गुरुवार, 27 जुलाई 2017

जालोर में 6 लोग बहे, एक का शव मिला, प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में गिराए भोजन पैकेट, स्कूलों में आज भी छुट्‌टी की घोषणा



जालोर में 6 लोग बहे, एक का शव मिला, प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में गिराए भोजन पैकेट, स्कूलों में आज भी छुट्‌टी की घोषणा
जालोर में 6 लोग बहे, एक का शव मिला, प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में गिराए भोजन पैकेट, स्कूलों में आज भी छुट्‌टी की घोषणा

कलेक्टर एलएन सोनी की अपील : अफवाहों पर नहीं दें ध्यान, नदी तथा बहाव क्षेत्र से रहे दूर रहने का आह्वान

सांचौर-भीनमाल में बारिश थमी, जालोर में शुरू

मानसून| सांचौरभीनमाल में बारिश थमने से लोगों ने ली राहत की सांस, पानी उतरने पर घरों मकानों में नजर रहे बर्बादी के निशान, कई गांवों में अब भी पानी का भराव

डांवल गांव में पानी से घिरा मकान

जालोर







जिलेमें पानी भराव वाले क्षेत्रों में बुधवार को जिला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर के जरिए भोजन के पैकेट गिराए। दिनभर अधिकारियों ने जिलेभर में हवाई सर्वे कर जिले की स्थिति का जायजा लिया। अभी सांचौर क्षेत्र में हालात विकट है, देर शाम को जालोर मुख्यालय सियाणा क्षेत्र में बारिश शुरू होने से यहां फिर से नाले नदियों में उफान गया। वहीं दूसरी ओर अलग-अलग तीन स्थानों पर नदियों में बहे तीन जनों में से एक का शव मिल गया है। जबकि, एक महिला एक युवक की तलाश जारी है। जिला मुख्यालय पर बुधवार देर शाम को फिर से करीब बीस मिनट तक तेज बारिश हुई। उसके बाद से रिमझिम का दौर जारी रहा। इधर, दांतीवास गांव में भी दो लोग बह गए।

आकोलीनदी में बहे युवक का एनडीआरएफ टीम ने निकाला शव : आकोलीनिवासी बीस वर्षीय युवक नैनाराम पुत्र पदमाराम देवासी मंगलवार को नदी देखने गया था। पैर फिसलने से वह नदी में गिर गया। तत्काल प्रभाव से लोगों ने उसकी तलाश की, लेकिन नहीं मिला। बुधवार सुबह एनडीआरएफ टीम के गोताखोरों ने तलाश शुरू की और कुछ ही दूरी पर युवक का शव बरामद किया। पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द किया। जालोर विधायक अमृता मेघवाल भी कोमता के लिए रवाना हो गई, लेकिन पोषणा नदी में पानी होने पोषणा नदी पर रुकना पड़ा।

हरजी में नदी में नहा रहा बालक बहा

हरजी. कस्बेसे 4 किमी दूर हरजी-पचानवा मार्ग पर स्थित जवाई नदी की रपट पर नहाते हुए एक बालक पानी में बह गया। दोपहर करीब 3 बजे पचानवा निवासी कैलाश (10)पुत्र नारायणलाल मेघवाल अपने साथियों के साथ नदी की रपट पर बहते पानी में नहा रहा था। इस दौरान उसका पैर फिसल गया और वह नदी में गिर जाने से बह गया। जानकारी के अनुसार कैलाश अपनी मां के देहांत के बाद से दादी के पास रहता था।

चार लोग किलवा में फंसे, रेस्क्यू नहीं हो पाया

सांचौरक्षेत्र में नर्मदा नहर टूट जाने के बाद बाढ़ से घिरा किलवा ग्राम में चार लोग फंसने की जानकारी है, लेकिन प्रशासन ने अभी तक वहां पहुंचकर बाहर निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी नहीं किया है। परिजनों के अनुसार पानी एक दम ज्यादा मात्रा में गया था जिससे घर के कई सदस्य तो ऊपरी इलाके में चले गए एवं 4 सदस्य वहां फंस गये। उसके बाद उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है, वहीं प्रशासन भी अभी तक विकट हालात होने के बाद कुछ नहीं कर पा रहा है।

प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर से गिराई राहत सामग्री

जालोरजिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बुधवार को इंडियन एयर फोर्स के हेलिकॉप्टर की ओर विभिन्न ग्रामों में खाद्य सामग्री के पैकेट डाले गए। जिला कलेक्टर एल.एन. सोनी ने बताया कि बुधवार को वायुसेना के हेलिकॉप्टर ने भीनमाल, रानीवाड़ा एवं सांचौर क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न चक्कर काट कर खाद्य सामग्री के पैकेट डाले। जालोर उपखण्ड अधिकारी राजेन्द्रसिंह सिसोदिया ने बताया कि जिला नियंत्रण कक्ष को सूचना मिली कि धुम्बडिय़ा माताजी के थान स्कूल में 40 बालक पानी से घिरे हुए हैं। उनके लिए वे इंडियन एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर द्वारा खाद्य सामग्री लेकर रवाना हुए, लेकिन स्कूल की लोकेशन नहीं मिलने पर एक ग्रामीण को हेलीकॉप्टर में बैठाया तथा सही लोकेशन मिलने पर रस्सी के सहारे उतर कर वहां खाद्य सामग्री तथा आवश्यक बचाव कार्य किया।

कोमता में नदी में नहाने गया युवक डूबा, हेलिकॉप्टर से तलाश की, हीं मिला

सायलाके निकट कोमता नदी में बुधवार को नहाने गया युवक नदी में डूब गया। सूचना मिलते ही उसकी तलाश शुरू की, लेकिन नहीं मिला। जानकारी के अनुसार कोमता निवासी मदनलाल (25) पुत्र होसाराम घांची बुधवार प्रात: ग्रामीणों के साथ गांव की नदी में नहाने गया था। उस दौरान पैर फिसलने से वह नदी में गिर गया। जिससे युवक नदी में डूब गया। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने प्रशासन को दी। सूचना पर सायला उपखण्ड अधिकारी केशव मिश्रा, तहसीलदार ताराचंद वेंकट, थानाधिकारी अरविंद कुमार कोमता के लिए रवाना हुए। साथ ही जिला कलेक्टर लक्ष्मीनारायण सोनी को जानकारी दी, लेकिन पोषाणा में नदी में पानी के चलते आगे नहीं बढ़ पाए। बाद में जिला कलेक्टर सोनी जालोर उपखण्ड अधिकारी राजेन्द्रसिंह सिसोदिया हेलिकॉप्टर से कोमता पहुंचे। जहां पर हेलिकॉप्टर से नदी में युवक की तलाश की, लेकिन युवक नहीं मिला। बाद में गोताखोरों की सहायता से युवक की तलाश की, लेकिन युवक का पता नहीं लगा। उधर, पोषाणा में नदी के कारण सेना की टीम अन्य तैराकों को भी नहीं भेजा जा सका।

नदी देखते गिरी महिला, नहीं मिली

जालोर-पहाड़पुराके बीच चलने वाली जवाई नदी में एक महिला बह गई। प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में कई घंटों तक गोताखोर शव को ढूंढ़ते रहे, लेकिन महिला नहीं मिली। पुलिस जानकारी के अनुसार सुमेरगढ़ खेडा निवासी कनकादेवी (65) पत्नी पूनमाराम चौधरी ग्यारह बजे के करीब नदी में डूब गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह महिला नदी देख रही थी कि अचानक इसका पांव फिसल गया। और नदी में बह गई। जानकारी पर जालोर एएसपी प्रभुदयाल धानिया, सीआई राजेंद्रसिंह, पुलिस एसआई दानाराम, दीपाराम आरआई भंवरसिंह देवल पटवारी तेजाराम बालोत, गोताखोर टीम के साथ मौके पर पहुंचे गए। साढ़े ग्यारह बजे से खोजबीन शुरू की लेकिन शाम साढ़े पांच बजे तक शव को नहीं निकाल पाए। इस दौरान बिशनगढ़ ग्राम सेवा सहकारी समिति अध्यक्ष स्वरूपसिंह बालावत, कल्याणसिंह पडिय़ार, गोपालसिंह बालावत, जग्गुसिंह बिशनगढ़ आदि जनों ने शव को ढूंढ़ने में सहायता की, लेकिन शाम तक महिला नहीं मिली।

बाड़मेरगुड़ामालानी धोरीमन्ना के गांवों में तीसरे दिन भी पानी से घिरे रहे 300 घर




गुड़ामालानी धोरीमन्ना के गांवों में तीसरे दिन भी पानी से घिरे रहे 300 घर

दो दिन के अवकाश के बाद आज से खुलेगी स्कूलें, रात को फिर शुरू हुई बारिश

बाड़मेर

बाड़मेरमें बुधवार को दिनभर में कहीं तेज बारिश नहीं होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। गुड़ामालानी धोरीमन्ना के कई गांवों में तीसरे दिन भी 300 से ज्यादा घर पानी से घिरे रहे।

प्रभारी मंत्री सुरेंद्र गोयल, कलेक्टर शिवप्रसाद नकाते , संसदीय सचिव लादूराम विश्नोई ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और लोगों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। करीब चार दिन के बाद बुधवार को सूरज के दर्शन हुए और दोपहर में कुछ देर के लिए धूप खिली। शाम को फिर आसमान में काले बादल छाए। रात 9 बजे बाड़मेर शहर में फिर से तेज गर्जना और बिजली की चमक के साथ हल्की बारिश का दौर शुरू हो गया, जो देर रात तक जारी रहा। पिछले शनिवार से शुरूहुए तेज और भारी बारिश के दौर से बुधवार को लोगों को राहत मिल गई। मौसम विभाग के अब भारी बारिश का दबाव बाड़मेर पर नहीं है। अगले एक-दो दिन तक हल्की तो कहीं तेज बारिश की संभावना है। बाड़मेर पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब खत्म हो गया है। इधर गुड़ामालानी में पिछले 48 घंटों में 15 इंच बारिश हुई थी, जिसके बाद कई गांव, ढाणियां जलमग्न है। ऐसे में एक दिन पहले सेना की 8 केवलरी बटालियन ने पानी में फंसे लोगों को बचाया था। वहीं बुधवार को प्रभारी मंत्री सुरेंद्र गोयल भी अतिवृष्टि प्रभावित इलाकों के दौरे पर गए।

नहर ओवरफ्लों होने पानी से घिरे गांव | गुड़ामालानी-धोरीमन्नाके करीब एक दर्जन गांवों की 300 से ज्यादा ढाणियां तीसरे दिन भी पानी से घिरी रही। नर्मदा नहर के ओवरफ्लो होने से बारिश का पानी गांवों में घुस गया था। इससे लोगों को घर खाली कर प्रशासन के कैंप में शरण लेनी पड़ी है। इसके अलावा पशुओं के हाल बुरे है। लोग घरों और पशुओं को छोड़ प्रशासन के कैंपों में रात गुजार रहे है। हालांकि अगले एक-दो दिन पानी उतरने की संभावना कम है।

अाजसे खुलेंगे स्कूल | दोदिन तक भारी बारिश के मध्यनजर कलेक्टर के आदेश पर छुट्टी के बाद अब गुरुवार से जिले के सभी निजी सरकारी स्कूल खुल जाएंगे। लगातार दो दिनों तक स्कूलों में कलेक्टर के आदेश पर छुट्टियां थी।

|बाड़मेरअनुभवहीन और कम टैंकरों की कंपनियों को दे दिए क्रूड ऑयल परिवहन के ठेके





अनुभवहीन और कम टैंकरों की कंपनियों को दे दिए क्रूड ऑयल परिवहन के ठेके

राजनीतिक रसूख केयर्न की मिलीभगत | टैंकरों की टेंडर प्रक्रिया ही स
|बाड़मेर
वालों के घेरे में 






क्रूडऑयल चोरी के मामले में पुलिस की जांच दस दिन से केवल टैंकर चालकों के इर्द-गिर्द ही सीमित है। पूछताछ में कई पहलुओं पर खुलासा होने के बाद भी पुलिस मुख्य आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है। इससे पुलिस जांच पर भी कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। इधर, केयर्न की ओर से तेल परिवहन की टेंडर प्रक्रिया को ताक पर रखकर संबंधित कंपनियों को ठेका दे दिया, जिनके पास तो तेल परिवहन का अनुभव था और ही 30 प्रतिशत खुद के टैंकर थे। इतना ही नही बहुत ही कम दर पर टेंडर जारी किए गए थे, जिसके बाद क्रूड ऑयल के हुए बड़े घोटाले में कई अधिकारियों और तेल परिवहन कंपनियों के नाम सामने आने के बाद अब मामले को रफा-दफा करने के प्रयास में जुट गए है। गौरतलब है कि क्रूड चोरी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी कई बार क्रूड तेल चोरी के मामले सामने आए, लेकिन पुलिस और कंपनियों की मिलीभगत से उजागर नहीं हो पाए।

संदेह; 10 दिन से पुलिस जांच टैंकर चालकों तक ही सीमित

ऐसा संभव नहीं, सालों से क्रूड तेल चोरी और अधिकारियों को पता नहीं | क्रूडचोरी का गोरखधंधा करीब एक दशक से चल रहा था। 2003 में जब बाड़मेर से गुजरात रिफाइनरी के लिए तेल परिवहन हो रहा था उस समय भी क्रूड चोरी का मामला सामने आया था। इसे तो पुलिस ने गंभीरता से लिया और ही केयर्न अधिकारियों ने। इसी वजह से सालों से क्रूड चोरी कर सरकार को नुकसान पहुंचाया गया। ऐसा संभव नहीं है कि सालों से क्रूड चोरी कर एमपीटी नागाणा में खाली हो रहे थे, लेकिन अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं थी।

तेल परिवहन टेंडर प्रक्रिया को लेकर उठ रहे सवाल | तेलपरिवहन के लिए टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने के लिए उसके पास तेल परिवहन क्षेत्र में अनुभव जरूरी है। इसके अलावा तेल परिवहन कंपनी के पास 30 प्रतिशत टेंडर खुद के होना जरूरी है, अगर टेंडर खुद के नहीं है तो उसको टेंडर नहीं दिया जा सकता। ऐसे में जिन कंपनियों को टेंडर दिए गए वो कई तरह के सवालों के घेरे में है। बिना अनुभव और खुद के वाहन नहीं होने के बावजूद टेंडर कैसे दे दिए गए। इतना ही नहीं एक तेल परिवहन कंपनी के खिलाफ तो बाड़मेर, गुजरात सहित कई थानों में क्रूड चोरी अन्य हेराफेरी के मामले दर्ज है। इधर, केयर्न के अधिकारी एपी गौड़ के मुताबिक टेंडर प्रक्रिया में 30 प्रतिशत टैंकर कंपनी खुद के होने चाहिए। नियमों के मुताबिक टेंडर प्रक्रिया को किया गया है।

एक माह पहले पकड़ा था क्रूड से भरा टैंकर, मामला रफा-दफा | दरअसलजून 2017 में आरजे 04 जीबी 0359 नंबर टैंकर को धवा पुलिस चौकी के पास पकड़ा था। उसमें क्रूड भरा हुआ था। जबकि टैंडर पर जीपीएस लगा हुआ होना जरूरी होता है। इसके बावजूद इस टैंकर के पकड़े जाने के बाद मौके पर पहुंचे केयर्न के जांच अधिकारी ने टैंकर में भरे क्रूड को केयर्न का होने से इनकार कर दिया था। ऐसे में सवाल यह है कि बिना जांच के अधिकारी ने यह कैसे पुष्टि कर दी थी कि यह क्रूड केयर्न का नहीं है। वहीं पुलिस ने भी इस मामले को इतना गंभीरता से क्यों नहीं लिया था? अगर मामले का खुलासा होता तो एक माह पहले ही पूरा मामला सामने सकता है। ऐसे में क्रूड तेल की चोरी केयर्न अधिकारियों की मिलीभगत के बगैर संभव नहीं लग रही है। पुलिस और केयर्न निचले स्तर के अधिकारियों को इस गोरखधंधे में फंसा कर बड़े अधिकारियों को बचाने में जुटी हुई है।

पति के साथ नहीं रहना चाहती थी, प्रेमी को अपने से बांध कूद गई तलाब में

पति के साथ नहीं रहना चाहती थी, प्रेमी को अपने से बांध कूद गई तलाब में
पति के साथ नहीं रहना चाहती थी, प्रेमी को अपने से बांध कूद गई तलाब में
चूरू।राजस्थान के चूरू जिले में एक शादीशुदा महिला और उसके प्रेमी ने तालाब में कूदकर सुसाइड कर लिया। महिला के प्रेमी की थोड़े दिनों पहले ही किसी और लड़की से सगाई हो गई थी। महिला के घरवालों को रविवार को गांव के पास के तालाब में दोनों की आपस में दुप्पटे से बंधी हुई लाशें मिलीं। बताया जा रहा है कि महिला का पति उसे मायके से सुसराल ले जाने के लिए आने वाला था। इससे पहले ही उसने अपने प्रेमी के साथ तलाब में कूद जान दे दी। घर से गायब थी महिला और उसका प्रेमी...पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, चूरू जिले के बिदासर तहसील की ग्राम पंचायत में 19 साल के रामगोपाल मेघवाल और उसकी 20 साल की शादीशुदा प्रेमिका कमला मेघवाल ने गांव के तालाब में कूदकर सुसाइड कर लिया।

- कमला रविवार को सुबह ही अपने पीहर से गायब थी। घरवालों ने जब उसकी तलाश की तो गांव के तालाब के पास उन्हें दो मोबाइल फोन मिले, इनमें से एक कमला का था।

- थोड़ी देर बाद ही कमला और उसके प्रेमी रामगोपाल का शव भी तालाब में दिखाई देने लगा।

- कमला के घरवालों ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर सुजानगढ़ के सीओ पहुंचे और मामले की जांच की।

- पुलिस जांच में सामने आया कि कमला और रामगोपाल का लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन कमला के घरवालों ने उसकी शादी परावा के पूर्णाराम मेघवाल से करवा दी थी। कमला और पूर्णाराम का 18 महीने का एक बेटा भी है।

- वहीं, रामगोपाल मेघवाल के घरवालों ने भी थोड़े दिनों पहले ही किसी और लड़की से उसकी सगाई करवा दी थी।

घरवालों ने तीन महीने पहले पकड़ा था दोनों को

- सांडवा के थानाधिकारी अनवर मोहम्मद ने बताया कि करीब तीन महीने पहले कमला के परिजनों ने कमला और रामगोपाल को आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ लिया था।

- कमला पिछले 2 महीनों से अपने पीहर में ही रह रही थी। रविवार को कमला का पति उसे लेने आ रहा था।

- लेकिन कमला ने शनिवार शाम को ही अपने परिजनों से कह दिया था कि उसे ससुराल नहीं जाना है और अगर उसके घरवाले उससे जबरदस्ती भेजेंगे तो वह सुसाइड कर लेगी।

- कमला के घरवालों ने उसकी बातों को ज्यादा तवज्जो नहीं दी, लेकिन सुबह कमला ने अपने प्रेमी को बुलाकर तालाब में कूदकर सुसाइड कर लिया।

5 साल की बच्ची का 12 और 14 साल के लड़कों ने किया रेप, टॉफी के बहाने ले गए थे साथ

5 साल की बच्ची का 12 और 14 साल के लड़कों ने किया रेप, टॉफी के बहाने ले गए थे साथ
5 साल की बच्ची का 12 और 14 साल के लड़कों ने किया रेप, टॉफी के बहाने ले गए थे साथ

भरतपुर. यहां के पहाड़ी थाना क्षेत्र के खल्लुका में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जिसमें दो लड़को ने एक नाबालिग लड़की के साथ रेप किया। बच्ची की उम्र करीब 6 साल बताई जा रही है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। 5 रुपए देने के बहाने किया रेप....

- मामला मंगलवार दोपहर 1 बजे का है जब दो लड़के पीड़िता को किसी काम के बदले 5 रुपए देने के बहाने घर ले गए। जहां दोनों ने नाबालिग के साथ कुकर्म किया।

- सुचना के बाद एसएचओ घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली।

- बताया जा रहा है कि घटना को अंजाम देने वाले दोनों लड़के भी नाबालिग हैं। जिनकी उम्र 12 और 14 साल बताई जा रही है।

लोगों ने किया हंगामा




- दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। दोनों पक्षों के लोगों ने थाने में पहुंचकर अपना बयान दर्ज करवाया।