जरदारी की हत्या की साजिश के आरोप में 42 गिरफ्तार
इस्लामाबाद।।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की हत्या की साजिश का भंडाफोड़ करते हुए इस सिलसिले में कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
टीवी चैनलों की खबर में कहा गया है कि एजेंसियों ने पिछले कुछ हफ्ते के दौरान इस्लामाबाद और पंजाब में छापे मार कर 42 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जियो न्यूज चैनल की खबर में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि 42 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि एक्सप्रेस न्यूज चैनल में गिरफ्तार लोगों की संख्या आठ बताई गई है।
खबरों में कहा गया है कि षड्यंत्रकारियों ने जरदारी को पाकिस्तान इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के दौरे में मारने की साजिश रची थी। इस चिकित्सा संस्थान में जरदारी के बीमार पिता हाकिम अली जरदारी का इलाज चल रहा था। ऐसी भी खबरें हैं कि षड्यंत्रकारियों ने जरदारी को सिंध प्रांत के नवाब शाह में निशाना बनाने की साजिश रची थी।
बहरहाल, हत्या की इस कथित साजिश के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। सुरक्षा अधिकारियों ने पहले कहा था कि राष्ट्रपति को तालिबान और अन्य उग्रवादी समूहों से जान का गंभीर खतरा है। सुरक्षा संबंधी कारणों के चलते जरदारी सार्वजनिक रूप से कभी-कभार ही नजर आते हैं।
इस्लामाबाद।।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की हत्या की साजिश का भंडाफोड़ करते हुए इस सिलसिले में कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
टीवी चैनलों की खबर में कहा गया है कि एजेंसियों ने पिछले कुछ हफ्ते के दौरान इस्लामाबाद और पंजाब में छापे मार कर 42 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जियो न्यूज चैनल की खबर में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि 42 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि एक्सप्रेस न्यूज चैनल में गिरफ्तार लोगों की संख्या आठ बताई गई है।
खबरों में कहा गया है कि षड्यंत्रकारियों ने जरदारी को पाकिस्तान इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के दौरे में मारने की साजिश रची थी। इस चिकित्सा संस्थान में जरदारी के बीमार पिता हाकिम अली जरदारी का इलाज चल रहा था। ऐसी भी खबरें हैं कि षड्यंत्रकारियों ने जरदारी को सिंध प्रांत के नवाब शाह में निशाना बनाने की साजिश रची थी।
बहरहाल, हत्या की इस कथित साजिश के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। सुरक्षा अधिकारियों ने पहले कहा था कि राष्ट्रपति को तालिबान और अन्य उग्रवादी समूहों से जान का गंभीर खतरा है। सुरक्षा संबंधी कारणों के चलते जरदारी सार्वजनिक रूप से कभी-कभार ही नजर आते हैं।
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