चिकित्सक ने मचाया हंगामा
बाड़मेर से दुर्गसिंह राजपुरोहित कि रिपोर्ट
गाड़ी में बैठे ये जनाब कोई अपराधी नहीं हैं जिनको पुलिस ने गिरफ़्तार किया हो ! आप बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक हैं डॉ. रामकिशोर महेश्वरी ! बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय में कार्यरत एक वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आर के महेश्वरी ने जबरदस्त हंगामा मचाते हुए पुलिस को आड़े हाथो ले लिया ! दरअसल प्रभारी मंत्री दिलीप चौधरी ने पुलिस और प्रशासन को आदेश दिए थे कि शाम तक किसी भी सूरत में हॉस्पिटल के आगे खड़े वाहनों को हटाए ! पुलिस ने ऐसा ही किया और डॉ. साहब कि स्कूटी को भी गाड़ी में डाल दिया ! बस फिर क्या दो घंटे तक डॉ. साहब गाड़ी में बैठे रहे और उनको भी जेल में डालने कि मांग करने लगे ! बाद में पुलिस के अधिकारी वहा पहुंचे और मान-मुन्नवल कर उनको और उनकी गाड़ी को ससम्मान हॉस्पिटल में उतारा ! '
दरअसल इनका यह आरोप हैं कि पुलिस ने उनसे बदतमीजी कि और जब वे मरीज देख रहे थे पुलिस ने उनकी चिकित्सालय के बाहर खड़ी गाड़ी को उठा दिया और अपनी वेन में डाल दिया ! इसके बाद डॉ. साहब ने आप खोया और खुद जाकर बैठ गए पुलिस वेन में और कहने लगे कि उन्हें भी जेल में डाल दो क्युकि वो भी ओन ड्यूटी हैं और पुलिस के अधिकारी कुछ भी कर सकते हैं ! पुलिस ने शुरुआत में सोचा कि पांच मिनट तक चिल्ला कर डॉ . परेशान होंगे तो गाड़ी से उतर जाएनेगे , लेकिन डॉ महेश्वरी कहा मानने वाले थे , वे भी दो घंटो तक गाड़ी में पुलिस को कोसते रहे और नहीं उतरे !
बाद में मजबूर होकर पुलिस को ही गाड़ी वापस हॉस्पिटल परिसर लानी पड़ी और डॉ. साहब को गाड़ी के साथ ससम्मान वहा उतारना पड़ा !
लेकिन जब मिडिया ने डॉ. महेश्वरी से पुछा कि हंगामा क्यों किया ? तो वे अपना ब्रीफकेश ले कर भाग खड़े हुए ! लेकिन सी एल देवासी एस डी एम् बाड़मेर ने इस मामले के समबन्ध में कलेक्टर और प्रभारी मंत्री को शिकायत का बोला हैं ! उन्होंने कहा कि व्यवस्था को इस तरह के लोग ही बिगड़ रहे हैं !
डॉ साहब को मनाने के लिए काफी कोशिशे पुलिस उपाधीक्षक नाजिम अली ने भी कि लेकिन आखिरकार डॉ. कि जिद के आगे पुलिस ने भी हार मान ली !
दरअसल इनका यह आरोप हैं कि पुलिस ने उनसे बदतमीजी कि और जब वे मरीज देख रहे थे पुलिस ने उनकी चिकित्सालय के बाहर खड़ी गाड़ी को उठा दिया और अपनी वेन में डाल दिया ! इसके बाद डॉ. साहब ने आप खोया और खुद जाकर बैठ गए पुलिस वेन में और कहने लगे कि उन्हें भी जेल में डाल दो क्युकि वो भी ओन ड्यूटी हैं और पुलिस के अधिकारी कुछ भी कर सकते हैं ! पुलिस ने शुरुआत में सोचा कि पांच मिनट तक चिल्ला कर डॉ . परेशान होंगे तो गाड़ी से उतर जाएनेगे , लेकिन डॉ महेश्वरी कहा मानने वाले थे , वे भी दो घंटो तक गाड़ी में पुलिस को कोसते रहे और नहीं उतरे !
बाद में मजबूर होकर पुलिस को ही गाड़ी वापस हॉस्पिटल परिसर लानी पड़ी और डॉ. साहब को गाड़ी के साथ ससम्मान वहा उतारना पड़ा !
लेकिन जब मिडिया ने डॉ. महेश्वरी से पुछा कि हंगामा क्यों किया ? तो वे अपना ब्रीफकेश ले कर भाग खड़े हुए ! लेकिन सी एल देवासी एस डी एम् बाड़मेर ने इस मामले के समबन्ध में कलेक्टर और प्रभारी मंत्री को शिकायत का बोला हैं ! उन्होंने कहा कि व्यवस्था को इस तरह के लोग ही बिगड़ रहे हैं !
डॉ साहब को मनाने के लिए काफी कोशिशे पुलिस उपाधीक्षक नाजिम अली ने भी कि लेकिन आखिरकार डॉ. कि जिद के आगे पुलिस ने भी हार मान ली !
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