शनिवार, 3 जून 2017

भंवरी देवी हत्याकांडः इंद्रा ने भार्इ को मंत्री बनाने के लिए रची थी साजिश, भंवरी को कहती थी भाभी

भंवरी देवी हत्याकांडः इंद्रा ने भार्इ को मंत्री बनाने के लिए रची थी साजिश, भंवरी को कहती थी भाभी

जयपुर। भंवरी देवी हत्याकांड में इंद्रा विश्नोर्इ गिरफ्तार हो चुकी है। माना जा रहा है कि अब इंद्रा कर्इ चौंकाने वाले खुलासे कर सकती है। फरार होने से पहले इंद्रा ने बयान दिया था कि यदि उसने मुंह खोला तो कर्इ बड़े चेहरे फंस जाएंगे। हालांकि इसके बाद वह गायब हो गर्इ आैर उन बड़े चेहरों का राज, राज ही रह गया। इस मामले में इंद्रा अहम कड़ी है। भंवरी आैर अपने भार्इ मलखान के बीच सबसे पहले रिश्तों को कबूल करने वाली भी इंद्रा ही थी। यहां तक की वह भंवरी को भाभी कहती थी आैर भंवरी को ब्लैकमेलिंग के रास्ते पर धकेलने वाली भी इंद्रा ही थी।महिपाल मदेरणा आैर भंवरी के रिश्तों की कहानी इंद्रा से छिपी नहीं थी। वह लालची थी आैर मदेरणा के खिलाफ भंवरी को इस्तेमाल करना चाहती थी। इंद्रा ने भंवरी को मदेरणा की सीडी बनाने के लिए तैयार किया आैर उसके बाद ब्लैकमेलिंग के जरिए दस लाख रुपए की उगाही भी करवार्इ।

इंद्रा को आंख दिखाने लगी थी भंवरीभंवरी आैर इंद्रा के बीच यहां तक तो सब कुछ ठीक था, लेकिन जब भंवरी ने मलखान के खिलाफ खड़ा होने की कोशिश की तो इंद्रा इसे बर्दाश्त नहीं कर सकी। भंवरी अब इंद्रा को भी आंख दिखाने लगी थी। इसी के बाद भंवरी को ठिकाने लगाने का प्लान तैयार हुआ था।

भार्इ को मंत्री बनाने की चाह
महिपाल मदेरणा को मंत्री पद से हटाकर इंद्रा अपने भार्इ मलखान को मंत्री बनाना चाहती थी। इसके लिए उसने मोहरों को आगे रखकर चालें चलनी शुरू कर दी। पहले उसने रिश्तेदार साेहनलाल काे भंवरी का धर्मभार्इ बनवाया आैर फिर नेताआें की सीडी को हथियाकर मोटी रकम वसूलने में जुट गर्इ। सीडी हथियाकर ब्लैकमेलिंग आैर मदेरणा को पद से हटाने के लिए भंवरी को अगवाकर विशनाराम गैंग को सौंप दिया। विशनाराम गैंग ने भंवरी को टाॅर्चर कर सीडी हथियाने की कोशिश की लेकिन उसने विरोध किया। इसके बाद ही भंवरी की हत्या कर दी गर्इ। 

भंवरी के पति से करवाया आंदोलन
इंद्रा को जब पता लगा कि भंवरी की हत्या हो चुकी है तो उसने एक नर्इ चाल चल दी। भंवरी के पति अमरचंद को दस लाख रुपए में खरीदकर उसने मदेरणा के खिलाफ केस करवाया आैर आंदोलन चलवाने लगी। हालांकि बाद में मामला उसकी गिरफ्त से निकलता चला गया। मदेरणा आैर मलखान की गिरफ्तारी के बाद उस पर भी गिरफ्तारी की तलवार मंडराने लगी तो वह फरार हो गर्इ। 

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