मनरेगा कार्यों में गड़बड़झाला
ग्रेवल सड़क व टांका निर्माण में मिली अनियमितताएं, दो मेट ब्लैक लिस्टेड, जेटीओ निलंबित, विस्तृत जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित
बाड़मेर पंचायत समिति बायतु की ग्राम पंचायत बाटाडू में मनरेगा योजना के तहत स्वीकृत कार्यों में गड़बड़झाला सामने आया है। ग्रेवल सड़क व व्यक्तिगत लाभ योजना से स्वीकृत टांका निर्माण में भारी अनियमितताएं बरती जा रही हैं। नियमों से परे मनमर्जी से टांकों का निर्माण चल रहा है। इसका खुलासा कलेक्टर गौरव गोयल की जांच रिपोर्ट में हुआ। जिम्मेदारों की लापरवाही उजागर होने पर दो मेटों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। वहीं तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर विस्तृत जांच के निर्देश दिए गए हैं।
ग्राम पंचायत बाटाडू में मनरेगा योजना से ग्रेवल सड़क मैराजाणियों की ढाणी से जैमाणी सुथारों की ढाणी पर कुल 51 श्रमिक मस्टररोल में उपस्थित बताए गए, जबकि मौके पर 27 ही उपस्थित मिले। इसी तरह ग्रेवल सड़क किसने का तला से जूरकों की ढाणी में भी 64 में से 31 श्रमिक ही उपस्थित थे। इस पर कलेक्टर ने मेट बाबूलाल को ब्लैक लिस्टेड कर तुरंत हटाने के निर्देश दिए। व्यक्तिगत लाभ योजना से स्वीकृत कार्यों की जांच करने पर सीमेंट 30 बैग ही प्राप्त हुआ। इस बारे में लाभार्थी से पूछे जाने पर जानकारी नहीं मिल पाई। ग्राम पंचायत के स्टॉक रजिस्टर कार्यालय में नहीं मिलने से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई। निरीक्षण में सभी टांकों पर जमीन से ऊपर बनाई गई दीवार की मोटाई 6 से 9 इंच की पाई गई वह भी सीमेंट कंकरीट की। जबकि तकमीना में 1 फीट पत्थर दीवार बनाने का प्रावधान है। इतना ही नहीं टांके तकमीनों की साइज के अनुरूप नहीं बनाए जा रहे हैं। कुछ टांके साइज से बड़े व कुछ छोटे पाए गए। कार्य स्थल पर छाया, पानी की व्यवस्था नहीं पाई गई। डिस्प्ले बोर्ड एवं कार्य स्थल पुस्तिका किसी भी कार्य पर नहीं पाए गए। कलेक्टर ने मनरेगा योजना से स्वीकृत कार्यों में मिली अनियमितताओं के लिए संबंधित रोजगार सहायक व ग्राम सेवक चंद्र प्रकाश के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिए हैं।
ग्राम पंचायत बाटाडू में मनरेगा योजना से ग्रेवल सड़क मैराजाणियों की ढाणी से जैमाणी सुथारों की ढाणी पर कुल 51 श्रमिक मस्टररोल में उपस्थित बताए गए, जबकि मौके पर 27 ही उपस्थित मिले। इसी तरह ग्रेवल सड़क किसने का तला से जूरकों की ढाणी में भी 64 में से 31 श्रमिक ही उपस्थित थे। इस पर कलेक्टर ने मेट बाबूलाल को ब्लैक लिस्टेड कर तुरंत हटाने के निर्देश दिए। व्यक्तिगत लाभ योजना से स्वीकृत कार्यों की जांच करने पर सीमेंट 30 बैग ही प्राप्त हुआ। इस बारे में लाभार्थी से पूछे जाने पर जानकारी नहीं मिल पाई। ग्राम पंचायत के स्टॉक रजिस्टर कार्यालय में नहीं मिलने से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई। निरीक्षण में सभी टांकों पर जमीन से ऊपर बनाई गई दीवार की मोटाई 6 से 9 इंच की पाई गई वह भी सीमेंट कंकरीट की। जबकि तकमीना में 1 फीट पत्थर दीवार बनाने का प्रावधान है। इतना ही नहीं टांके तकमीनों की साइज के अनुरूप नहीं बनाए जा रहे हैं। कुछ टांके साइज से बड़े व कुछ छोटे पाए गए। कार्य स्थल पर छाया, पानी की व्यवस्था नहीं पाई गई। डिस्प्ले बोर्ड एवं कार्य स्थल पुस्तिका किसी भी कार्य पर नहीं पाए गए। कलेक्टर ने मनरेगा योजना से स्वीकृत कार्यों में मिली अनियमितताओं के लिए संबंधित रोजगार सहायक व ग्राम सेवक चंद्र प्रकाश के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिए हैं।
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