गुरुवार, 29 नवंबर 2012

पूर्णिमा पर खेड़ तीर्थ में भरा मेला

पूर्णिमा पर खेड़ तीर्थ में भरा मेला


भगवान रणछोडऱाय को लगाया अन्नकूट का भोग



बालोतरा  खेड़ स्थित रणछोडऱाय भगवान तीर्थ पर बुधवार को अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव में भगवान रणछोडऱाय को 56 भोग व 32 व्यंजनों का भोग लगाया गया। साथ ही पूर्णिमा को लेकर आयोजित मेले में दूर-दराज के आए भक्तों ने भगवान रणछोडऱाय के दर्शन कर पूजा-अर्चना की तथा सुख-समृद्धि की कामना की।
 
प्रचार मंत्री भंवरलाल वैष्णव ने बताया कि महोत्सव को लेकर पूरे तीर्थ को विविध प्रकार की रंग-बिरंगी रोशनी व फूलों से सुसज्जित किया गया और भगवान रणछोडऱाय एवं हनुमान की प्रतिमा को अनेक प्रकार की आंगी व फूलों से सुसज्जित कर श्रृंगारित किया गया। इसके बाद सवेरे 11 बजे कथा के आयोजन के बाद 11.30 बजे संगीतमय वातावरण में भगवान रणछोडऱाय को 56 भोग 32 व्यंजनों का भोग लगाया गया। अन्नकूट के बाद महाआरती कर अन्नकूट की प्रसादी का श्रद्धालुओं में वितरण की गई। इस दौरान ट्रस्ट के उपाध्यक्ष भंवरलाल टावरी, मंत्री पुरुषोत्तम, राधेश्याम, महेंद्र, राजेंद्र, रामचंद्र घांची, भगवानदास, महेश व रमेशचंद्र उपस्थित थे।

मेले में उमड़े श्रद्धालु

भगवान रणछोडऱाय तीर्थ व पूर्णिमा को लेकर खेड़ तीर्थ पर दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। बुधवार सवेरे सूर्य की प्रथम किरण के साथ श्रद्धालुओं की आवाजाही शुरू हो गई थी। मेले में पूरे दिन श्रद्धालुओं की रेलमपेल लगी रही। श्रद्धालुओं ने भगवान रणछोडऱाय के दर्शन कर पूजा-अर्चना की तथा परिवार व क्षेत्र में सुख-समृद्धि की कामना की। मेले में श्रद्धालुओं के अन्नकूट भोग के बाद महाआरती में भाग लिया तथा अन्नकूट की प्रसादी ग्रहण की। साथ ही मेले में सजी स्टालों पर लजीज व्यंजनों तथा विभिन्न प्रकार के झूलों का आनंद उठाया। मेले में बालोतरा, पचपदरा, सिवाना, समदड़ी सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे।

चक्की पाट बांध वृद्धों को नग्न घुमाया

चक्की पाट बांध वृद्धों को नग्न घुमाया

बैतूल।जिले के ग्राम आरूल में दो वृद्धों को जादू-टोने के शक में पहले मारा-पीटा गया और उसके बाद उनके गले में अनाज पीसने की चक्की के पाट बांधकर गांव में निर्वस्त्र घुमाया गया।बुधवार सुबह की इस घटना में इन वृद्धों के साथ यह अमानवीय कृत्य लगभग एक घंटे तक चलता रहा। पूरे आरूल के लोग सिर्फ तमाशबीन बने रहे।

इधर, पुलिस ने भी इस मामले में शिकायत मिलने पर मारपीट का प्रकरण दर्ज किया है। अशोक, राजू और गुड्डू के चाचा फूलसिंह पिता मादर उईके 60 वर्ष लंबे समय से बीमार चल रहे थे। गत मंगलवार को ग्राम बोरीकास में उसकी मौत हो गई। अंतिम संस्कार के लिए फूलसिंह को ग्राम आरूल लाया गया।

अंतिम संस्कार के पहले उसके शव को नहलाया जा रहा था, उस वक्त अशोक, राजू और गुड्डू ने चुन्नी और कोकीलाल को शव को नहलाए गए पानी को बॉटल में भरते हुए देख लिया और उनकी पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद पूरा घटनाक्रम हुआ।

चूहे मारने के लिए भरा पानी


इधर, चुन्नी और कोकीलाल ने शव का पानी बॉटल में भरने की बात स्वीकार की, उनका कहना था कि यह पानी उन्होंने जादू-टोने के लिए नहीं बल्कि इसलिए भरा कि इस पानी का खेतों में छिड़काव करने से चूहे समाप्त हो जाते हैं। उन्होंने पुलिस को दिए बयान में जादू-टोने की बात से इनकार किया। शिकायत मिलने पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ 294, 323, 506 के तहत प्रकरण दर्ज किया है।