अम्बाला. कैंट के वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम में मंगलवार को एक छात्र ने स्वतंत्रता दिवस समारोह की रिहर्सल के बाद ड्रेस बदल रही छात्रा की मोबाइल के जरिये वीडियो क्लिप बना ली।
कुछ छात्राओं ने उसे ऐसा करते देख लिया और शोर मचाते हुए उसे पकड़ने का प्रयास किया लेकिन छात्र वहां से भाग निकला। इसके बाद छात्राओं ने घटना की जानकारी मौके पर मौजूद अपनी टीचर को दी।
टीचर ने घटना की जानकारी तुरंत स्टेडियम में मौजूद पुलिस टीम को दी जिसने नाटकीय घटनाक्रम के बाद आरोपी छात्र को पकड़ लिया और मोबाइल फोन से वीडियो क्लिप डिलीट करवा दी।
मंगलवार को वार हीरोज मेमोरियल स्टेडियम में लड़कों के जिलास्तरीय खेलकूद मुकाबले चल रहे थे जिनमें शहजादपुर गवर्नमेंट स्कूल की टीम भी आई हुई थी। उधर सुबह इसी स्टेडियम में अम्बाला कैंट के एक स्कूल की छात्राएं भी स्वतंत्रता दिवस समारोह की रिहर्सल कर रही थीं।
रिहर्सल के बाद जब एक छात्रा स्टेडियम की सीढ़ियों के पीछे जाकर ड्रेस बदल रही थी तो मैदान में खड़े एक छात्र ने उसकी वीडियो क्लिप बना ली। उसी समय दूसरी छात्राओं की नजर छात्र पर पड़ गई।
जब उन्होंने छात्र को रुकने के लिए तो वह भाग निकला और जाते समय वीडियो क्लिप इंटरनेट पर अपलोड करने की धमकी भी दे गया। छात्राओं ने शोर मचाया और घटना की जानकारी स्टेडियम में ही मौजूद अपनी टीचर को दी।
टीचर ने तुरंत स्टेडियम में ड्यूटी दे रहे सब इंस्पेक्टर प्रेमपाल व अन्य स्टाफ से संपर्क किया। शक के आधार पर पुलिस ने तीन-चार युवकों को पकड़कर उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए। इन्हीं युवकों से पुलिस को पता चला कि वीडियो क्लिप बनाने वाला छात्र शहजादपुर स्कूल का स्टूडेंट है।
उधर आरोपी छात्र थोड़ी देर बाद कमीज की जगह टी-शर्ट पहनकर दोबारा स्टेडियम पहुंच गया ताकि कोई उसे पहचान न सके। हालांकि वह अपने मकसद में सफल नहीं हुआ और छात्राओं ने देखते ही उसे पहचान लिया।
पुलिस ने जब छात्र को पकड़कर पूछताछ की तो वह शुरू में इसी बात पर अड़ा रहा कि उसने कोई वीडियो क्लिप नहीं बनाई। जब उससे उसका मोबाइल फोन मांगा गया तो छात्र ने कहा कि मोबाइल फोन उसके दोस्त का था और वह अपना फोन वापस ले गया है।
पुलिस ने जब उसके दोस्त का नंबर मांगा तो वह नंबर नहीं बता पाया। जब पुलिस ने शहजादपुर से टीम के साथ आए स्कूल इंचार्ज को बुलाकर आरोपी छात्र के माता-पिता को बुलाने के लिए कहा तो छात्र घबरा गया और अपनी गलती मान ली।
उसके बाद पुलिस ने मोबाइल फोन मंगवाकर उससे क्लिप डिलीट कराई। एसआई प्रेमपाल ने बताया कि कोई लिखित शिकायत न होने के कारण छात्र को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है।
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