अहमदाबाद. उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अलावा अब देश के सबसे संपन्न राज्यों में से एक गुजरात में भी लड़कियों को निशाना बनाया जा रहा है। सूरत में दो लड़कों ने एक नाबालिग लड़की को अगवा कर उसके साथ एक हफ्ते तक कई बार रेप किया।
वहीं, अहमदाबाद के एक स्कूल में हिजाब पहने ६ साल की बच्ची के कपड़े उतारकर उसे पूरे स्कूल में परेड करने पर मजबूर किया गया।
पुलिस के मुताबिक पहले मामले में सूरत के नानपुरा इलाके में एक फ्लैट में लड़की को एक हफ्ते से ज़्यादा समय तक कैद रखा गया। पुलिस ने सोमवार की दोपहर फ्लैट पर छापा मारकर इस लड़की को आज़ाद कराया और अपहरण करने वाले लड़कों को गिरफ्तार कर लिया।
सूरत के खटोडारा इलाके की रहने वाली 14 साल की सुरेखा (नाम बदला हुआ) भटार रोड पर आशिर्वाद पैलेस में घरेलू कामकाज करती है। रेखा करीब एक हफ्ते पहले लापता हो गई। सुरेखा के घर नहीं लौटने पर उसके घरवालों ने उसे खोजना शुरू किया। सुरेखा के घरवालों ने खटोडारा पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया।
पुलिस ने नानपुरा में छापा मारकर धनंजय ठाकुर (25) और शिवप्रद्युम्न ठाकुर (35) को गिरफ्तार कर लिया। दोनों भाई हैं। खटोडारा थाने के इंसपेक्टर सीके पटेल के मुताबिक, ‘धनंजय उसी अपार्टमेंट में गार्ड की नौकरी करता था, जहां सुरेखा घरेलू कामकाज के लिए आती थी। दोनों एक-दूसरे को पसंद करते थे। धनंजय सुरेखा को नानपुरा ले गया और अपने भाई के साथ मिलकर सुरेखा का रेप किया। धनंजय का भाई शिवप्रद्युम्न भी उसी अपार्टमेंट में काम करता है और धनंजय सुरेखा को उसी फ्लैट में ले गया जहां उसका भाई रहता था। धनंजय को जब पता चला कि सुरेखा को पुलिस ढूंढ रही है तो वह रेखा को शिरडी, नासिक और मध्य प्रदेश के एक गांव घूमाने के लिए ले गया। पांच दिनों तक घूमने के बाद 2 जुलाई को वह सूरत पहुंचा और सुरेखा को कमरे में बंद कर दिया।’ इंसपेक्टर के मुताबिक शादी का वादा करके धनंजय सुरेखा को अपने साथ ले गया था।
सोमवार शाम को मेडिकल रिपोर्ट में दोनों भाइयों के सुरेखा के साथ की गई ज़्यादती के आरोप की पुष्टि हुई। खटोडारा पुलिस ने दोनों भाइयों के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कर लिया है।
वहीं, दूसरे मामले में अहमदाबाद के शाहपुर इलाके में मौजूद लड़कियों के स्कूल में एक महिला अध्यापिका जेबा बाजी ने हिजाब पहनने वाली छह साल की ईशा शेख (नाम बदला हुआ) को कपड़े उतारकर स्कूल में परेड करने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान उसकी पिटाई भी की गई। ईशा के साथ जुल्म का सिलसिला इतने पर ही नहीं थमा। इस सबके बाद ईशा को टॉयलट साफ करने पड़े और फिर उसे उसी टॉयलट में बद कर दिया गया। ईशा के साथ यह ज़्यादतियां सिर्फ इसलिए की गईं क्योंकि उसका होमवर्क अधूरा था।
अहम यह है कि इस स्कूल की लड़कियों को हिजाब या बुर्का पहनना जरूरी है। लेकिन परेड के दौरान स्कूल के पुरुष चपरासी भी वहां मौजूद थे।
इस घटना से ईशा को सदमा लगा और उसने अपने घर वालों की इस बात की जानकारी नहीं दी। लेकिन उसकी दोस्त जहीरा ने ईशा के माता-पिता समीना और सरवर शेख को इस बारे में बताया।
सोमवार को समीना और सरवर ने शाहपुर थाने में स्कूल के ट्रस्टी इकबाल पटेल (68) और उनकी चौथी पत्नी रिहाना (32) के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। रिहाना इस स्कूल की प्रिंसिपल भी हैं। जेबा ने जहीरा को भी ऐसी ही सज़ा दी थी। पुलिस के पास जाने से पहले ईशा के माता-पिता दूसरे अभिभावकों के साथ स्कूल गए थे, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया।
ट्रस्टी इकबाल ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया है। ईशा के रिश्तेदार अशरफ खान का कहना है कि पिछले चार महीनों में ऐसे सात मामले हो चुके हैं।
वहीं, अहमदाबाद के एक स्कूल में हिजाब पहने ६ साल की बच्ची के कपड़े उतारकर उसे पूरे स्कूल में परेड करने पर मजबूर किया गया।
पुलिस के मुताबिक पहले मामले में सूरत के नानपुरा इलाके में एक फ्लैट में लड़की को एक हफ्ते से ज़्यादा समय तक कैद रखा गया। पुलिस ने सोमवार की दोपहर फ्लैट पर छापा मारकर इस लड़की को आज़ाद कराया और अपहरण करने वाले लड़कों को गिरफ्तार कर लिया।
सूरत के खटोडारा इलाके की रहने वाली 14 साल की सुरेखा (नाम बदला हुआ) भटार रोड पर आशिर्वाद पैलेस में घरेलू कामकाज करती है। रेखा करीब एक हफ्ते पहले लापता हो गई। सुरेखा के घर नहीं लौटने पर उसके घरवालों ने उसे खोजना शुरू किया। सुरेखा के घरवालों ने खटोडारा पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया।
पुलिस ने नानपुरा में छापा मारकर धनंजय ठाकुर (25) और शिवप्रद्युम्न ठाकुर (35) को गिरफ्तार कर लिया। दोनों भाई हैं। खटोडारा थाने के इंसपेक्टर सीके पटेल के मुताबिक, ‘धनंजय उसी अपार्टमेंट में गार्ड की नौकरी करता था, जहां सुरेखा घरेलू कामकाज के लिए आती थी। दोनों एक-दूसरे को पसंद करते थे। धनंजय सुरेखा को नानपुरा ले गया और अपने भाई के साथ मिलकर सुरेखा का रेप किया। धनंजय का भाई शिवप्रद्युम्न भी उसी अपार्टमेंट में काम करता है और धनंजय सुरेखा को उसी फ्लैट में ले गया जहां उसका भाई रहता था। धनंजय को जब पता चला कि सुरेखा को पुलिस ढूंढ रही है तो वह रेखा को शिरडी, नासिक और मध्य प्रदेश के एक गांव घूमाने के लिए ले गया। पांच दिनों तक घूमने के बाद 2 जुलाई को वह सूरत पहुंचा और सुरेखा को कमरे में बंद कर दिया।’ इंसपेक्टर के मुताबिक शादी का वादा करके धनंजय सुरेखा को अपने साथ ले गया था।
सोमवार शाम को मेडिकल रिपोर्ट में दोनों भाइयों के सुरेखा के साथ की गई ज़्यादती के आरोप की पुष्टि हुई। खटोडारा पुलिस ने दोनों भाइयों के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कर लिया है।
वहीं, दूसरे मामले में अहमदाबाद के शाहपुर इलाके में मौजूद लड़कियों के स्कूल में एक महिला अध्यापिका जेबा बाजी ने हिजाब पहनने वाली छह साल की ईशा शेख (नाम बदला हुआ) को कपड़े उतारकर स्कूल में परेड करने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान उसकी पिटाई भी की गई। ईशा के साथ जुल्म का सिलसिला इतने पर ही नहीं थमा। इस सबके बाद ईशा को टॉयलट साफ करने पड़े और फिर उसे उसी टॉयलट में बद कर दिया गया। ईशा के साथ यह ज़्यादतियां सिर्फ इसलिए की गईं क्योंकि उसका होमवर्क अधूरा था।
अहम यह है कि इस स्कूल की लड़कियों को हिजाब या बुर्का पहनना जरूरी है। लेकिन परेड के दौरान स्कूल के पुरुष चपरासी भी वहां मौजूद थे।
इस घटना से ईशा को सदमा लगा और उसने अपने घर वालों की इस बात की जानकारी नहीं दी। लेकिन उसकी दोस्त जहीरा ने ईशा के माता-पिता समीना और सरवर शेख को इस बारे में बताया।
सोमवार को समीना और सरवर ने शाहपुर थाने में स्कूल के ट्रस्टी इकबाल पटेल (68) और उनकी चौथी पत्नी रिहाना (32) के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। रिहाना इस स्कूल की प्रिंसिपल भी हैं। जेबा ने जहीरा को भी ऐसी ही सज़ा दी थी। पुलिस के पास जाने से पहले ईशा के माता-पिता दूसरे अभिभावकों के साथ स्कूल गए थे, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया।
ट्रस्टी इकबाल ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया है। ईशा के रिश्तेदार अशरफ खान का कहना है कि पिछले चार महीनों में ऐसे सात मामले हो चुके हैं।
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