मुंबई. आतंकी हमले में घायल निखिल तमका की मौत हो गई है। निखिल तमका झवेरी बाजार में हुए धमाके में गंभीर रुप से घायल थे। 23 साल के निखिल को मिलाकर मुंबई में धमाके में कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है।
मुंबई में बुधवार शाम हुए तीन बम धमाकों के बाद आतंकियों के बीच हुई बातचीत को दिल्ली पुलिस ने रिकॉर्ड किया है। सूत्रों के हवाले से यह खबर आ रही है कि इस मामले में जांच एजेंसियों से जानकारी साझा करने के लिए दिल्ली पुलिस की टीम मुंबई पहुंची है। इस बीच सूत्रों ने बताया है कि सीएफएसएल जांच में पता चला है कि मुंबई में हुए बम धमाकों में टीएनटी का इस्तेमाल किया गया था। वहीं झावेरी बाजार इलाके में बम धमाके की जगह से एक और शव बरामद हुआ है। शव घटनास्थल के पास एक इमारत की तीसरी मंजिल पर से बरामद हुआ था जिसका सिर धड़ से अलग था।
वहीं, अहमदाबाद पुलिस का मानना है कि मुंबई में हुए सीरियल बम धमाकों के पीछे इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के उन आतंकियों का हाथ हो सकता है, जिनकी उन्हें तलाश है। मुंबई में ब्लास्ट जिस तरीके से किए गए हैं, वे जयपुर, बेंगलुरु और अहमदाबाद में हुए बम धमाकों से मिलते जुलते हैं।
उधर, बीजेपी ने सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि मुंबई ब्लास्ट से पहले खुफिया अलर्ट क्यों नहीं जारी किया गया। जबकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि इस मामले में किसी भी तरह से इंटेलीजेंस की चूक नहीं हुई है।
पुलिस के हाथ खाली
मुंबई सीरियल ब्लास्ट को हुए तीन दिन हो चुके हैं। लेकिन अभी तक जांच एजेंसियां किसी भी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पाई हैं। हालांकि, शुक्रवार को जांच में तेजी आई है। इस घटना के लिए जिम्मेदार संभावित आतंकियों की धरपकड़ के लिए गुजरात से लेकर रांची तक छापेमारी की गई। एनआईए ने रांची के बरियातु में छापा मारा है।
इस मामले में अब तक हुई प्रगति पर मीडिया को जानकारी देते हुए केंद्रीय गृह सचिव आर.के. सिंह ने दिल्ली में कहा कि इस मामले में इंडियन मुजाहिदीन के चार आतंकियों पर शक गहराता जा रहा है। आर.के. सिंह के मुताबिक इन चार आतंकवादियों के नाम हैं-तौकीर, मोहसिन चौधरी, दानिश और मिर्जा बेग। इनमें दानिश जेल में बंद है। आर के सिंह के मुताबिक दिल्ली के बटला हाउस कांड के सिलसिले में जेल में बंद सलमान से भी पूछताछ की जा सकती है। उन्होंने कहा कि झावेरी बाज़ार में स्कूटर का इस्तेमाल कर विस्फोट किया गया था। उनके मुताबिक इस स्कूटर की पहचान कर ली गई है। वहीं, सऊदी अरब से आए ईमेल को लेकर पूछे गए सवाल पर आरके सिंह ने कहा कि उस ईमेल की जांच जारी है। मुंबई में जिन जगहों पर बम धमाके हुए, वहां से मिले सीसीटीवी फुटेज के बारे में गृह सचिव ने बताया कि फुटेज की सीरीज़ 11 बार देखी जा चुकी है।
मुंबई पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में तीन संदिग्ध लोग देखे गए हैं। ये तीनों ओपेरा हाउस के पास करीब 90 मिनट तक फोन पर बात करते रहे।
महाराष्ट्र के एंटी टैरर स्क्वॉड ने धमाके से पहले भी एक संदिग्ध पर नजर रखी थी, लेकिन वह चकमा देने में कामयाब हो गया। अब एटीएस और पुलिस उसे खोज रही है। जानकारी के अनुसार, दादर, ओपेरा हाउस और झवेरी बाजार में हुए धमाकों के करीब ६ घंटे पहले तक वह एटीएस की निगाहों में था।
इसके अलावा नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) के सूत्रों का दावा है कि मुंबई धमाकों में इंडियन मुजाहिदीन का काम है, जिसमें मुंबई अंडरवर्ल्ड ने भी अहम योगदान दिया है। एनआईए के सूत्रों ने बताया कि धमाके करने के लिए आतंकवादियों ने धन जुटाने के लिए उद्योगपतियों से वसूली की और हाल ही में कोलकाता के चार उद्योगपतियों से धन उगाही की गई है।
वहीं, अहमदाबाद पुलिस का मानना है कि मुंबई में हुए सीरियल बम धमाकों के पीछे इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के उन आतंकियों का हाथ हो सकता है, जिनकी उन्हें तलाश है। मुंबई में ब्लास्ट जिस तरीके से किए गए हैं, वे जयपुर, बेंगलुरु और अहमदाबाद में हुए बम धमाकों से मिलते जुलते हैं।
उधर, बीजेपी ने सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि मुंबई ब्लास्ट से पहले खुफिया अलर्ट क्यों नहीं जारी किया गया। जबकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि इस मामले में किसी भी तरह से इंटेलीजेंस की चूक नहीं हुई है।
पुलिस के हाथ खाली
मुंबई सीरियल ब्लास्ट को हुए तीन दिन हो चुके हैं। लेकिन अभी तक जांच एजेंसियां किसी भी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पाई हैं। हालांकि, शुक्रवार को जांच में तेजी आई है। इस घटना के लिए जिम्मेदार संभावित आतंकियों की धरपकड़ के लिए गुजरात से लेकर रांची तक छापेमारी की गई। एनआईए ने रांची के बरियातु में छापा मारा है।
इस मामले में अब तक हुई प्रगति पर मीडिया को जानकारी देते हुए केंद्रीय गृह सचिव आर.के. सिंह ने दिल्ली में कहा कि इस मामले में इंडियन मुजाहिदीन के चार आतंकियों पर शक गहराता जा रहा है। आर.के. सिंह के मुताबिक इन चार आतंकवादियों के नाम हैं-तौकीर, मोहसिन चौधरी, दानिश और मिर्जा बेग। इनमें दानिश जेल में बंद है। आर के सिंह के मुताबिक दिल्ली के बटला हाउस कांड के सिलसिले में जेल में बंद सलमान से भी पूछताछ की जा सकती है। उन्होंने कहा कि झावेरी बाज़ार में स्कूटर का इस्तेमाल कर विस्फोट किया गया था। उनके मुताबिक इस स्कूटर की पहचान कर ली गई है। वहीं, सऊदी अरब से आए ईमेल को लेकर पूछे गए सवाल पर आरके सिंह ने कहा कि उस ईमेल की जांच जारी है। मुंबई में जिन जगहों पर बम धमाके हुए, वहां से मिले सीसीटीवी फुटेज के बारे में गृह सचिव ने बताया कि फुटेज की सीरीज़ 11 बार देखी जा चुकी है।
मुंबई पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में तीन संदिग्ध लोग देखे गए हैं। ये तीनों ओपेरा हाउस के पास करीब 90 मिनट तक फोन पर बात करते रहे।
महाराष्ट्र के एंटी टैरर स्क्वॉड ने धमाके से पहले भी एक संदिग्ध पर नजर रखी थी, लेकिन वह चकमा देने में कामयाब हो गया। अब एटीएस और पुलिस उसे खोज रही है। जानकारी के अनुसार, दादर, ओपेरा हाउस और झवेरी बाजार में हुए धमाकों के करीब ६ घंटे पहले तक वह एटीएस की निगाहों में था।
इसके अलावा नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) के सूत्रों का दावा है कि मुंबई धमाकों में इंडियन मुजाहिदीन का काम है, जिसमें मुंबई अंडरवर्ल्ड ने भी अहम योगदान दिया है। एनआईए के सूत्रों ने बताया कि धमाके करने के लिए आतंकवादियों ने धन जुटाने के लिए उद्योगपतियों से वसूली की और हाल ही में कोलकाता के चार उद्योगपतियों से धन उगाही की गई है।
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