गुरुवार, 11 दिसंबर 2014

प्रेमी संग कमरे में पकड़ी गई बहू, सास का कत्ल

प्रेमी संग कमरे में पकड़ी गई बहू, सास का कत्ल

सीकर। प्रेम संबंधों में बाधक बनी सास की पुत्रवधू और उसके पे्रमी ने तीन दिन पहले गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद बहू अपने कमरे में सो गई और प्रेमी पैदल अपने घर चला गया।

पुलिस को उलटे-सीधे सवालों का जवाब दे रही बहू पर पहले दिन से ही शक था, लेकिन वह पूछताछ में हत्या करने से इनकार करती रही। बाद में उसके मोबाइल ने हत्या की वारदात का खुलासा कर दिया।
daughter in law and boyfriend was killed by mother in law in sikar

नीमकाथाना के मंढोली गांव में रविवार रात को हुई महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने बुधवार को बहू व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को पुलिस गुरूवार को न्यायालय में पेश करेगी।

प्रेमी को बहू के कमरे से आते देख लिया था सास ने
सदर थानाधिकारी ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित हत्या की शिकार महिला की बहू आशा (20) व उसका प्रेमी झुंझुनूं जिले के खेतड़ी थाना इलाके के रूपा का बास, बोराणा की ढाणी निवासी राकेश कुमार जाट (21) हैं।

सात दिसंबर की रात को आशा व उसकी सास सुवा देवी घर पर थीं। रात को प्रेमी आशा से मिलकर उसके कमरे से नीचे उतर रहा था। इस दौरान सास ने उसको देख लिया।

प्रेम संबंधों का राज खुलता देख आशा व उसके प्रेमी राकेश ने सास का मंुह दबा कर गला घोंटकर हत्या कर दी। बाद में दोनों ने शव को नाले में डाल दिया। रात को घर आए ससुर के पूछने पर बहू ने सुवा देवी के कहीं जाने की बात कही। इसके बाद बहू सो गई।

बोली, मेरे पास नहीं है मोबाइल
पुलिस ने आरोपित आशा से इस बारे में पूछताछ की तो उसने हत्या से अंभिज्ञता जताई और स्वयं के पास मोबाइल होने से भी इनकार कर दिया। बाद में पति ने पुलिस को बताया कि करीब एक वर्ष पहले आशा के पास उसने मोबाइल पकड़ा था।

तब उसने मोबाइल किसी सहेली का होना बताया था। सहेली से पुलिस ने पूछताछ की, तो उसने साफ इनकार कर दिया। इस दौरान पुलिस को पता चला कि आशा से मिलने के लिए राकेश अक्सर यहां आता रहता है। दोनों से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो हत्या से पर्दा उठ गया।

छुपा कर रखा था मोबाइल
दोनों के बीच दो वर्ष से अवैध संबंध थे, राकेश ने ही दो वर्ष पहले बात करने के लिए आशा को मोबाइल दिया था। दोनों के प्रेम संबंध में सास बाधक बन रही थी। वह कई बार आशा को इस बारे में टोक भी चुकी थी। -

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें