बुधवार, 28 मई 2014

मोदी सरकार ने पहले दिन ली गंगा की सुध, दिए 18 करोड़ -



नई दिल्ली। मोदी सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के इरादे से वाराणसी के घाटों की साफ सफाई और जेट्टी के निर्माण के लिए 18 करोड. रू. की राशि मंजूर की है। पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद येसो नाईक ने पदभार ग्रहण करने के बाद इस बात की घोषणा की। वाराणसी से चुनाव जीते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनाव अभियान के दौरान वाराणसी के घाटों की दुर्दशा का जिक्र करते हुए उनकी मरम्मत कर आकर्षक बनाने की बात कही थी।

Modi government released 18 crores for Ganga purificationनाईक ने कहा कि गंगा की पवित्रता और सफाई के साथ ही इसके किनारे बसे पौराणिक शहरों को देशी और विदेशी पर्यटकों का आकर्षण केंद्र बनाने की योजना उनकी प्राथमिकता में है। पर्यटन मंत्री के रूप में उनकी प्राथमिकता देश में पर्यटकों की आमद बढ़ाने, देशी-विदेशी पर्यटकों को सुरक्षित, सुविधा संपन्न एवं भयमुक्त पर्यटन उपलब्ध कराने की होगी। उन्होंने बताया देश में कई राज्यों के पास पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अपार संभावनाएं हैं।

कैसीनो के पक्ष में नहीं

पर्यटन मंत्री श्रीपद येसो नाईक ने कहा है निजी तौर पर वह कैसीनो को बढ़ावा देने के पक्ष में नहीं हैं। लेकिन, यह राज्यों का विषय है। पर्यटन मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के अवसर पर यह पूछने पर कि क्या वह गोवा की तर्ज पर अन्य राज्यों में भी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कैसीनो को बढ़ावा देंगे? नाईक ने कहा कैसिनो यानी जुए से क्या किसी का भला हुआ है। हालांकि यह कई जगहों पर चल रहा है। उनकी राय में इसे धीरे धीरे बंद किया जाना चाहिए। गोवा में कैसीनो है, लेकिन, उसमें स्थानीय लोगों के भाग लेने की मनाही है। -

मोदी का फरमान, स्टाफ में रिश्तेदारों को भर्ती नहीं करेंगे मंत्री -



नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंत्रियों के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किए हैं। मोदी ने मंत्रियों को सलाह दी है कि वे अपने निजी स्टॉफ में रिश्तेदारों को ना रखें। मोदी ने कहा है कि स्टॉफ में सरकारी लोग ही रहें।

प्रधानमंत्री ने मंत्रियों को भाई-भतीजावाद को खत्म करने के लिए कहा है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय के जनशिकायत एवं पेंशन विभाग ने मंत्रियों को सलाह दी है कि रिश्तेदारों को निजी स्टॉफ के रूप में नियुक्त ना करें। मोदी ने मंत्रियों को खर्चे में कटौती करने और लोगों से संपर्क के लिए डायरेक्ट लाइन स्थापित करने को कहा है।

Narendra Modi`s advice to ministers: No relatives in personal staffएडवाइजरी में उन नियमों का खाका पेश किया गया है जिनका मंत्रियों से अटैच पर्सनल स्टॉफ की नियुक्ति के वक्त पालन करना होगा। रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभालने के बाद मोदी ने इस तरह के पहले दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए हैं। आदेश का सबसे महत्वपूर्ण ऑपरेटिव पार्ट यह है कि तत्पश्चात मंत्रियों को जनरल पूल से सचिवों और अन्य पर्सनल स्टॉफ की नियुक्ती करनी होगी।

शायद ऎसा पहली बार हुआ है जब प्रधानमंत्री ने रिश्तेदारों को ऑफिशियल वर्क से दूर रखने के लिए मंत्रियों को धकियाया है। गौरतलब है कि पूर्व में मंत्रियों ने नियमों की उपेक्षा करते हुए दफ्तरों को रिश्तेदारों से भर दिया था। सबसे अच्छा उदाहरण पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल का है,जिन्होंने अपने दामाद वितुल कुमार को ओएसडी के रूप में नियु क्त किया था। बंसल ने अपनी बहन के जमाई राहुल भंडारी को निजी सचिव और भतीजे विजय सिंघला को नियुक्त किया था। -