सीकर. फेसबुक की तर्ज पर विद्यार्थियों के लिए राज्य सरकार की ओर से सोशल नेटवर्किग वेबसाइट तैयार की जा रही है। इस साइट में सबकुछ फेसबुक की तरह तो होगा ही, साथ ही स्टूडेंट्स के लिए इंजीनियरिंग के साथ विज्ञान संकाय से जुड़े विभिन्न विषयों के स्टडी मेटेरियल भी मौजूद रहेंगे।
वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के बाद स्टूडेंट्स एक-दूसरे से जुड़कर चैटिंग भी कर सकेंगे और मन में उमड़ रहे सवालों के जवाब भी एक्सपर्ट्स की मदद से ले पाएंगे। गौरतलब है कि दो साल पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी ने भी अपनी सोशल नेटवर्किग साइट तैयार की थी। जिसका अच्छा रिस्पोंस मिल रहा है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से तैयार की जा रही साइट का काम अंतिम चरण में है। हालांकि साइट का नाम अभी तक फाइनल नहीं किया गया है।
साइट का नाम स्टूडेंट्स के नाम पर रखने का फैसला किया गया है। साइट पर फिजिक्स, केमेस्ट्री व मैथ्स से जुड़ी हजारों जानकारी डाली जा रही है। स्टूडेंट्स एक-दूसरे से सूचनाओं और जानकारियों का आदान-प्रदान भी कर पाएंगे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव राकेश शर्मा ने बताया कि साइट विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित होगी। डेवलपिंग आखिरी दौर में है, जल्द ही स्टूडेंट्स से इस वेबसाइट से जुड़ सकेंगे।
कैसे होगी सरकार की ‘फेसबुक’: सरकार की सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक की तरह काम करेगी। इसके होम पेज पर फिजिक्स, केमेस्ट्री व मैथ्स नाम से तीन आइकन होंगे। इन पर क्लिक करते ही तीनों विषय से जुड़े रिसर्च, सूत्र, फार्मूले, एलगोरिथम आदि सामने आ जाएंगे। अगले साल इसमें बायोलॉजी से जुड़ी जानकारी भी मुहैया कराई जाएगी।
अपना अकाउंट बनाकर स्टूडेंट्स एक-दूसरे के आचार-विचार बांट सकेंगे। वहीं विभिन्न विषयों को लेकर मन में उमड़ रहे सवाल भी डाल सकेंगे। हालांकि सवालों के जवाब एक्सपर्ट्स की ओर से दिए जाएंगे। साइट पर इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए शुरू की गई सैटेलाइट कोचिंग क्लासेज के नोट्स भी डाले जाएंगे। नोट्स आसान भाषा व चित्रों के माध्यम से बताए जाएंगे। साइट को ई-मैग्जीन से जोड़ने की योजना भी है।
वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के बाद स्टूडेंट्स एक-दूसरे से जुड़कर चैटिंग भी कर सकेंगे और मन में उमड़ रहे सवालों के जवाब भी एक्सपर्ट्स की मदद से ले पाएंगे। गौरतलब है कि दो साल पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी ने भी अपनी सोशल नेटवर्किग साइट तैयार की थी। जिसका अच्छा रिस्पोंस मिल रहा है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से तैयार की जा रही साइट का काम अंतिम चरण में है। हालांकि साइट का नाम अभी तक फाइनल नहीं किया गया है।
साइट का नाम स्टूडेंट्स के नाम पर रखने का फैसला किया गया है। साइट पर फिजिक्स, केमेस्ट्री व मैथ्स से जुड़ी हजारों जानकारी डाली जा रही है। स्टूडेंट्स एक-दूसरे से सूचनाओं और जानकारियों का आदान-प्रदान भी कर पाएंगे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव राकेश शर्मा ने बताया कि साइट विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित होगी। डेवलपिंग आखिरी दौर में है, जल्द ही स्टूडेंट्स से इस वेबसाइट से जुड़ सकेंगे।
कैसे होगी सरकार की ‘फेसबुक’: सरकार की सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक की तरह काम करेगी। इसके होम पेज पर फिजिक्स, केमेस्ट्री व मैथ्स नाम से तीन आइकन होंगे। इन पर क्लिक करते ही तीनों विषय से जुड़े रिसर्च, सूत्र, फार्मूले, एलगोरिथम आदि सामने आ जाएंगे। अगले साल इसमें बायोलॉजी से जुड़ी जानकारी भी मुहैया कराई जाएगी।
अपना अकाउंट बनाकर स्टूडेंट्स एक-दूसरे के आचार-विचार बांट सकेंगे। वहीं विभिन्न विषयों को लेकर मन में उमड़ रहे सवाल भी डाल सकेंगे। हालांकि सवालों के जवाब एक्सपर्ट्स की ओर से दिए जाएंगे। साइट पर इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए शुरू की गई सैटेलाइट कोचिंग क्लासेज के नोट्स भी डाले जाएंगे। नोट्स आसान भाषा व चित्रों के माध्यम से बताए जाएंगे। साइट को ई-मैग्जीन से जोड़ने की योजना भी है।
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