गुरुवार, 7 जुलाई 2011

सेना में भर्ती सिर्फ काबिलियत के आधार पर होती है: शर्मा


सेना में भर्ती सिर्फ काबिलियत के आधार पर होती है: शर्मा

 

जैसलमेर ईमानदार फौज के लिए ईमानदार जवानों की जरूरत होती है। ऐसे में ईमानदारी से ही सेना में भर्ती की जाती है। जैसलमेर में चल रही सेना भर्ती प्रक्रिया का अवलोकन करने आए डिप्टी डायरेक्टर जनरल रिक्रूटिंग राजस्थान ब्रिगेडियर आर.के. शर्मा ने यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बातें कही।

उन्होंने कहा कि हमें ईमानदार सोल्जर चाहिए, इसलिए पारदर्शिता से भर्ती प्रक्रिया की जाती है। उन्होंने कहा कि सेना में भर्ती सिर्फ काबिलियत के आधार पर होती है, इसमें किसी भी प्रकार की सिफारिश नहीं चलती है। एक फौजी की भर्ती के लिए 22 अधिकारी लगे हुए हैं। पूरी भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थी का चयन 22 अधिकारियों द्वारा किया जाता है। हमारा प्रयास है कि राजस्थान के हर जिले में वर्ष में एक बार भर्ती प्रक्रिया हो ताकि राजस्थान के युवाओं को फौज में मौका मिले। अप्रैल 2010 में जैसलमेर में हुई सेना भर्ती रैली में जैसलमेर के 1700 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था वहीं इस बार 1500 अभ्यर्थी दौड़ में शामिल हुए। उन्होंने जैसलमेर में चल रही शांतिपूर्ण भर्ती प्रक्रिया के लिए जिला प्रशासन का आभार जताया। पिछले दिनों भर्ती में आए युवकों द्वारा गोमट रेलवे स्टेशन पर मचाए गए बवाल के संबंध में उन्होंने कहा कि इन युवकों को यदि सारी सुविधाएं मिल जाए तो ऐसी घटनाओं पर रोक लग सकती है।

रुझान बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे: उन्होंने कहा कि सेना द्वारा विभिन्न स्कूलों व कॉलेजों में जाकर सेना में भर्ती के लिए विद्यार्थियों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए प्लान तैयार किया गया है। शर्मा ने बताया कि वर्तमान में जितने युवक दौड़ में शामिल होते हैं उसमें से 80 से 85 प्रतिशत फेल हो जाते हैं। उसके बाद शारीरिक मापदंड में भी 5 से 7 प्रतिशत रिजेक्ट और मेडिकल टेस्ट व रिटन टेस्ट में भी 5 से 7 प्रतिशत रिजेक्ट होते हैं। केवल 2 से 3 प्रतिशत ही सफल हो पाते हैं।

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