नई दिल्ली दो महिलाओं समेत तीन गिरफ्तार दिल्ली पुलिस ने राजधानी से अगवा किशोरियों को हरियाणा ले जाकर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दो महिलाओं और एक खरीददार को गिरफ्तार किया है।
साथ ही इनके चंगुल से एक किशोरी को भी मुक्त करा लिया है। यह गिरोह इन किशोरियों को 70 हजार से डेढ़ लाख रुपए तक में बेचता था। आरोपी अभी तक दर्जनभर से अधिक किशोरियों को हरियाणा में बेच चुके हैं। इस मामले ने एक बार फिर हरियाणा में गिरते लिंग अनुपात की समस्या को उजागर कर दिया है।
उत्तर-पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त संजय कुमार जैन ने बताया कि एक जुलाई 2011 को सीलमपुर इलाके से 14 वर्षीय एक किशोरी रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गई थी। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर एसएचओ संजीव गुप्ता की देखरेख में एक टीम बनाई। जांच में पता चला कि घटना वाले दिन किशोरी शास्त्री पार्क स्थित अपने घर से खजूरी इलाके में रहने वाली सहेली से मिलने गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी।
इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली की किशोरी को शाहबाद, कुरुक्षेत्र, हरियाणा में एक घर में बंधक बना कर रखा गया है। पुलिस टीम ने शाहबाद में दबिश देकर किशोरी को मुक्त कराया तथा एक युवक को भी दबोचा, जिसकी पहचान रणधीर सिंह (32) के रूप में की गई। रणधीर सिंह ने पुलिस को बताया कि उसने किशोरी को आशियां नामक महिला से 70 हजार रुपए में शादी करने के लिए खरीदा है।
रणधीर सिंह की निशानदेही पर आशियां को भी गिरफ्तार किया गया। आशियां ने खुलासा किया कि इस किशोरी को संजीदा उर्फ सावित्री नामक महिला दिल्ली से अगवा कर लाई थी, जो गिरोह की सरगना है। किशोरी ने पुलिस को बताया कि जब वह खजूरी खास इलाके से शास्त्री पार्क लौट रही थी तो रास्ता भटक गई। इसी बीच उसे संजीदा मिली और उसने बहला फुसला कर उसे अपने घर में बुला लिया।
फिर उसे बहाने से कुरुक्षेत्र ले गई, जहां पर उसने आशियां की मदद से किशोरी को बेच दिया। पुलिस संजीदा की तलाश में जुटी और उसे दबोच लिया। संजीदा ने बताया कि उसका दूसरा पति जयपाल इस धंधे में लिप्त था, लेकिन पांच-छह माह पहले उसकी हत्या कर दी गई, जिसके बाद से संजीदा इस धंधे को चलाने लगी। संजीदा का कहना है कि जयपाल और वह अब तक एक दर्जन से अधिक किशोरियों को हरियाणा में बेच चुके हैं।
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