शुक्रवार, 24 जून 2016

भोपालगढ़/जोधपुर पुलिस हिरासत में ग्रामीण की मौत मामला: भोपालगढ़ एसएचओ को किया संस्पेंड



भोपालगढ़/जोधपुर पुलिस हिरासत में ग्रामीण की मौत मामला: भोपालगढ़ एसएचओ को किया संस्पेंडपुलिस हिरासत में ग्रामीण की मौत मामला: भोपालगढ़ एसएचओ को किया संस्पेंड


जिले के आसोप स्थित जीएसएस पर बिजली आपूर्ति को लेकर उपजे विवाद के बाद भोपालगढ़ थाने लाए गए ओमप्रकाश की पुलिस अभिरक्षा में मौत पर गुरुवार को तनाव व्याप्त हो गया। इसके बाद शुक्रवार दोपहर भोपालगढ़ के एसएचओ शिवलहरी मीणा को संस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही थाने के एएसआई व तीन कांस्टेबल्स को भी निलम्बित किया गया है। भोपालगढ़ थाने में अभी अस्थाई तौर पर पुलिस निरीक्षक भंवरलाल सीरवी को नया थानाधिकारी नियुक्त किया गया है।

गौरतलब है कि ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि ओमप्रकाश के साथ मारपीट करने से उसका दम गया। इसके बाद ग्रामीणों ने दिनभर न सिर्फ विरोध प्रदर्शन किया, बल्कि अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। रात को थानाधिकारी व युवक को थाने लाने वाले पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया, लेकिन ग्रामीण पचास लाख रुपए, आश्रित को नौकरी तथा भोपालगढ़ थानाधिकारी की तुरन्त गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं। गत सोमवार को ही पुत्र के दसवीं बोर्ड में अच्छे नम्बर से उत्तीर्ण होने पर मृतक ने गांव में मिठाई बांटी थी।

बिजलीघर में झगड़े से शुरू हुआ मामला

रामपुरा निवासी ओमप्रकाश पुत्र रामकरण जाट विद्युत आपूर्ति की समस्या को लेकर बुधवार देर रात आसोप बिजलीघर गया था, जहां मौजूद कर्मचारियों से उसका विवाद हो गया। पुलिस मौके पर पहुंची तथा ओमप्रकाश को सरकारी वाहन में डालकर थाने ले आई। कुछ देर बाद ओमप्रकाश की तबीयत खराब हो गई। पुलिस उसे लेकर सरकारी अस्पताल लेकर आई, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

इसका पता ग्रामीणों को गुरुवार सुबह लगा और वे थाने के बाहर जमा होने लग गए। उन्होंने थाने का घेराव कर डाला और पुलिस की मारपीट से हत्या का आरोप लगाते हुए विरोध पर उतर आए। देर रात जिला कलक्टर बिष्णु चरण मल्लिक, पुलिस महानिरीक्षक (रेंज) जीएल शर्मा के साथ जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों की वार्ता जारी थी। ग्रामीणों ने शुक्रवार से महापड़ाव की चेतावनी दी है।

थानाधिकारी पर हत्या का मामला दर्ज

उधर, रात को मृतक के चाचा की तरफ से थानाधिकारी शिवलहरी मीणा तथा युवक को आसोप से थाने तक लाने में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। पुलिस अभिरक्षा में मौत के चलते न्यायिक मजिस्ट्रेट मामले की जांच करेंगे। उधर, बुधवार रात आसोप स्थित जीएसएस के कर्मचारी ने मृतक ओमप्रकाश के खिलाफ मारपीट तथा राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज करवाया है।

आरोप : प्यास लगने पर पानी पिलाने की जगह की मारपीट

परिजन व ग्रामीणों का आरोप है कि आसोप से थाने लाए जाने के दौरान ओमप्रकाश ने प्यास लगने पर पुलिसकर्मियों से पानी पिलाने का आग्रह किया था, लेकिन पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनीं। पानी की जिद करने पर उसके साथ पुलिस ने मारपीट की। जिससे उसकी तबीयत बिगड़ी और फिर दम टूट गया।

पुलिस पर पथराव

तनावपूर्ण स्थिति के चलते क्षेत्र में पुलिस व आरएसी का अतिरिक्त बल तैनात किया गया। थाने के आस-पास भारी जाब्ता तैनात कर दिया गया। शाम को पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र कुमार महावर भी भोपालगढ़ पहुंचे व समझाइश के प्रयास किए। देर शाम कुछ युवकों ने पुलिस पर पथराव किए। जवाब में पुलिस ने भी पत्थर फेंके।

मौत से गर्माई राजनीति

पूर्व विधायक नारायणराम बेड़ा, पूर्व जिला प्रमुख मुन्नीदेवी गोदारा, पूर्व उप जिला प्रमुख हीरालाल मुण्डेल के साथ अनेक राजनेता थाने पहुंचे तथा पुलिस के खिलाफ आक्रोश जताया। अपराह्न में खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल और शाम को पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ भी वहां आए और धरने में बैठे लोगों को संबोधित किया। मांगे न मानने पर शुक्रवार से थाने के बाहर महापड़ाव की घोषणा की।

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