गुरुवार, 31 अक्तूबर 2013

राहुल गांधी के आईएसआई कनेक्शनः आजम

लखनऊ।। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और नगर विकास मंत्री मो. आजम खां ने नरेद्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला। मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर दिए गए कांग्रेस उपाध्यक्ष के बयान पर आजम ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पटना के विस्फोट के बाद यह साबित हो गया है कि उनका आईएसआई से राब्ता है। पटना विस्फोट में उनका योगदान है।

Rahul Gandhi in Gorakhpur

आजमगढ़ में आईटीआई मैदान पर समाजवादी पार्टी की देश बचाओ, देश बनाओ रैली में उन्होंने राहुल के मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर वहां के युवकों के आईएसआई से कनेक्शन बताने पर उन्हें सीधे निशाने पर लिया। आजम ने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे में जो नौजवान बर्बाद हो गए, उन्होंने उनका आईएसआई से राब्ता (कनेक्शन) बता दिया। मैं सवाल पूछता हूं राहुल गांधी से, वह न तो मंत्री थे और न अफसर थे, इंटेलीजेंस का दरोगा आपके पास गया कैसे? किस हैसियत से उनके पास गया? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपनी इस गलत बयानी के लिए माफी मांगें।

बगैर नाम लिए मौलाना कल्बे सादिक पर हमला
आजम ने बगैर नाम लिए मौलाना कल्बे सादिक के उस बयान की भी निंदा की, जिसमें उन्होंने मोदी के बदलने के बाद वोट देने पर बात की थी। आजम ने कहा कि कुछ लोग इतने बेजमीर हो गए जो मोदी को माफी देने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कातिल से तो समझौता हो सकता है पर इंसानियत के कातिल से समझौता नहीं हो सकता। एक बेटी से बलात्कार करने वालों से तो समझौता हो सकता है पर पूरे समाज से बलात्कार करने वाले से समझौता नहीं हो सकता है।

आईएसआई वाले बयान पर राहुल गांधी को चुनाव आयोग का नोटिस

नई दिल्ली ।। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का आईएसआई पर दिया गया बयान पार्टी के गले की हड्डी बनता जा रहा है। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को नोटिस भेजकर उनसे इस बारे में सफाई मांगी है।Rahul Gandhi in Gorakhpur
गौरतलब है कि अपनी चुनावी रैलियों में राहुल गांधी ने मुजफ्फरनगर दंगों को मुद्दा बनाया था। मध्यप्रदेश की रैलियों में उन्होंने कहा था कि आईबी के किसी अधिकारी ने उन्हें बताया था कि मुजप्फरनगर दंगों से पीड़ित परिवारों के कुछ युवकों से आईएसआई के लोगों ने संपर्क किया है।

राहुल के इस बयान को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए बीजेपी ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी। बीजेपी की मांग थी कि आयोग कांग्रेस की मान्यता रद्द करे।
आयोग ने उस मामले में बीजेपी की शिकायत पर कोई कार्रवाई करने से पहले राहुल का पक्ष जान लेना ठीक समझा। सूत्रों के मुताबिक इसीलिए राहुल को नोटिस भेजकर चुनाव आयोग ने कहा है कि वह अपने इस बयान पर अपना पक्ष आयोग के सामने स्पष्ट करें।