मंडी गोबिंदगढ़. गांव कौलगढ़ का जसविंदर सिंह एक एनआरआई लुटेरी दुल्हन का शिकार हो गया। महिला ने जसविंदर से पहले शादी रचाई और फिर 14 लाख रुपए लेकर कैनेडा भाग गई।
ढाई साल से अपनी बीवी का इंतजार कर रहा जसविंदर सिंह आखिरकार पुलिस की शरण में चला गया। जसविंद्र सिंह की शिकायत पर अमलोह पुलिस ने कैनेडा में रह रही महिला रितू शर्मा और उसके दो भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने आरोपी महिला के एक
भाई राजेश कुमार निवासी जगदीशपुरा, लुधियाना को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। रितू के दूसरे भाई अशोक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है जबकि कैनेडा में होने के कारण रितू की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
एनआरआई दुल्हन..
गांव कौलगढ़ के जसविंद्र सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि नवंबर, 2008 में भारत आई रितू ने उससे रूपिंद्र कौर बनकर एग्रीमेंट किया कि शादी के बाद वह उसे कैनेडा ले जाएगी। इसके लिए उसने 14 लाख रुपए की मांग की।
13 नवंबर 2008 को धूमधाम से लुधियाना के मैरिज पैलेस में शादी की। कुछ दिन तो सबकुछ ठीक-ठाक रहा। इस दौरान रितू उससे रुपए की मांग करती रही। कुछ दिन बाद ही जसविंदर ने अपनी जमीन गिरवी रखकर 14 लाख रुपए रितू को दे दिए।
इसके तुरंत बाद रितू यह कहकर कैनेडा चली गई कि वह जल्द ही उसे भी बुला लेगी और दोनों कैनेडा में ही रहेंगे। लेकिन इस बात को ढाई साल हो गए लेकिन जसविंदर को अपनी दुल्हन का कोई पता नहीं चला। रितू ने न तो जसविंद्र को कैनेडा बुलाया और न ही कोई खोज खबर ली। जसविंद्र ने आरोप लगाया कि उसके साथ हुई जालसाजी में रितू के दो भाई राजेश और अशोक शामिल थे।
ढाई साल से अपनी बीवी का इंतजार कर रहा जसविंदर सिंह आखिरकार पुलिस की शरण में चला गया। जसविंद्र सिंह की शिकायत पर अमलोह पुलिस ने कैनेडा में रह रही महिला रितू शर्मा और उसके दो भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने आरोपी महिला के एक
भाई राजेश कुमार निवासी जगदीशपुरा, लुधियाना को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। रितू के दूसरे भाई अशोक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है जबकि कैनेडा में होने के कारण रितू की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
एनआरआई दुल्हन..
गांव कौलगढ़ के जसविंद्र सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि नवंबर, 2008 में भारत आई रितू ने उससे रूपिंद्र कौर बनकर एग्रीमेंट किया कि शादी के बाद वह उसे कैनेडा ले जाएगी। इसके लिए उसने 14 लाख रुपए की मांग की।
13 नवंबर 2008 को धूमधाम से लुधियाना के मैरिज पैलेस में शादी की। कुछ दिन तो सबकुछ ठीक-ठाक रहा। इस दौरान रितू उससे रुपए की मांग करती रही। कुछ दिन बाद ही जसविंदर ने अपनी जमीन गिरवी रखकर 14 लाख रुपए रितू को दे दिए।
इसके तुरंत बाद रितू यह कहकर कैनेडा चली गई कि वह जल्द ही उसे भी बुला लेगी और दोनों कैनेडा में ही रहेंगे। लेकिन इस बात को ढाई साल हो गए लेकिन जसविंदर को अपनी दुल्हन का कोई पता नहीं चला। रितू ने न तो जसविंद्र को कैनेडा बुलाया और न ही कोई खोज खबर ली। जसविंद्र ने आरोप लगाया कि उसके साथ हुई जालसाजी में रितू के दो भाई राजेश और अशोक शामिल थे।
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