रविवार, 20 अप्रैल 2014

जाट व राजपूत समाज ने दिया सौहार्द का संदेश

 जाट व राजपूत समाज ने दिया सौहार्द का संदेश 
बाड़मेर



लोकसभा चुनाव में मतदान के दौरान हुई छिटपुट घटनाओं से जाट- राजपूत समाज के बीच फैल रही जातीय वैमनस्यता से कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन की पहल पर दोनों समाज के मौजिज लोगों की शनिवार को कलेक्टर भानुप्रकाश एटूरू व एसपी हेमंत शर्मा की मौजूदगी में बैठक आयोजित हुई। इस दौरान दोनों पक्षों से समझाइश करते हुए सौहार्द का माहौल बनाए रखने का आह्वान किया गया। इस पर समुदाय के लोगों ने राजनैतिक मतभेद भुलाकर अमन चैन कायम करने पर सहमति जाहिर की।
मतदान के दिन गुरूवार को पुलिस थाना गिड़ा के कानोड़ में जाट व राजपूत जाति के बीच हुई मारपीट की घटना के बाद 18 अप्रेल को कानोड़ बंद रहा। इससे दोनों समुदाय के बीच उपजे विवाद से कानून व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका के चलते प्रशासन ने पहल करते हुए दोनों पक्षों से समझाइश के लिए बैठक रखी गई। कांफ्रेंस हॉल में शनिवार को कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दोनों समुदाय के लोगों के बीच सौहार्द कायम करने के लिए विचार विमर्श किया गया। एसपी हेमंत शर्माने बताया कि बैठक में जाट समुदाय से बायतु विधायक कैलाश चौधरी,पूर्व प्रधान सिमरथाराम, बालाराम चौधरी समेत 20 लोग एवं राजपूत समुदाय से एडवोकेट स्वरूपसिंह, हीरसिंह व राजेन्द्रसिंह भियाड़ समेत 13 लोग शामिल हुए। एसपी शर्मा ने दोनों समुदायों को मतदान के दौरान दर्ज हुए प्रकरणों के संबंध में पुलिस की ओर से निष्पक्ष अनुसंधान का विश्वास दिलाते हुए सही कानूनी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। साथ ही दोनों समुदायों को अब तक का मतभेद एवं विवाद भुलाते हुए शांति व्यवस्था बनाएं रखने की अपील की गई। दोनों समुदायों की उक्त शांति समिति की बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई । मौजीज लोगों ने जिले में किसी भी प्रकार की घटना घटित होने पर उसको जातीय वैमनस्यता का रूप नहीं दिये जाने एवं एक दूसरे से परस्पर व्यक्तिगत थवा दूरभाष से वार्ता कर उसकी तहकीकात करने व किसी भी प्रकार की जातीय विद्वेष नहीं फैलाने का भरोसा दिलाया।
इस मौके पर डीएसपी ओमप्रकाश गौतम समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
प्रशासन की पहलत्न कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दोनों समुदाय के लोगों से समझाइश, गिला


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