* गर्मी में दोपहर को घर से बाहर जाने के पहले एक गिलास ठंडा पानी अवश्य पीना चाहिए तथा एक प्याज जेब में रखना चाहिए। इससे लू का प्रभाव नहीं होता।
* तेज धूप में जाना हो तो सिर पर टोपी, हेलमेट या फेल्टहेट लगाकर जाएँ, ताकि सिर पर धूप की सीधी किरणें न पड़ें।
* दिन में एक या दो बार नीबू-पानी-शकर डालकर पीना चाहिए। इसके अतिरिक्त दही, छाछ या मीठे शर्बत का सेवन करना चाहिए। यदि यह संभव न हो तो एक गिलास पानी में 1-2 चम्मच ग्लूकोज घोलकर पीना चाहिए। इससे शरीर में शीतलता व तरावट बनी रहती है।
* धूप में या तेज गर्मी में घूमते हुए ठंडा पानी या पेय न पिएँ। घर पहुँचकर भी तुरंत पानी न पिएँ। जब पसीना सूख जाए तथा शरीर ठंडा हो जाए तब पानी पीना चाहिए।
* गर्मी के दिनों में हल्का भोजन करना चाहिए। बासी भोजन तथा तेज मिर्च मसाले वाले, तले हुए नमकीन, बेसन के बने पदार्थों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। खट्टा व बासी दही नहीं खाना चाहिए। घर में ही जमा हुआ दही खाना चाहिए।
* गर्मी के दिनों में देर तक भूखे रहना उचित नहीं है। इस मौसम में तरबूज, संतरे, मौसंबी, केला, हरी ककड़ी आदि का उपयोग करना चाहिए।
* शाम का भोजन भारी, गरिष्ठ व तला हुआ नहीं होना चाहिए। सोने से एक घंटा पहले भोजन करना चाहिए। भोजन में आम के पने का सेवन अवश्य करना चाहिए।
* इस ऋतु में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
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