बुधवार, 30 अक्तूबर 2013

आचार संहिता में विधायक को खाना देना भारी पड़ा विधायक निकले पिछले गेट से





आचार संहिता में विधायक को खाना देना भारी पड़ा विधायक निकले पिछले गेट से

निर्वाचन टीम पहुंची मौके पर राजनितिक सम्मलेन रुकवाया आयोग ने 

बाड़मेर सरहदी जिला मुख्यालय बाड़मेर के विधायक को समाज विशेष के लोगो को निजी होटल में आज खाना देना महँगा पड़ गया। चुनाव आयोज के नियमो के तहत आचार संहिता का खुला उलंघन कर विधायक द्वारा गत तीन दिनों से समाज विशेष लोगो को एक निजी होटल में सामूहिक भोज दिए जा रहे थे। बुधवार दोपहर को विधायक ने समाज विशेष के लोगो को वोट के प्रलोभन के लिए आमंत्रित कर भोज दिया जिसकी शिकायत निर्वाचन अधिकारी के कंट्रोल रम में एक व्यक्ति द्वारा कि गई जिस पर तत्काल जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा अधिकारी बाड़मेर को सदर निजी होटल। भेजा एकाएक टीम को आया देख विधायक के ख़ास आदमियो डसवारा विधायक को पिछले दरवाजे से बाहर भेज दिया। अधिकारियो का दल यह पता करने में जूता हें कि समूहित भोज का आयोजन किसके द्वारा किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना हें कि मौके पर गए विकास अधिकारी ने   बात कर उन्हें चले जाने कि सलाह दी। मौके पर उपस्थित मिडिआकारमिओ ने होटल के अंदर जाकर तस्वीरे ली तब तक विधायक वहा से खिसक चुके थे। लोग खाना खाये बगैर बाहर निकल गए। गौरतलब हे कि विधायक द्वारा आचार संहिता लागू होने के बाद दूसरी बार उलंघन कितया हें। अधिकारी फिर भी विधायक को बचाने कि जुगत में लगे नज़र आये। मौके पर राजनितिक सम्मलेन चल रहा था इसे मौके पर गए विकास अधिकारी ने स्वीकार किया। मौके पर सौ डेड सौ व्यक्ति उपस्थित थे। विकास अधिकारी ने मौके कि वीडियोग्राफी कराई तथा रिपोर जिला निर्वाचन अधिकारी को सुपुर्द करेंगे। 


विकास अधिकारी आईदान सिंह ने बताया कि अधिकारियो के निर्देश पर गुडाल होटल पहुंचे जंहा पार्टी विशेष का राजनितिक सम्मलेन और खाना चल रहा था। मौके पर वोटो कि बात चल रही ,थी मौके कि विडिओग्राफी कराई गई। सम्मलेन को रोका गया जिसकी रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को सुपुर्द कि जायेगी।

राजस्थान में भाजपा को मिलेगी 125 सीटें: सर्वे



नई दिल्ली। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बन सकती है। यहां अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की वापसी की राह मुश्किल लग रही है।
राजस्थान में भाजपा को मिलेगी 125 सीटें: सर्वे
द वीक और सीएसडीएस के चुनाव पूर्व सर्वे में यह अनुमान व्यक्त किया गया है। सर्वे सीएनएनआईबीएन चैनल के लिए किया गया है। सर्वे के मुताबिक 200 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 115 से 125 सीटें मिल सकती है। कांग्रेस 60 से 80 सीटों के बीच सिमट सकती है। बसपा को 4 से 8 और अन्य को 8 से 12 सीटें मिल सकती है। 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 96 और भाजपा को 78 सीटें मिली थी। 14 सीटें निर्दलीयों के खाते में गई थी। शेष सीटें अन्य दलों ने जीती थी।

सर्वे में भाजपा को 41 और कांग्रेस को 32 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को 34.3 फीसदी वोट मिले थे। भाजपा को 7 फीसदी वोटों का फायदा होता दिख रहा है जबकि कांग्रेस को पांच फीसदी वोटों का घाटा हो रहा है। 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 36.8 फीसदी वोट मिले थे। बसपा को सात फीसदी वोट शेयर और अन्य को 20 फीसदी वोट मिल सकते हैं।

सर्वे में 43 फीसदी लोगों ने मुख्यमंत्री के रूप में वसुंधरा राजे को पहली पसंद बताया है जबकि अशोक गहलोत को 25 फीसदी,सीपी जोशी को सिर्फ 3 फीसदी और सचिन पायलट को 2 फीसदी लोगों ने मुख्यमंत्री के रूप में पहली पसंद बताया है। सिर्फ 2 फीसदी लोगों ने किरोड़ीलाल मीणा को सीएम के रूप में पहली पसंद बताया है। महज 31 फीसदी लोग मौजूदा गहलोत सरकार के कामकाज से संतुष्ट हैं जबकि 41 फीसदी नाखुश हैं। 24 फीसदी ने कोई राय व्यक्त नहीं की है।