तीफे की मांग की है। एआईएडीएमके प्रमुख जे. जयललिता भी उनके साथ आ गई हैं। जया का कहना है कि जिस तरह सीबीआई ने अपनी ओर से पहल कर ए. राजा के खिलाफ कार्रवाई की, चिदंबरम के मामले में भी उसे वैसी ही सक्रियता दिखानी चाहिए। लेकिन सरकार ने दलील दी है कि 2जी घोटाले की जांच पर अब सुप्रीम कोर्ट को अपनी निगरानी बंद कर देनी चाहिए। हालांकि जनता पार्टी के अध्‍यक्ष सुब्रमण्‍यम स्‍वामी 2जी घोटाले में चिदंबरम की भूमिका को संदिग्‍ध बताते हुए इसकी सीबीआई से जांच कराने की मांग अदालत से कर चुके हैं। अदालत इस मामले में मंगलवार को अंतिम सुनवाई करेगी। संभव है, उसी दिन उनकी याचिका पर इसे लेकर कोई फैसला आ जाए।

गुरुवार को स्‍वामी की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। स्‍वामी ने जहां सीबीआई जांच की इजाजत देने के पक्ष में दलील रखी, वहीं सरकार की ओर से पेश वरिष्‍ठ वकील पीपी राव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट अब 2जी घोटाले की जांच की निगरानी बंद कर दे। उन्‍होंने तर्क दिय कि निचली अदालत में चार्जशीट दायर हो चुकी है। इसलिए अब जांच की निगरानी की जरूरत नहीं है। लेकिन इस पर कोर्ट ने कड़ा रुख दिखाया और पूछा- ये कैसे कह सकते हैं कि जांच पूरी हो गई है। याचिका पर सुनवाई मंगलवार तक जारी रहेगी। स्‍वामी ने कहा कि हो सकता है कोर्ट उसी दिन अपना फैसला भी सुना दे।

स्‍वामी ने चिदंबरम को भी सीबीआई जांच के दायरे में लाए जाने की मांग को लेकर याचिका दायर की है। एक निजी चैनल से बातचीत में स्वामी ने आरोप लगाया है कि चिदंबरम ने राजा के साथ मिलकर स्पेक्ट्रम की दरें तय की थीं। हालांकि सीबीआई ने टू जी स्पेक्ट्रम घोटाला मामले में पी. चिदम्बरम को सह-अभियुक्त बनाने की मांग का मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में विरोध किया था।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें