मंगलवार, 1 अगस्त 2017

अब जैसलमेर में भीबनेगी नेकी की दीवार



अब जैसलमेर में भीबनेगी नेकी की दीवार

जैसलमेर, 01 अगस्त। जिला मुख्यालय पर नगर परिषद द्वारा बुधवार को नेकी की दीवार स्थापित की जाएगी। जिसके माध्यम से जरूरतमंदों द्वारा आवष्यकता से अधिक या अनुपयोगी सामग्री वितरित हो सकेगी।

आयुक्त नगर परिषद झब्बरसिंह चैहान ने बताया कि वस्त्रांे, खिलौने, बरतन एवं अन्य सामान जो आपके द्वारा उपयोग में नहीं लिया जा रहा हो उसे नेकी की दीवार में भंेट किया जा सकता है। लोगों द्वारा सम्मानपूर्वक सप्रेम भेंट की गई कोई भी वस्तु किसी भी प्राणी के काम आ सके तो यह बहुत ही सम्मानजनक बात होगी। उन्होंने बताया कि नेकी की दीवार स्थल पर किये जाने वाला आयोजन शहरवासियों के लिये बडी गर्व की बात है। उन्होंने समस्त नगरवासियों से आग्रह किया है कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में पधारकर आयोजन को सफल बनाने मे नगर परिषद का सहयोग करें। नगर परिषद जैसलमेर द्वारा नेकी की दीवार हनुमान चैराहा रेन बसेरा पर बुधवार, 2 अगस्त को प्रातः 10 बजे कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। सभी आम एवं खास नागरिक बंधुओं, गैर सरकारी संस्थानो, जिला स्तरीय अधिकारी, समस्त कर्मचारियो से आग्रह किया जाता है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में पधारकर कार्यक्रम को सफल बनाएं।



----000----

रल्ली के स्वयं सहायता समूह

को सुदृढ करने को प्रषिक्षण


जैसलमेर 01 अगस्त। उप वन संरक्षक, इन्दिरा गांधी नहर परियोजना स्टेज-ाा जैसलमेर के अधीन कार्यरत रल्ली बनाने वाले स्वयं सहायता समूहों तथा वन विभाग के अधिकारियों/ कर्मचारियों द्वारा जैसलमेर में मण्डल कार्यालय में ’’हस्त षिल्प’’ को अन्तर्रान्ट्रीय बाजार की मांग के अनुरुप बनाने के लिए उप वन संरक्षक, इन्दिरा गांधी नहर परियोजना स्टेज-ाा के प्रागंण में ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान बाड़मेर के श्रीमती रुमा देवी अध्यक्षा सचिव विक्रमसिंह चैधरी तथा द्वारा ’’हस्त षिल्प’’ पर वार्ता एवं विचार विमर्ष किया गया। जिसमें रल्ली बाजर मूल्य बढ़ाने के लिए रल्ली की साईज बड़ी बनाने तथा अच्छी गुणवता का कपड़ा काम में लेने की सलाह दी ।

उप वन संरक्षक इन्दिरा गांधी नहर परियोजना स्टेज-ाा सुदीप कौर ने बताया कि इस मौके पर श्रीमती सुदीप कौर, भारतीय वन सेवा ने अपने अनुभवों से प्रतिभागियों को लाभन्वित करवाया। इसी क्रम में उप वन संरक्षक, इन्दिरा गांधी नहर परियोजना स्टेज-ाा जैसलमेर द्वारा रल्ली के विक्रय के लिए विभिन्न प्रदर्षनियों एवं आयोजनों के माध्यम से महिलाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। 16 नवम्बर 2015 एवं 22 दिसंबर 2015 से 27 दिसंबर 2015 को सोनार किला जैसलमेर के परिसर में प्रदर्षनी का आयेाजन किया गया 16 जून 2016 को आफरी जोधपुर में भी स्टाॅल लगाकर रल्ली को प्रदर्षित किया गया।

उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय झालावाड़ में दिनांक 21 जुलाई को स्वयं सहायता समूह द्वारा प्रदर्षनी में भाग लेकर हस्त निर्मित उत्पादों को प्रदर्षन किया गया तथा 10 जुलाई 2017 राज्य स्तरीय वन महोत्सव जयपुर में भी हस्तषिल्प उत्पाद को प्रदर्षित किया गया । स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा हस्त निर्मित 10 जनवरी 2017 से 13 जनवरी को फ्रॅकफर्ट, जर्मनी में आयोजित होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले ;भ्मपउ ज्मगजपसमद्ध में किया गया। विभाग द्वारा ग्रामीण विकास एवं चेतना बाड़मेर के सहयोग से समय-समय पर प्रषिक्षण एवं सुधार के लिए सुझाव लिये जाते है।

विक्रम चैधरी द्वारा स्वयं सहायता समूह के अक्सपोजर विजिट के लिए तथा रल्ली गुणवता बढाने के लिए विचार विमर्ष करने के लिए बाड़मेर में आने के लिए सभी को निमंत्रित किया।

-----000-----





पालनहार योजना में लाभान्वितों

का बायोमैट्रिक से सत्यापन होगा


जैसलमेर 01 अगस्त। पालनहार योजना का लाभ प्राप्त कर रहे पालनहारो व बच्चो का बायोमैट्रिक से भौतिक सत्यापन होने पर एसजेएमएस से एसएसओ पार्टल पर सिफटिंग होने के बाद ही भुगतान होगा। सहायक निदेषक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हिम्मतसिंह कविया ने बताया कि पालनहार योजना में लाभ प्राप्त कर रहे पालनहारों का बायोमैट्रिक मषीन से सत्यापन का कार्य होने के बाद ही उसे माह मार्च 2017 से बकाया किस्त का भुगतान एसएसओ पोर्टल से किया जायेगा ।

पालनहार योजना का लाभ प्राप्त कर व्यक्तियों से आग्रह है कि वे ई-मित्र के माध्यम से अपना व बच्चों का बायोमैट्रिक मषीन से एस0एस0ओ0 पोर्टल पर 5 अगस्त तक सत्यापन करा लेवें अन्यथा किसी प्रकार का भुगतान देय नहीं होगा । उन्होने बताया कि सत्यापन के लिए पालनहारो का ई-मित्र पर भामाषाह कार्ड, बच्चो के आधार , अध्ययनरत प्रमाण पत्र, बैक खाता पास बुक, ले जाना अनिवार्य होगा । इस संबंध में अधिक जानकारी कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।

,जालोर जवाई नदी पुलिया पर सुचारू हुआ आवागमन




 ,जालोर  जवाई नदी पुलिया पर सुचारू हुआ आवागमन
जालोर, 1 अगस्त। अतिवृष्टि के कारण करीब चार दिन से जालोर-आहोर सड़क मार्ग से कटे हुए जालोर जिला मुख्यालय पर सोमवार देर रात आवागमन सुचारू हो गया। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने सोमवार को जालोर जिले का दौरा कर अतिवृष्टि के कारण पैदा हुए हालातों का जायजा लिया था और जवाई नदी पुलिया की अतिशीघ्र मरम्मत करवाकर आवागमन शुरू करने के निर्देश दिए थे।

युद्ध स्तर पर किया गया मरम्मत कार्य

जिला कलेक्टर श्री एल.एन. सोनी ने बताया कि मुख्यमंत्राी के निर्देशों के बाद जिला प्रशासन, सेना, नेशनल डिजास्टर रिस्पाॅन्स फोर्स (एनडीआरएफ), स्टेट डिजास्टर रिस्पाॅन्स फोर्स (एसडीआरएफ) और स्थानीय नागरिकों के सहयोग से जवाई नदी पुलिया की मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर किया गया और सोमवार रात करीब 9 बजे हल्के वाहनों का आवागमन शुरू कर दिया गया। मंगलवार सुबह से भारी वाहनों का आवागमन भी शुरू कर दिया गया।

लोगों के चेहरे पर दौड़ी खुशी की लहर

आवागमान शुरू होने से कई दिनों से पुलिया के दोनों ओर अटके हुए लोगों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई। पुलिया के क्षतिग्रस्त होने से विगत करीब 4 दिनों से लोग अपने आवश्यक कार्यों के लिए न तो जालोर जिला मुख्यालय आ पा रहे थे और न ही जालोर से जोधपुर व पाली आदि मार्गो की तरफ जा पा रहे थे। पुलिया पर आवागमन सुचारू होने से उन्हें राहत मिली। अब लोग जालोर-आहोर मार्ग पर आ-जा सकते हैं।

रसद और अन्य सामग्री की आपूर्ति हुई बहाल

उपखण्ड अधिकारी श्री राजेन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिया के क्षतिग्रस्त होने के कारण बाधित हुई रसद सामग्री, गैस तथा पेट्रोल की आपूर्ति भी मंगलवार को सुचारू हो गई। मंगलवार सुबह से रसद सामग्री सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं के वाहनों तथा पेट्रोल टैंकर एवं गैस कम्पनियों के वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई, इससे स्थानीय निवासियों को राहत मिली।

सहायक अभियंता श्री रमेश सिंगारिया ने मौके पर बताया कि पुलिया के मरम्मत कार्य का लगातार जायजा लिया जा रहा है। फिलहाल अस्थायी रूप से मरम्मत का कार्य किया गया है। पानी का वेग कम होने के बाद इसे पूरी तरह दुरूस्त कर दिया जाएगा।

पानी के भारी वेग से क्षतिग्रस्त हो गई थी पुलिया

उल्लेखनीय है कि पश्चिमी राजस्थान में अतिवृष्टि के कारण जवाई बांध में पानी की भारी आवक होने से बांध के गेट खोले गए थे, इससे जवाई नदी में पानी का वेग काफी बढ़ गया था और जवाई नदी पुलिया का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके कारण पुलिया पर वाहनों का आवागमन रोक दिया गया था।

फोटो कैप्शन: जवाई नदी पुलिया पर सुचारू आवागमन का दृश्य।

---000---

जालोर में राहत एवं बचाव कार्य जोर-शोर से जारी

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हेलीकाॅप्टर और नावों से पहुंचाई खाद्य सामग्री


-जिला प्रभारी सचिव श्री कुंजीलाल मीणा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्टेट डिजास्टर एक्शन फोर्स श्री बीएल सोनी व जिला कलेक्टर श्री एलएन सोनी प्रभावित क्षेत्रा का जायजा लिया

जालौर, 1 अगस्त। जालोर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मंगलवार को भी जिला प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव कार्य जोर-शोर से जारी रहे। सुबह से ही पूरा जिला प्रशासन राहत पहुंचाने में मुस्तैद रहा। प्रभावित क्षेत्रों में करीब चार टन खाद्य सामग्री पहुंचाई गई। जिला प्रभारी सचिव श्री कुंजीलाल मीणा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्टेट डिजास्टर एक्शन फोर्स श्री बीएल सोनी तथा जिला कलेक्टर श्री एलएन सोनी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर जायजा लिया।

जिला कलेक्टर श्री सोनी ने बताया कि मंगलवार को राहत एवं बचाव कार्यों के तहत बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय वायुसेना के हेलीकाॅप्टर से खाद्य सामग्री एवं अन्य अति आवश्यक वस्तुएं पहुंचाई गई। उन्होंने बताया कि हेलीकाॅप्टर से दो राउण्ड कर चितलवाना, खेजड़ियाली, आकुड़िया, रणोदर, रणखार, बाकासर सहित अन्य गांवों में भोजन के पैकेट, आटा, बिस्किट, पानी की बोतलें तथा खाद्य तेल सहित करीब चार टन खाद्य सामग्री और कम्बल पहुंचाए गए।

श्री सोनी ने बताया कि टापुओं पर अटके हुए लोगों के लिए भी एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ द्वारा नावों के माध्यम से राशन सामग्री पहुंचाई गई है। कुछ गांवों में सड़क मार्ग से भी खाद्य एवं अन्य सामग्री पहुंचाई गई।

मेडिकल टीमें पहुंचीं

जिला कलेक्टर ने बताया कि राज्य स्तरीय मेडिकल टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच गई हैं और काम शुरू कर दिया है। प्रत्येक ब्लाॅक में दो-दो मेडिकल टीम तथा चितलवाना में तीन टीम भेजी गई हैं। जालोर के गांवों में एंटी लार्वा गतिविधियां भी करवाई जा रही हैं ताकि मौसमी बीमारियों से बचाव हो सके। साथ ही चिकित्सा केंद्रों पर दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दे दिए गए हैं।

ज्यादातर क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति सुचारू

श्री सोनी ने बताया कि क्षेत्रा में बिजली आपूर्ति सुचारू करने के लिए भी टीमें जुटी हुई हैं। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रा के 33 केवी के 232 में से 209 जीएसएस की बिजली आपूर्ति सुचारू कर दी गई है तथा 13 जीएसएस की विद्युत आपूर्ति अन्य स्रोत से चालू कर दी गई है। शेष 10 जीएसएस की विद्युत आपूर्ति शीघ्र चालू करने के प्रयास जारी हैं। जालोर, भीनमाल तथा जसवंतपुरा में विद्युत व्यवस्था बहाल हो गई है। रानीवाड़ा क्षेत्रा में 95 में से 85 गांव, सांचोर में 124 में से 104, बागोड़ा में 49 में से 42 तथा चितलवाना में 154 में से 124 गांवों की बिजली व्यवस्था सुचारू हो गई है।

प्रभारी सचिव ने की राहत कार्यों की समीक्षा

प्रभारी सचिव श्री कुंजीलाल मीणा ने चितलवाना उपखण्ड में अधिकारियों की बैठक लेकर राहत एवं बचाव कार्यों की विस्तृत समीक्षा भी की। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पूरी तरह मुस्तैद रहकर राहत एवं बचाव कार्यों को अंजाम दें ताकि लोगों को शीघ्र राहत मिल सके।

श्री मीणा ने बिजली, सार्वजनिक निर्माण, जलदाय तथा चिकित्सा विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों से अब तक किए गए राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की और जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए लोगों को त्वरित राहत पहुंचाएं।

---000---

जिला मिशन कमेटी का गठन

जालोर 1 अगस्त । जिले में राष्ट्रव्यापी आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली लागू करने के सम्बन्ध में जिला स्तर पर जिला मिशन कमेटी का गठन किया गया हैं।

जिला मजिस्ट्रेट एल.एन.सोनी ने बताया कि जिला मिशन कमेटी में जिला कलक्टर को अध्यक्ष, महिला अधिकारिता विभाग की उप निदेशक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, अतिरिक्त जिला कलक्टर, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के (एसीपी) उप निदेशक को सदस्य तथा जिला पुलिस अधीक्षक को नोडल अधिकारी बनाया गया हैं।

---000---

जिला निष्पादक समिति की बैठक सम्पन्न

जालोर 1 अगस्त । जिला निष्पादक समिति की बैठक जिला कलक्टर एल.एन.सोनी की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्टेªट सभागार में सम्पन्न हुई।

बैठक में जिला कलक्टर एल.एन.सोनी ने अतिवृष्टि से प्रभावित हुई स्कूलों के बारे मंे समीक्षा करते हुए संस्था प्रधानों को जर्जर भवनों में विद्यार्थियों को नहीं बैठाने तथा गांव में अतिवृष्टि से प्रभावित परिवारों को सहयोग करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि 5 अगस्त को ‘जयपुर फेस्टिवल’ में प्रारम्भ हो रहे ज्ञान संकल्प पोर्टल एवं मुख्यमंत्राी विद्यादान कोष में भामाशाहों व दानदाताओं को प्रेरित कर कोष में धन जमा करवाये। उन्होंने कहा कि विद्यालय नामांकन में अधिकाधिक बढ़ोतरी करने तथा प्रत्येक विद्यालय में दस प्रतिशत नामांकन आवश्यक रूप से बढ़ाना सुनिश्चित करें तथा शारदे बालिका छात्रावासों का नामांकन बढ़ाया जाकर निर्माणाधीन आहोर, उम्मेदाबाद व जसवन्तपुरा के छात्रावासों को 15 अगस्त से पूर्व प्रारम्भ करें वही सायला माॅडल स्कूल का शीघ्र उद्घाटन करवाने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जावे।

इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) ललित शंकर आमेटा, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) आर.के.मीना, डाईट के हनीफ खान, चुन्नीलाल परिहार, रमसा के एडीपीसी प्रकाशचन्द्र चैधरी, सर्व शिक्षा अभियान के एडीपीसी मोहनलाल राठौड़, कार्यक्रम अधिकारी हनुमान कुमार दवे, अशोक चारण, कैलाश कुमार, जालोर ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी किशनाराम विश्नोई, प्रधानाचार्य श्रीमती ज्ञानी राठौड़, सहित अन्य अधिकारी आदि उपस्थित थे।

---000---

राहत कार्यो की समीक्षा बैठक बुधवार को
जालोर 1 अगस्त। जिले में हुई बाढ़ एवं अब तक किये गये राहत कार्यो की समीक्षा एवं आगामी दिवसों में किये जाने वाले राहत कार्यो की योजना के संबंध में समस्त विभागों की बैठक 2 अगस्त बुधवार को जिला कलक्टर के कक्ष में दोपहर 3 बजे आयोजित की जायेगी।

---000---




बाड़मेर, इन्द्रधनुष अभियान के तहत 90 फीसदी टीकाकरण सुनिश्चित करेंः सोनी



बाड़मेर, इन्द्रधनुष अभियान के तहत 90 फीसदी टीकाकरण सुनिश्चित करेंः सोनी
बाड़मेर, 01 अगस्त। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सघन मिशन इन्द्रधनुष टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत वर्ष 2018 तक 90 प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिला स्वास्थ्य भवन मंे मंगलवार को इन्द्रधनुष अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी हेमराज सोनी ने यह बात कही।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. हेमराज सोनी ने कहा कि प्रदेश के 11 जिलों में चलने वाले इस अभियान के तहत बाडमेर जिले में विभाग की ओर से व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है। इस दौरान जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. प्रीत मोहिन्द्र सिंह ने बताया ककि यह अभियान 7 अक्टूबर 2017 से शुरू होगा। यह अभियान अक्टूबर, नवंबर,दिसंबर एवं जनवरी माह की 7 तारीख से शुरू कर सप्ताह के अंत तक चलेगा। इस दौरान नियमित टीकाकरण से वंचित रहे 2 वर्ष तक के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को टीके लगाए जाएंगे। इसकी प्रधानमंत्री स्तर से समीक्षा की जाएगी और कार्यक्रम की माॅनिटरिंग हर स्तर से की जाएगी। कार्यक्रम की सफलता के लिए शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, यूथ अफेयर मत्रालय, सेना मत्रांलय के माध्यम से एनसीसी कैडेट्स व एनएसएस के स्वयंसेवकों का भी सहयोग लिया जाएगा। इस संबध में सभी बीसीएमओ, चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को भी निर्देश दिए गए है। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. प्रीत मोहिन्द्र सिंह ने कहा कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को प्राथमिकता देकर प्रत्येक लाभार्थी को टीकाकरण शामिल करने के शत-प्रतिशत प्रयास करने होंगे। उन्होेनें कहा कि सघन मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम ब्लाॅकवार जनसंख्या के हिसाब से कार्यक्रम की माईको्रप्लानिंग बनाई जाएगी। उन्हांेने हैडकांउट सर्वे के अनुसार कवरेज बढाने की गतिविधियों की जानकारी दी। जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी ने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए आशाआंे एवं एएनएम की अहम भागीदारी रहेगी। अभियान के बारे में आम जन को जागरूक करने के लिए विभाग की ओर से होर्डिग्स, बैनर, रेली एवं नुकड नाटक के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। ताकि आम जन को अभियान की जानकारी देकर अधिक से अधिक बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को अभियान से जोडा जा सके। कार्यशाला में उप मुख्य एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. पी.सी.दीपन, जिला कार्यक्रम प्रबधंक सचिन भार्गव, अनिल स्वामी, डाॅ. अकुंर डाॅ. अपूर्वा आदित्य अग्निहोत्री डाॅ. मुकेश गर्ग खण्ड स्तर से बीसीएमओ, बीएनओ, बीएचएस उपस्थित रहे।

बाड़मेर, राजकीय चिकित्सालय मंे व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देष



बाड़मेर, राजकीय चिकित्सालय मंे व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देष

बाड़मेर, 01 अगस्त। जिला कलक्टर के निर्देशानुसार बाड़मेर उपखंड अधिकारी चेतन कुमार त्रिपाठी ने मंगलवार को राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इन्हांेने इस दौरान व्यवस्थाएं सुधारने के साथ चिकित्सकांे की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

उपखंड अधिकारी चेतन कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आकस्मिक निरीक्षण के दौरान समस्त चिकित्सक उपस्थित पाए गए। इस दौरान काउंटर पर मरीजांे की तादाद ज्यादा होने पर प्रमुख चिकित्साधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया को काउंटर की व्यवस्थित व्यवस्था के निर्देश दिए गए। इसके अलावा चिकित्सालय परिसर मंे बारिश के पानी के भराव की निकासी एवं सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया। इसके अलावा चिकित्सकांे को ओपीडी मंे उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए।

198 घंटे बाद पहुंचे पायलट को लोगों ने कहा, हुजूर आते-आते बहुत देर कर दी - राठौड़



198 घंटे बाद पहुंचे पायलट को लोगों ने कहा,

हुजूर आते-आते बहुत देर कर दी - राठौड़


सिरोही/जालोर/जयपुर, 1 अगस्त। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि बाढ़ आने के 198 घंटे बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट की नींद खुली। इसके बाद ही वे बाढ़ग्रस्त इलाके में जा पाए। इसीलिए अब वे झेंप मिटाने के लिए कह रहे हैं कि 48 घंटे में सरकार ने कोई राहत नहीं पहुचांई, जबकि सच तो यह है कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने राहत पहुंचाने में 48 क्षण भी नहीं लगाए। देर से पहंुचे पायलट से बाढ़ पीड़ितों ने कहा भी कि हुजूर आते-आते बहुत देर कर दी। वे इसके जवाब में ही लोगों को झूठ बोलकर भड़का रहे हैं, सरकार को कोस रहे हैं।

राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के एक भी नेता ने एक मुन्ना पैसा भी बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए नहीं दिया, न ही राहत पहुचांने मे कोई मदद की और अब जब खुद बाढ़ग्रस्त इलाके में इतने दिन बाद पहुंचे हंै, तो अपनी कमी को ढकने के लिए ऐसी बातें कर रहे हैं।

राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने पहले दिन बाढ़ की सूचना मिलते ही प्रभारी मंत्रियों को लोगों की तकलीफ कम करने के लिए भेज दिया था। वे स्वयं भी बाढ़ग्रस्त इलाकों में गईं और पहले दिन से ही स्वयं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रांे की माॅनिटरिंग कर रही हैं, फीडबैक ले रही हैं और राहत पहुंचा रही हैं। भाजपा के कार्यकत्र्ता भी दिन-रात एक कर राहत एवं बचाव दलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बाढ़ पीड़ितों की सेवा में जुटे हैं।

पंचायती राज मंत्री ने कहा कि पायलट को तो सीएम का धन्यवाद करना चाहिए जिनकी तत्परता से 1309 लोगों की जान बची और 1514 लोगोें को राहत शिविरों में सुरक्षित पहुंचाया गया। अब तक 31 मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा चुकी है। मुख्यमंत्री जी के प्रयासों से ही मृतक आश्रितों को 7-7 लाख रुपये की आर्थिक सहायता सरकार की ओर से दी जा रही है।

राठौड़ ने कहा कि अच्छा होता पायलट और उनकी कांग्रेस पहले दिन से ही बाढ़ पीडितों की सहायता में जुटते। ऐसा होता तो भाजपा भी उनका स्वागत करती।

-----