मंगलवार, 30 अगस्त 2011

दागदार वर्दीः शादी के नाम पर शोषण,



नई दिल्ली.दिल्ली पुलिस की वर्दी पर एक बार फिर दाग लगा है। दाग लगाने वाला कोई और नहीं बल्कि एक सिपाही है, जिस पर 25 वर्षीय एक महिला ने शादी का झांसा देकर एक वर्ष से भी ज्यादा समय तक हवस का शिकार बनाने का आरोप लगाया है।

इतना ही नहीं महिला एक बच्चे को भी जन्म दे चुकी है और अब अपने व बच्चे के भविष्य के लिए चिंतित है। सिपाही पहले से शादीशुदा है और तीन बच्चों का बाप है। पोल खुलने के बाद सिपाही ने पीड़िता को चुप रहने के लिए जान से मारने की धमकी भी दी। महिला की शिकायत पर आरोपी सिपाही के खिलाफ सरिता विहार थाने में आईपीसी की धारा 376/506 के तहत एफआईआर संख्या 185/11 दर्ज की गई है। फिलहाल आरोपी सिपाही को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

जानकारी के अनुसार 25 वर्षीय रूबिना (बदला हुआ नाम) आली गांव में रहती है। आरोपी सिपाही का नाम धीरेंद्र है, जो फिलहाल पीसीआर में तैनात है। वर्ष 2009 तक धीरेंद्र सरिता विहार थाने में तैनात था और आली गांव का बीट कांस्टेबल था।

उसी दौरान धीरेंद्र और रूबिना की जान पहचान हुई। सरिता विहार थाने से तबादला होने के बाद भी धीरेंद्र आली गांव जाता रहा और रूबिना से मिलता रहा। रूबिना की शिकायत के अनुसार दोनों के बीच काफी करीबी बढ़ गई और उनके बीच संबंध भी बन गए। धीरेंद्र उससे शादी का वादा करता रहा और उसे अपनी हवस का शिकार बनाता रहा।

वर्ष 2010 में जब रूबिना गर्भवती हुई तो धीरेंद्र ने एक मंदिर में उसके साथ शादी करने का नाटक रचा। रूबिना ने एक बच्चे को भी जन्म दिया। वर्ष 2011 की शुरुआत में धीरेंद्र उसके साथ ही आली गांव में था। तभी उसके मोबाइल पर कोई फोन आया।

वह फोन के नजदीक नहीं था, इसलिए रूबिना ने फोन सुना, जिसे सुनते ही उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। दरअसल वह फोन धीरेंद्र की असली पत्नी का था। जब रूबिना ने धीरेंद्र से पूछा तो उसने कहा कि वह पहले से शादीशुदा है और उसके तीन बच्चे भी हैं, वह उन्हें नहीं छोड़ सकता।

जब रूबिना ने उसे अपनी शादी व छोटे से बच्चे का वास्ता दिया तो उसने कहा कि उसे दोनों से कोई लेना-देना नहीं है और मंदिर में हुई शादी महज दिखावा थी। जब रूबिना ने पुलिस से मामले की शिकायत करने की बात कही तो धीरेंद्र ने उसे जान से मारने की धमकी दी।

रूबिना ने हिम्मत नहीं हारी और किसी तरह सरिता विहार थाने में मामले की शिकायत की। थाने में कोई सुनवाई न होने पर वह अतिरिक्त आयुक्त पुलिस से भी मिली।

वहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो वह दिल्ली पुलिस की विजिलेंस शाखा में अपनी फरियाद लेकर पहुंची। रूबिना की शिकायत पर विजिलेंस जांच की गई, जिसके बाद अगस्त माह में रूबिना के आरोपों में सच्चाई पाई गई और इस बाबत धीरेंद्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए।

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