शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2015

जयपुर के होटल में सैक्स रैकेट पकड़ा, 2 कॉल गर्ल सहित 6 लोग पुलिस गिरफ्त में

जयपुर के होटल में सैक्स रैकेट पकड़ा, 2 कॉल गर्ल सहित 6 लोग पुलिस गिरफ्त में

जयपुर के एक होटल में पुलिस ने एक सैक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस रैकेट में दो काॅल गर्ल सहित 6 लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया है। मामला यहां सदर थाना इलाके के रॉयल प्लाजा होटल का है।
जयपुर के होटल में सैक्स रैकेट पकड़ा, 2 कॉल गर्ल सहित 6 लोग पुलिस गिरफ्त में
पुलिस को सूचना मिली थी कि यहां दलाल के माध्यम से सैक्स रैकेट काम कर रहा है, जिसमें जयपुर समेत बाहर से ग्राहक आते हैं। पुलिस मौके की तलाश में थी। इसी के चलते पुलिस ने गुरुवार शाम होटल पर छापा मारा तो यहां दो कॉल गर्ल सहित इस धंधे में लिप्त 6 लोग मौजूद मिले।


यूं चल रहा था धंधा

असल में रैकेट एक दलाल के माध्यम से चलाया जा रहा था। यह दलाल ग्राहक भी लाता था और कॉल गर्ल भी। मौके पर मौजूद दोनों कॉल गर्ल दिल्ली से जयपुर लाई गई थीं। दोनों को दलाल सहित 4 लोगों के साथ पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस के अनुसार इसी तरह के मामले में यह दलाल पहले भी गिरफ्तार हो चुका है।

यूं की पुलिस ने कार्रवाई, इन्हें पकड़ा

पुलिस ने पीटा एक्ट में आरोपी युवतियों सहित कमला नेहरू नगर निवासी टोनी डेविड, बासबदनपुरा निवासी सलमान और होटल मालिक उत्तम सिंह व मैनेजर राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि होटल रॉयल प्लाजा में अनैतिक काम होने की सूचना मिली थी। सूचना पर होटल में बोगस ग्राहक बनाकर भेजा गया। सूचना का सत्यापन होने के बाद पुलिस ने होटल में दबिश दी। जहां पर आरोपी टोनी व सलमान ग्राहक हरियाणा व दिल्ली की युवती के साथ अनैतिक काम करे थे। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर होटल संचालक उत्तम सिंह व मैनेजर राजकुमार को भी पीटा एक्ट में गिरफ्तार कर लिया।

नई दिल्ली।सेना में भैंस बलि की परम्परा बंद हो- रक्षा मंत्रालय



नई दिल्ली।सेना में भैंस बलि की परम्परा बंद हो- रक्षा मंत्रालय

रक्षा मंत्रालय ने सेना को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि उसकी यूनिटों में भैंस की बलि देने की रस्म को न होने दिया जाए क्योंकि गौजातीय पशुओं की बलि देना कानून के खिलाफ है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार ये निर्देश दशहरे के त्यौहार के मद्देनजर जारी किए गए थे। सेना की कुछ यूनिटों में यह परम्परा निभाई जाती है।



रक्षा मंत्रालय के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि नि:संदेह यह एक पुरानी परम्परा है लेकिन अब यह परम्परा कानून के खिलाफ है। ऐसे कानून हैं जिनके तहत पशुओं का वध और बलि इस तरह से नियमों के विरुद्ध है।







सूत्रों ने कहा कि ये निर्देश इस माह की शुरुआत में यह सुनिश्चित करने के लिए भेजे गए थे कि गोरखा यूनिटों में दशहरे पर भैंसे की बलि न दी जाए। मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया कि इस निर्देश का कहीं से कोई विरोध नहीं हुआ है।



सेना के कुछ पुराने योद्धाओं का मामना है कि अब समय आ गया है कि ऐसी परम्पराएं अब खत्म हो जाएं। रिटायर्ड ब्रिगेडियर रतन कौल कहते हैं कि गोरखा बटालियन में भैंसबलि की परम्परा धीरे-धीरे कम होती जा रही है। हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि हम समय के साथ बदलें।