गुरुवार, 2 फ़रवरी 2012

हिरासत में मौत, थाना प्रभारी और जांच अधिकारी निलंबित

हिरासत में मौत, थाना प्रभारी और जांच अधिकारी निलंबित



जयपुर  चोरी के मामले में पूछताछ के लिए मानसरोवर थाने लाए गए तिलक नगर निवासी योगेश सपरा (५२) की मौत हो गई। पुलिस कमिश्नर बीएल सोनी ने थाना प्रभारी धर्मवीर सिंह और जांच अधिकारी एएसआई जगदीश प्रसाद को निलंबित कर दिया है। एसएमएस अस्पताल के मेडिकल बोर्ड ने योगेश की मौत हार्ट अटैक से होना का अंदेशा जताया है।

पुलिस ने योगेश के घर से करीब 20 लाख रु. का चोरी का माल बरामद किया था। उसे मंगलवार को शाम चार बजे पूछताछ के लिए थाने लाया गया, जहां वह रात करीब ९:४० बजे बेहोश हो गया। एसएमएस अस्पताल में रात करीब ११ बजे उसने दम तोड़ दिया। योगेश मानसरोवर थाने के हिस्ट्रीशीटर हरीश थापा का परिचित था। थापा चोरी के आरोप में गिरफ्तार है। उसी ने चोरी का माल योगेश के घर होना बताया था।

यूं हुई थी जान-पहचान

हरीश को 2005 में चोरी के आरोप में 7 साल की सजा हुई थी। इस दौरान योगेश को भी मालवीय नगर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। जिसे एक मई 2007 को दो साल का कारावास व दो हजार रुपए जुर्माने की सजा हुई। जेल में रहते हुए योगेश की हरीश से जान-पहचान हो गई। जेल में ही हरीश ने योगेश को धर्म का पिता बना लिया था। जेल से छूटने के बाद दोनों एक ही मकान में किराए से रह रहे थे। हरीश थापा चोरी करता और माल योगेश के पास जमा करता था।

चोरी के आरोप में किया था हरीश को गिरफ्तार

जेल से बाहर आने पर हरीश थापा ने शहर के विभिन्न थाना इलाकों में 10 चोरी की वारदात की। पूछताछ में हरीश थापा ने मानसरोवर, शिप्रापथ, जवाहरनगर में दो दो वारदातें, मालवीय नगर, सोडाला, वैशाली नगर, मोती डूंगरी में चोरी की एक एक वारदात करना कबूल किया। हरीश थापा 21 जनवरी को मानसरोवर निवासी एसपी सिंह के सू ने घर में चोरी कर रहा था। इसी दौरान वे घर पर आ गए। तब हाथापाई में हरीश ने एसपी सिंह के सिर में नकब की मार कर भाग गया लेकिन उसका मोबाइल वहीं गिर गया। जिसके आधार पर मानसरोवर थाना पुलिस ने हरीश को मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया था।

बहन को प्रेमी के साथ देख पगलाया भाई, निकाली बंदूक-मार दी गोली



लुधियाना. गांव हंबड़ां में बहन को एक युवक के साथ आपत्तिजनक हालत में देख भाई ने दोनों को गोली मार दी। बचने की कोई गुंजाइश न रहे, इसलिए दोनों के सिर पर गोली मारी गई।
 

घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। हत्या में इस्तेमाल की गई रिवाल्वर पुलिस ने कब्जे में ले ली है। लड़की हंबड़ां की नवदीप कौर (25) व लड़का गांव थरीके का हरप्रीत सिंह जौहल उर्फ हैप्पी (26) था। आरोपी की पहचान बलजिंदर सिंह गिल के रूप में हुई है। घटना बुधवार तड़के की है।



बलजिंदर और उसकी बहन नवदीप कोठी में अकेले थे। बलजिंदर बेडरूम में सो रहा था जबकि नवदीप ड्राइंगरूम में थी। पुलिस को दिए बयान में बंटी ने बताया कि तड़के 4:30 बजे बाहर आवाज सुनकर उसकी आंख खुल गई। किसी खतरे की आशंका से वह अपने पिता का 32 बोर का लाइसेंसी रिवाल्वर लेकर बाहर निकला। ड्राइंगरूम का दरवाजा खुला था। वहां नवदीप और हरप्रीत आपत्तिजनक हालत में थे। बंटी को देख हैप्पी सोफे के पीछे छिप गया। गुस्से में पागल बंटी ने उसके सिर पर एक के बाद एक चार फायर किए।



....बालों से पकड़ा और दाग दी गोलियां



भाई को गुस्से में देख नवदीप बेडरूम की तरफ भागी। बंटी ने वहां पहुंच उसे बालों से पकड़ा और कनपटी में दो गोलियां दाग दीं। सब इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह ने बताया कि नवदीप के पिता तेजा सिंह मंगलवार को पत्नी छिंदर कौर और छोटे बेटे हरजिंदर सिंह के साथ धर्मकोट के गांव किशनपुरा में अपने ससुराल गए थे। इस दौरान नवदीप ने हैप्पी को घर बुला लिया। हैप्पी की इंडिका कार ललतों गांव से मिली है। मोगा में रहने वाला हैप्पी का दोस्त उसे हंबड़ां छोड़कर गया था।