रविवार, 7 अगस्त 2011

जामिया मिलिया इस्लामिया की फर्जी डिग्रियां


नई दिल्ली। बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलाने के लिए जामिया मिलिया इस्लामिया की फर्जी डिग्रियां बेचने के आरोप में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने शनिवार को पांच युवकों को गिरफ्तार किया है। इन युवकों में दो युवक दो साल से यह काम कर रहे थे।

संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप गोयल ने बताया कि पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी की जामिया की फर्जी डिग्री बेचने के लिए तीन लोग आज आ रहे हैं। मुखबिर की निशानदेही पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त प्रमोद कुशवाह और एसीपी एमसी कटोच की देखरेख में एक टीम का गठन किया गया और उनकी घेराबंदी की गई।

पुलिस टीम ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाना क्षेत्र में सूर्या होटल के पास पार्किंग में दबिश दी। यहां से पुलिस ने ग्रीन फील्ड कॉलोनी, फरीदाबाद निवासी निमेश पुरुथी, फ्रीडम फाइटर कॉलोनी नेबसराय निवासी मार्टिन और जामिया नगर निवासी आतिफ को दबोच लिया। तीनों एक कार में बैठकर ग्राहक का इंतजार कर रहे थे।

मौके पर तीनों के पास से बीए, बीकॉम, बीएड और 12वीं के चार फर्जी सर्टिफिकेट मिले। पूछताछ में इन्होंने बताया कि यह रेहान और जितेंद्र उर्फ साहिल से फर्जी सर्टिफिकेट बनवाते हैं। तीनों के बताए पते पर पुलिस ने छापेमारी की और रेहान और जितेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से लैपटॉप, पेन ड्राइव और अन्य फर्जी कागजात बरामद किए।

पूछताछ में पता चला कि रेहान और जितेंद्र इस धंधे का मास्टरमाइंड है। यह दोनों फर्जी सर्टिफिकेट तैयार करते थे और निमेश, मार्टिन और आतिफ ग्राहकों की व्यवस्था कर सर्टिफिकेट को 50 से 55 हजार रुपये में बेच देते थे। गिरोह अब तक 100 से भी ज्यादा लोगों को फर्जी दस्तावेज बेच चुका है। पुलिस ने बताया कि निमेश नोएडा में एक कंपनी में सहायक प्रबंधक हैं। जबकि आतिफ आरेंज बिजनेस सर्विसेज टेलीकॉम कंपनी, गुड़गांव में फेसिलिटी हेल्प डेस्क एग्जीक्यूटिव है। मार्टिन रेस्टोरेंट एवं होटल में फूड एंड ब्रेवरीज सलाहकार का काम करता है। इसके अलावा रेहान खान बाटला हाउस में प्रापर्टी डीलर है।

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