शुक्रवार, 8 जुलाई 2011

थानाधिकारी को घूस लेते पकड़ा

थानाधिकारी को घूस लेते पकड़ा
 

 


जयपुर। एनडीपीएस एक्ट से जुड़े मामले में आरोपी नही बनाने के एवज में करणी विहार थानाधिकारी एक दलाल के माध्यम से भीलवाड़ा निवासी एक जने से लाखों रूपए वसूल लिए, लेकिन इसके बाद भी रिश्वत की भूख शांत नहीं हुई और पीडित पर और रूपए देने का दबाव डालता रहा। गुरूवार को थाना परिसर में ही थानाधिकारी रामधन चौधरी के इशारे पर रिश्वत की अंतिम किस्त के तौर पर पन्द्रह हजार रूपए लेते हुए दलाल अरविन्द शर्मा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने धर दबोचा।

चौधरी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे निलम्बित कर दिया गया है। ब्यूरो ने रिश्वत की राशि जब्त कर ली है। भीलवाड़ा निवासी परिवादी शंकर पुरी की शिकायत पर ब्यूरो की इस कार्रवाई से थाना परिसर में हड़कम्प मच गया।

पहले ले चुका है ढाई लाख से अधिक रिश्वत : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि एक महीने पहले बगरू थाना क्षेत्र में तलाशी के दौरान एक वाहन में सोलह बोरे डोडा पोस्त मिले। तब वाहन चालक फरार हो गया।

एनडीपीएस एक्ट के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ और यह प्रकरण अनुसंधान के लिए करणी विहार थानाधिकारी के पास आया। इस मामले में करणी विहार थानाधिकारी ने भीलवाड़ा निवासी रामचन्द्र गुर्जर को आरोपी मानते हुए गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ चालान पेश की तैयारी चल रही थी। परिवादी शंकर पुरी ने शिकायत में बताया कि इस मामले में थानाधिकारी ने रामचन्द्र गुर्जर के बेटे और उसे फंसाने की धमकी दी और नाम नहीं जोड़ने के एवज में मोटी रकम रिश्वत के तौर पर मांगी।

इस पर पीडित ने थानाधिकारी को एक बार 1.20 लाख और दूसरी बार करीब 1.42 लाख रूपए दिए। उसने यह राशि जयपुर में ली। इसके बाद भी रिश्वत लेने का सिलसिला थमा नहीं और उसने 45 हजार की रिश्वत और मांगी। अंतत: बात पन्द्रह हजार पर तय हुई। इस पर शंकर पुरी ने एसीबी को शिकायत की। ब्यूरो थानाधिकारी से पहले ली गई लाखों रूपए की राशि आदि के बारे में पूछताछ कर रही है।
मेरा कोई

लेना-देना नहीं

दलाल अरविन्द शर्मा रिश्वत की आखिरी किस्त लेकर थाना परिसर से निकल ही रहा था कि एसीबी ने उसे दबोच लिया। इसके बाद टीम थानाधिकारी कक्ष में पहुंची। दलाल ने अपने बयान में यह राशि थानाधिकारी के कहने पर लेना बताया। इस पर ब्यूरो के अधिकारियों ने पूछताछ की तो उसने अरविन्द शर्मा को जानने से इनकार कर दिया और कहां इस मामले में मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मुझे फंसाया है।

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