रविवार, 25 अप्रैल 2010

BARMER NEWS TRACK

राजस्‍थान: गो-तस्‍करों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रोड जाम



बाड़मेर: पाकिस्‍तान की सीमा से लगे राजस्‍थान के बाड़मेर जिले के शिव कस्बे में हजारों गो-भक्तों ने शनिवार देर रात गो-तस्करों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रास्ता जाम कर दिया। तनावपूर्ण स्थिति के बीच रविवार को पूरे दिन शिव कस्बा पूरी तरह से बंद रहा। गो-भक्‍त दिन भर रास्तों का घेराव करते रहे। इस दौरान करीब चार-पांच घंटे तक राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम किया गया। आंदोलनकारियों का नेतृत्व शिव के पूर्व विधायक जालमसिंह रावलोत और राजस्थान गो-सेवा आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष स्वामी प्रतापपुरी ने किया। घटना की जानकारी मिलने के बाद शनिवार देर रात ही दोनों नेता घटनास्थल पर पहुंच गए। घटना की खबर आग की तरह पूरे कस्बे में फैली और रविवार सवेरे से शिव मुख्यालय पर गो-भक्तों को जमावड़ा शुरू हो गया। समाचार लिखे जाने तक करीब पांच हजार लोग मौके पर जमा हो गए थे।

आक्रोशित गो-भक्तों ने रास्ता जाम करने के साथ ही कुछ वाहनों के शीशे तोड़ने और दुकानों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश भी की। तनाव को देखते हुए शिव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। रविवार को दिन भर पूरा शिव कस्‍बा पुलिस छावनी में तब्दील रहा। पुलिस ने स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में होने का दावा किया है। गो-भक्तों के मुताबिक, शनिवार रात को गो-वंश की खुली तस्करी की जानकारी के बावजूद पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना रहा और गो-तस्करों को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया गया। बताया गया कि कस्बे में पुलिस थाने के सामने से गायों और बछड़ों से भरे तीन ट्रक गो-तस्कर ले गए।

इस बात की जानकारी आस-पास ग्रामीणों को मिलने पर रात को ही सैकड़ों लोग शिव थाने के बाहर जमा हो गए तथा गो-तस्करों के ट्रक की बरामदगी और तस्करों को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। रात को को ही आक्रोशित ग्रामीणों ने शिव कस्‍बे की ओर आने और वहां से जाने के सारे रास्ते जाम कर दिए। पुलिस मुख्यालय पर घटना की सूचना मिलने के बाद अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर भेजा गया। इसके बावजूद ग्रामीणों ने थाने पर अपना प्रर्दशन जारी रखा। भारी तनाव और नारेबाजी के बीच रात भर ग्रामीणों ने शिव से आवागमन के सारे रास्ते जाम कर दिए। गो-सेवा आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष स्वामी प्रतापपुरी, पूर्व विधायक डॉ. जालमसिंह के नेतृत्व में रविवार प्रातः हजारों गो भक्त शिव मुख्यालय पर एकत्रित हो गए। आक्रोशित भीड़ ने कई स्थानों पर टायरों में आग लगा कर रास्तें जाम कर दिए। उन्‍होंने मुख्यालय पर स्थित दुकानों और केबिनों में तोड़फोड़ भी की, जिसके कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई। समाचार लिखे जाने तक ग्रमीणों का प्रर्दशन जारी था।

जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संतोष चालके ने बताया कि पुलिस ने तीनों ट्रको को बरामद कर दिया हैं। आन्दोलनकारियों से र्वाता चल रही है और स्थिति शान्तिपूर्ण है।

वहीं दूसरी ओर आन्दोलनकारियो ने गो-तस्करों को गिरफ्तारी, दोषी पुलिसकर्मियों को निलम्बित करने तथा गौवंश की बरामदगी की मांग रखी। अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक श्रीराम मीणा और उप अधीक्षक जस्साराम बोस के साथ प्रशासन की ओर से उपखण्ड अधिकारी आंदोलनकारियों से वार्ता का प्रयास कर स्थिति नियंत्राण के प्रयास में लगे रहे। सूत्रों ने बताया कि आंदोलनकारियों की तमाम मांगे मान ली गई, साथ ही मामले के चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस को अब तक घटना के मुख्य अभियुक्त सहित एक जने की तलाश है।
बाडमेर: केयर्न्‍स इंडिया ने मंगला से सलाया तक तेल परिवहन शुरू किया


बाड़मेर: राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले में केयर्न्‍स इंडिया के मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल (एमपीटी) के उत्पादन श्रृंखला द्वितीय के एक सिरे से रविवार प्रात: खनिज तेल प्रवाहित करने का काम आरंभ हो गया।

केयर्न्‍स इंडिया के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा अर्चना के साथ तेल प्रवाहित किए जाने की प्रक्रिया आरंभ की गई। तेल उत्पादन सुविधा श्रृंखला द्वितीय की अधिकतम क्षमता 50 हजार बैरल प्रतिदिन है। तेल प्रवाहित करने संबंधी प्रक्रिया के लिए कार्मिकों को विशेष सुरक्षा प्रशिक्षण दिया गया है।

इस प्रक्रिया में तेल कुओं के समूह से उत्पादित खनिज तेल एमपीटी के सेपरेटर, हीटिंग, स्टोरेज इत्यादि इकाइयों से होकर लगभग एक सप्ताह की अवधि में मंगला तेल क्षेत्र से गुजरात के सलाया तक बिछाई गई विशिष्ट प्रकार की तेल परिवहन पाइप लाइन के एक सिरे तक पहुंचेगा। मुख्य पाइप लाइन के दूसरे सिरे तक तेल पहुंचने में करीब एक माह का समय लगेगा।

सूत्रों के अनुसार, तेल उत्पादन सुविधा श्रृंखला एक से वर्तमान में प्रतिदिन लगभग तीस हजार बैरल उत्पादित तेल का परिवहन टेंकरों से किया जा रहा है। उत्पादन श्रृंखला तृतीय वर्ष 2010 के अंत तक विकसित की जानी है। अगले वर्ष भाग्यम और ऐश्वर्या तेल क्षेत्र से भी उत्पादित तेल का परिवहन पाइप लाइन से किया जाएगा।

बाड़मेर से गुजरात के समुद्री तट तक बिछाई गई पाइप लाइन की तेल परिवहन क्षमता करीब ढाई लाख बैरल प्रतिदिन है। अगले वर्ष के अंत तक इससे रोजाना पौने दो लाख बैरल तेल परिवहन का लक्ष्य है। आवश्यकतानुसार इसमें वृद्धि की जा सकेगी। राज्य में रिफाइनरी लगने पर इसी पाइप लाइन से तेल की आवक भी संभव होगी।

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