पणजी।। गोवा के दो प्रमुख मंदिरों की राह पर चलते हुए राज्य के कुछ और मंदिर भड़कीले या शॉर्ट कपड़े पहनकर आने वाले टूरिस्टों और विजिटर्स के प्रवेश पर पाबंदी लगा सकते हैं।
गोवा में विभिन्न मंदिरों के संगठन गोमंत मंदिर एवं धार्मिक संस्था महासंघ ने कहा कि वह मंदिर के मैनेजमेंट से यह सुनिश्चित करने के लिए कहेंगे कि प्रवेश के दौरान टूरिस्टों ने कपड़े व्यवस्थित रूप से पहने हों। गोवा में एक हजार से ज्यादा मंदिर हैं।
इस महासंघ के कोऑर्डिनेटर जयेश ठाली ने कहा कि दो मंदिरों द्वारा ड्रेस कोड संबंधी पहल करने के बाद अन्य मंदिरों के मैनेजमेंट को इस विचार के बारे में जानकारी देने का फैसला किया गया। इस संगठन ने कहा कि शॉर्ट कपड़े या अव्यवस्थित रूप से कपड़े पहनने वालों को मंदिरों में प्रवेश से रोक लगानी चाहिए।
गौरतलब है कि गोवा के दो प्रमुख मंदिरों ने उनके यहां आने वाले टूरिस्टों विशेषकर विदेशियों से कहा है कि वे या तो सही ढंग से कपड़े पहनकर आएं, वरना उन्हें मंदिर परिसर में प्रवेश से रोक दिया जाएगा। यहां से 20 किमी दूरी से स्थित महलसा नारायणी मंदिर और मनगुइशी मंदिर विदेशियों के प्रवेश पर यह कहते हुए रोक लगा दी कि टूरिस्टों के इस तरह के व्यवहार से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है। ठाली ने कहा कि दोनों मंदिरों द्वारा उठाया गया कदम तारीफ के काबिल है।
गोवा में विभिन्न मंदिरों के संगठन गोमंत मंदिर एवं धार्मिक संस्था महासंघ ने कहा कि वह मंदिर के मैनेजमेंट से यह सुनिश्चित करने के लिए कहेंगे कि प्रवेश के दौरान टूरिस्टों ने कपड़े व्यवस्थित रूप से पहने हों। गोवा में एक हजार से ज्यादा मंदिर हैं।
इस महासंघ के कोऑर्डिनेटर जयेश ठाली ने कहा कि दो मंदिरों द्वारा ड्रेस कोड संबंधी पहल करने के बाद अन्य मंदिरों के मैनेजमेंट को इस विचार के बारे में जानकारी देने का फैसला किया गया। इस संगठन ने कहा कि शॉर्ट कपड़े या अव्यवस्थित रूप से कपड़े पहनने वालों को मंदिरों में प्रवेश से रोक लगानी चाहिए।
गौरतलब है कि गोवा के दो प्रमुख मंदिरों ने उनके यहां आने वाले टूरिस्टों विशेषकर विदेशियों से कहा है कि वे या तो सही ढंग से कपड़े पहनकर आएं, वरना उन्हें मंदिर परिसर में प्रवेश से रोक दिया जाएगा। यहां से 20 किमी दूरी से स्थित महलसा नारायणी मंदिर और मनगुइशी मंदिर विदेशियों के प्रवेश पर यह कहते हुए रोक लगा दी कि टूरिस्टों के इस तरह के व्यवहार से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है। ठाली ने कहा कि दोनों मंदिरों द्वारा उठाया गया कदम तारीफ के काबिल है।
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