ब्यूटी कांटेस्ट में भाग लेने पर लड़की को पत्थरों से मार डाला, जंगल में दफनाया शव
कात्या कोरन की लाश क्रीमा में उसके घर के नजदीक ही बरामद हुई। कोरन के मित्रों का कहना है कि उसे फैशनेबल कपड़े पहनने का काफी शौक था औऱ हाल ही में उसने एक ब्यूटी कांटेस्ट में भी भाग लिया था, जिसमें वह सातवें नंबर पर रही।
कोरन की बुरी तरह क्षत- विक्षत लाश उसके घर के पास, जंगल में दफनाई हुई मिली। वह एक सप्ताह से लापता थी। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी १६ साल के बिहाल गाजेव ने पुलिस को बताया कि कात्या ने शरीयत का उल्लंघन किया और इसलिए उन्होंने उसकी जान ली। उसने कहा कि उसे इसका कोई अफसोस नहीं है।
पत्थरों से पीट पीटकर मारने की सजा पर मुस्लिम समाज विभाजित है। कुछ इसे मुस्लिम कानून शरीयत के अनुसार बताते हैं, जबकि दूसरे इससे असहमत हैं। ईरान, नाईजीरिया और पाकिस्तान में हाल ही में पत्थरों से हमला कर मार डालने की घटनाएं सामने आई हैं। पिछले साल के अंत तक ईरान की जेल में १० महिला और ४ पुरुष बंद थे, जिन्हें पत्थरों से पीट-पीटकर मार डालने की सजा दी गई।
ईरान में व्याभिचार के लिए यही सजा तय है।
पिछले साल भी ईरान की एक महिला सकीना मोहम्मदी को भी अपने पति इब्राहिम गादेरजादे की हत्या करने के आरोप में पत्थरों से पीट-पीटकर मार डालने की सजा सुनाई थी। सकीना के पति को नशे की आदत थी और वह सालों तक उसे प्रताड़ित करता रहा था। सकीना के वकील ने दावा किया कि पति ने सकीना को कुछ लोगों को बेच दिया था, जिसके बाद उसने पति की हत्या की। उसे अवैध संबंध रखने के आरोप में ९९ कोड़े मारे जाने की भी सजा सुनाई गई थी।
लेकिन बाद में जब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महिला को दी गई मौत की सजा की निंदा की गई, तो सजा को टाल दिया गया।
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