शुक्रवार, 28 अक्तूबर 2016

मां-बाप की मौत के बाद अनमैरिड भाई बना गार्जियन, रखने लगा पत्नी-सा रिश्ता

मां-बाप की मौत के बाद अनमैरिड भाई बना गार्जियन, रखने लगा पत्नी-सा रिश्ता

मां-बाप की मौत के बाद अनमैरिड भाई बना गार्जियन, रखने लगा पत्नी-सा रिश्ता
भोपाल/हरदा।मध्य प्रदेश के हरदा जिले में भाई-बहन के रिश्ते को कलंकित कर देने वाला शर्मनाक मामला सामने आया है। मां-बाप की मौत के बाद छोटी बहन का गार्जियन बना अनमैरिड बड़ा भाई उसके संग 'पत्नी-सा' बर्ताव करने लगा। हालांकि, उसकी एक अन्य छोटी बहन ने मामला उजागर कर दिया। बुधवार को पीड़िता के संग हॉस्पिटल में भी बुरा बर्ताव हुआ। उसे मेडिकल कराने 3 घंटे इंतजार कराया गया।यूं सामने आया मामला...

लंबे समय से कर रहा था सेक्स, पिटाई भी करता था...

17 वर्षीय पीड़िता और उसकी तीन अन्य छोटी बहनें सौतेले भाई जितेंद्र (35) के साथ रह रही थीं। उनकी दो बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है। पीड़िता के माता-पिता के साथ ही उसकी सौतेली मां की भी मौत हो चुकी है। लिहाजा आरोपी गार्जियन के रूप में अपनी छोटी बहनों की परवरिश करने लगा।

पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि आरोपी की मैरिज नहीं हो रही थी, इसलिए वह कुंठित हो गया था। वह लंबे समय से पीड़िता से पत्नी की तरह ट्रीट कर रहा था। उसके साथ न केवल दुष्कर्म करता, बल्कि मना करने पर पीटता भी था। मंगलवार को जब पीड़िता की छोटी बहन ने जितेंद्र और उसे आपत्तिजनक हालत में देखा, तब हंगामा हुआ। छोटी बहन के सपोर्ट के बाद पीड़िता सौतेले भाई के खिलाफ आगे आई और पुलिस में मामला दर्ज कराया। सिराली थाना प्रभारी सुशील पटेल ने बताया कि आरोपी जितेंद्र घर से भाग निकला है, उसे पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। बताया जाता है कि एक बार पीड़िता घर से भाग चुकी है, लेकिन वह दोबारा भाई के पास क्यों लौटी, इसकी पड़ताल भी की जा रही है।

हॉस्पिटल में मेडिकल के लिए MLA की डॉक्टर बेटी ने कराया इंतजार

पीड़िता के साथ बुधवार को जिला अस्पताल में अच्छा बर्ताव नहीं किया गया। लेडी डॉक्टर ने नियमों का पाठ पढ़ाते हुए उसे तीन घंटे मेडिकल के लिए इंतजार कराया। बात जब CMHO तक पहुंची, तब मेडिकल हुआ। दरअसल, बुधवार दोपहर 12 बजे पीड़िता का मेडिकल कराने जिला अस्पताल लाया गया था। ड्यूटी पर मौजूद डॉ. नलिनी दोगने ने दूसरे थाना क्षेत्र का मामला बताकर मेडिकल जांच करने से इनकार कर दिया। डॉ. नलिनी दोगने हरदा MLA डॉ. आरके दोगने की बेटी हैं। लिहाजा कोई भी उनसे कुछ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। हालांकि, जब ASI उमेश रघुवंशी CMHO से अनुमति पत्र लेकर आए, तब पीड़िता का मेडिकल हुआ। इस जद्दोजहद में करीब तीन घंटे लग गए।

गुरुवार, 27 अक्तूबर 2016

बाड़मेर पुलिस दिपावली त्यौहार पर मुख्य बाजार मे आने-जाने के लिए रूट परिवर्तन



बाड़मेर पुलिस दिपावली त्यौहार पर मुख्य बाजार मे आने-जाने के लिए रूट परिवर्तन
डाॅ गगनदीप सिंगला पुलिस अधीक्षक द्वारा दीपावली के त्यौहार पर मुख्य बाजार में अधिक भीड़-भाड़ होने के मध्यनजर बाजार में आने व जाने के लिए मार्गो में दिनांक 28.10.16 से 30.10.16 तक परिवर्तन करने का निर्णय लिया गया है जिसके तहत आमजन से अपील की जाती है कि निर्धारित मार्ग का प्रयोग कर यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से संचालन करने में पुलिस का सहयोग करें।

1. अहिंसा सर्किल से पुलिस थाना कोतवाली की तरफ दुपहिया वाहन के अलावा सभी वाहनों का प्रवेष प्रतिबंध रहेगा।

2. पुलिस थाना कोतवाली से अहिंसा सर्किल की तरफ दुपहिया वाहन के अलावा सभी वाहनों के आने पर प्रतिबंध रहेगा।

3. कोतवाली थाना तक आने व जाने के लिए दुपहिया वाहनों के अलावा अन्य वाहन हाई स्कुल रोड़ व राॅय काॅलानी रोड़ का उपयोग कर सकते है मगर कोतवाली थाना से आगे मुख्य बाजार मे इन वाहनों का प्रवेष पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा।

4. बाजार में आने के लिए सभी प्रकार के वाहनों की पार्किग स्थल की व्यवस्था हाई स्कुल मैदान में की गई है। सभी वाहन मालिको से अपील की जाती है कि पार्किग स्थल का उपयोग करें ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो सके।


पुलिस अधीक्षक द्वारा आमजन को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए सर्तकता बरतने की अपील

डाॅ गगनदीप सिंगला पुलिस अधीक्षक द्वारा दीपावली के शुभ अवसर पर अपनी ओर से एवं पुलिस विभाग की तरफ से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए आमजन से विषेष तौर से अपील की जाती है कि बाजार में अत्यधिक भीड़ की संभावना के मध्यनजर महिलाएं किमती गहना पहनकर बाजार में नहीं आवें तथा वाहन मालिक अपने वाहन को समुचित लाॅक एवं सुरक्षित कर निर्धारित पार्किग स्थल पर खड़ा करे ताकि चोरी की घटना नहीं हो एवं दीपावली के खुषहाल त्यौहार पर फटाखे सावधानी पूर्वक छोड़े तथा छोटे बच्चों को अकेले फटाखे नहीं छोड़ने दे, साथ में रहकर फटाखे छोड़े जावें ताकि कोई अनहोनी नहीं हो। कोई भी घटना होने पर तुरन्त जिला पुलिस नियंत्रण कक्ष, के टेफिफोन नम्बर 100 पर तुरन्त सूचित करें ताकि पुलिस द्वारा समय पर पहूंच कर सहयोग किया जा सके।