सोमवार, 11 जुलाई 2011

खेतों में जुटे धरती पुत्र, चलने लगे हल-ट्रैक्टर

खेतों में जुटे धरती पुत्र, चलने लगे हल-ट्रैक्टर
 

जैसलमेर। जिले मे मानसून की दस्तक के साथ ही धरती पुत्रों ने खेतों की ओर कूच कर दिया है। जिले में जिन स्थानों पर बारिश हो गई है वहां पर किसान कृषि उपकरण संभालने में जुटे हुए हैं तो जहां बारिश का इन्तजार है वहां पर भी किसान खेतों की सार-संभाल में जुट गए हैं। गत दो दिनों में पोकरण, रामदेवरा, मोहनगढ़, नोख, नाचना सहित अन्य स्थानों पर बारिश के बाद किसान उत्साहित नजर आ रहे हैं।

गांवों में जहां किसान नए उत्साह से खेत-खलिहानों मेे जुटने लगे हैं, वहीं जैसलमेर शहर में अनेक किसान अपने ट्रेक्टरों की छोटी-बड़ी खराबियां ठीक करवाने पहंुचने लगे हैं। गत दो दिनों से शहर के मदरसा रोड पर वाहन रिपेयरिंग की दुकानों के आगे ट्रैक्टर ही ट्रैक्टर नजर आ रहे हैं।

साल दर साल पड़ने वाले अकाल का दंश झेलने वाले जिले के किसान बारिश होते ही इस आस में खेतों में जुट जाते हैं कि इस बार अच्छी बारिश होने से अच्छा जमाना आएगा। मानसून की दस्तक के साथ ही जिले के किसान भी खेतों की ओर रूख करने लगे हैं, जिससे अब तक वीरान नजर आने वाले खेतों में हलचल शुरू हो गई है। किसान और उनके परिवारजन खेत में भूमि उपचार कर बारिश होने पर बुवाईकी तैयारी में जुट गए हैं। बाजारों में भी चहल-पहल शुरूहो गई है। खाद-बीज की दुकानों पर किसानों को बीज आदि की खरीदारी करते हुए देखा जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ ट्रेक्टर मालिक अपने कृषि यंत्रों की सार-सम्भाल करने में जुट गए हैं। जिससे मोटर गैरेज, वेल्डिंग की दुकानों के आगे ट्रेक्टरों की लाइन लगने लगी है।

पशुपालक भी उत्साहित
जिले में अच्छे मानसून की उम्मीद में पशुपालक भी उत्साहित नजर आ रहे हैं। पशुपालकों को उम्मीद है कि बारिश होने से पशुधन के लिए पीने की पानी की समस्या से निजात मिलेगी। वहीं बारिश में अच्छा चारा उगने की उम्मीदे जगी है। बारिश की उम्मीद में पशुपालकों की थोड़ी चिंता दूर हुई है।

किसानों में खुशी
पोकरण. कई दिनों से बारिश का इंतजार कर रहे किसानों के चेहरों पर अब खुशी की लहर छा गई है। लगातार दो दिन से हो रही बारिश के चलते खेतों व खड़ीनों में पानी की पर्याप्त आवक होने से किसान खेती की बुवाई में जुट गए है। इसी प्रकार अच्छी बारिश से नाडियों, तालाबों व टांकों में पानी की पर्याप्त आवक होने से गांवों में पेयजल संकट लगभग समाप्त हो गया है।
रामगढ़. निसं. कस्बे के समीपवर्ती नहरी क्षेत्र का किसान आसमान में छाए बादलों को देखकर अपने खेतों की साफ-सफाई करने में जी जान से जुट गए हंै। किसान अपने खेतों में उगे अनावश्यक झाडियों, घास-फूस की कटाई कर खेतों की सफाई कर रहे हैं। नहरी क्षेत्र में इन दिनों चारों ओर किसान ट्रेक्टर खेतों की जुताई के लिए तवी, तोता, कल्टी से कर रहा है। किसानों का वापिस खेतों की ओर रूख करने से गत दो महीनों से छाई वीरानी में अब चहल-पहल बढ़ सी गई है, वहीं दूसरी ओर कृषि यंत्रों को तैयार करने वाली दुकानों पर किसानों की भीड़ देखी जा सकती है। किसानों के खेतों की तैयारी करने से नहरी क्षेत्र में रौनक बढ़ सी गई है।

नोख. निसं. गांव व आसपास के क्षेत्र मेंबारिश से क्षेत्र की फिजां बदली हुई नजर आई। मानसून की पहली बारिश के बाद एक बार फिर से सूने पड़े खेतों में चहल-पहल शुरू हो गई। रविवार सुबह से ही किसान ट्रैक्टर धारकों से संपर्क साधने लगे। खेती योग्य बारिश व आसमान में घटाटोप के चलते खेतों में हल चलने शुरू हो गए है। किसान फिलहाल बाजरे, मूंग, मोठ की बुवाई में जुटे हुए है।

रामदेवरा. निप्र. गांव सहित आसपास के क्षेत्र में शनिवार की रात्रि में हुई भारी बारिश से क्षेत्र के सभी खड़ीन, पोखर व टांके लबालब हो गए। जिससे किसानों व पशुपालकों के चेहरों पर खुशी की लहर छा गई। एक तरफ जहां किसानों ने अपने खेतों की बुआई शुरू कर दी है। दूसरी तरफ तालाब, खड़ीनों, ओरण व चारागाह में पानी भर जाने से यहां आगामी दिनों में पशुचारे की की संभावनाओं को देखते हुए पशुपालकों के चेहरे भी खिल गए।

ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का संकट भी खत्म हो गया है। क्षेत्र में हुई भारी बारिश से रूणीचा कुंआ से विरमदेवरा जाने वाली सड़क बुरी तरह से टूटकर बिखर गई।

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