नई दिल्ली।। लोकपाल कानून पर सरकार और सिविल सोसायटी के बीच ' महाभारत ' के पूरे आसार दिख रहे हैं। जॉइंट ड्राफ्ट कमिटी की आखिरी बैठक खत्म होने के कुछ देर बाद अन्ना ने कहा कि मजबूत लोकपाल बनाने की सरकार की इच्छा है ही नहीं। सरकार को हम सबक सिखाएंगे। 16 अगस्त से मैं फिर अनशन पर बैठूंगा। उन्होंने दो टूक कहा कि सरकार और सिविल सोसायटी के बीच बातचीत फेल हो गई है।
इसके पहले लोकपाल बिल को तैयार करने के लिए बनी जॉइंट ड्राफ्ट कमिटी की आखिरी बैठक मंगलवार को निराशा के माहौल में खत्म हो गई। 6 मुद्दों पर सरकार और सिविल सोसायटी के बीच मतभेद बरकरार है। टीम अन्ना ने जहां सरकारी ड्राफ्ट पर ' गहरी निराशा ' जाहिर की , वहीं केंद्र ने कहा कि वह दोनों पक्षों के ड्राफ्ट पर पॉलिटिकल पार्टियों से राय लेकर उसे कैबिनेट के सामने रखेगा। सरकार के ड्राफ्ट में प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में रखे जाने का जिक्र नहीं है
इसके पहले लोकपाल बिल को तैयार करने के लिए बनी जॉइंट ड्राफ्ट कमिटी की आखिरी बैठक मंगलवार को निराशा के माहौल में खत्म हो गई। 6 मुद्दों पर सरकार और सिविल सोसायटी के बीच मतभेद बरकरार है। टीम अन्ना ने जहां सरकारी ड्राफ्ट पर ' गहरी निराशा ' जाहिर की , वहीं केंद्र ने कहा कि वह दोनों पक्षों के ड्राफ्ट पर पॉलिटिकल पार्टियों से राय लेकर उसे कैबिनेट के सामने रखेगा। सरकार के ड्राफ्ट में प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में रखे जाने का जिक्र नहीं है
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