मेरठ में पंचायत की मदद से आखिर मुहब्बत जंग जीत गई। अब चार बच्चों की मां अपने प्रेमी के संग रहेगी और बच्चे अपने बाप के साथ। मेरठ के गांव जाहिदपुर में चार बच्चों की मां गीता (बदला नाम) गांव के ही एक युवक से प्रेम करती थी। पिछले आठ दिनों से वह अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए उसके घर के बाहर बच्चों को साथ लेकर धरने पर बैठी थी। उसका प्रेमी तो उसे पत्नी की तरह अपने साथ रखने लिए तैयार था, लेकिन उसके परिवार वाले इस बेमेल शादी को राजी नहीं थे।
गीता अपनी जिद पर अड़ी थी कि अब रहेगी तो केवल अपने प्रेमी के साथ। गांव में हुई पंचायत में पंचों ने दोनों की बात सुनी और फैसला सुनाया कि गीता प्रेमी के साथ रहेगी और उसके चारों बच्चे अपने पिता के साथ। पंचायत ने उन्हें सुझाव दिया कि शादी पर पक्की मोहर लगवाने के लिए दोनों कोर्ट में शादी कर सकते हैं, लेकिन इससे पहले उसे अपने पति से तलाक लेनी होगी, जिसकी तैयारी वह कर रही है।
गीता अपनी जिद पर अड़ी थी कि अब रहेगी तो केवल अपने प्रेमी के साथ। गांव में हुई पंचायत में पंचों ने दोनों की बात सुनी और फैसला सुनाया कि गीता प्रेमी के साथ रहेगी और उसके चारों बच्चे अपने पिता के साथ। पंचायत ने उन्हें सुझाव दिया कि शादी पर पक्की मोहर लगवाने के लिए दोनों कोर्ट में शादी कर सकते हैं, लेकिन इससे पहले उसे अपने पति से तलाक लेनी होगी, जिसकी तैयारी वह कर रही है।
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