शनिवार, 30 जुलाई 2011

गाजियाबाद में सेक्स रैकेट का भांडा भोड़, पकड़ी गई 18 लड़कियां


गाजियाबाद। गाजियाबाद के लोनी थाने के लक्ष्मी गार्डन में पुलिस ने एक घर में छापा मर कर एक सेक्स रैकेट का भांडाभोड़ किया है। यहां से 18 लड़कियां और दो दलाल पकड़े गए हैं। पकड़ी गई लड़कियों में से 13 नेपाल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटका और उत्तराखंड की रहने वाली है।

जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को गाजियाबाद पुलिस ने सूचना के आधार पर लोनी थाने के लक्ष्मी गार्डन में दीपक सरीन नामक व्यक्ति के मकान पर छापा मारा। यहां से एक बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। पकड़ी गई महिलाओं की उम्र 17 से 45 साल के बीच है।

इनका कहना है कि ये अपनी मर्जी से देह व्यापार कर रही थी, जबकि पुलिस का कहना है कि सरीन और सुमन इनसे धंधा करवाते थे। इनको ग्राहक की मांग पर दिल्ली सप्लाई किया जाता था।
 
एसएसपी रघुवीर लाल के मुताबिक, दोनों दलाल इसी मकान से बड़े सेक्स रैकेट को संचालित करते थे। ग्राहकों के मांग के अनुसार इनको दिल्ली के विभिन्न इलाकों में सप्लाई किया जाता था। पुलिस मामले में जांच पड़ताल कर रही है।

जैसलमेर में नहीं रूक रहा बेटियों को मारने का सिलसिला !


जैसलमेर। पूरे देश में लड़कियों की गिरती संख्या से भी लोग सीख नहीं ले रहे हैं और बच्चियों को मारने का सिलसिला रूक नहीं रहा है, ताजा वाकया जैसलमेर के देवीकोट का है। जहां पिछले दिनों जनमी दो बच्चियों की रहस्यम परिस्थितयों में मौत हो गई। ये दोनों बच्चियां देवीकोट स्वास्थ्य केंद्र में जन्मी थी। रूटीन जांच में जब यहां की एएनएम ने जांच की तो पता चला कि दो बच्चियों की मौत हो चुकी है। जबकि ये दोनों सव्स्थ जनमी थीं। एक बच्ची की मौत का कारण मां द्वारा दूध न पिलाया जाना बताया जा रहा है।


बेटियों को न जनमने देने के लिए जैसलमेर हमेशा से ही बदनाम रहा है। यहां पर कई गांव तो ऐसे हैं जहां सदियों से बेटियां नहीं जन्मी हैं। किसी घर में यदि बच्ची पैदा भी हो जाए तो नवजात को ही मार दिया जाता है। हालांकि पिछले कुछ सालों में यहां स्थिति सुधरी थी और बच्चियां पैदा होने लगी थीं। लेकिन एक सप्ताह में ऐसी दो घटनाओं ने प्रशासन को चिंता में डाल दिया है।


जिले के सीतोड़ाई व छोड़ के दो परिवारों में जन्मी इन बालिकाओं को जानबूझ कर मौत के हवाले किए जाने का संदेह जताया जा रहा है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से मिली जानकारी के मुताबिक इनमें से एक बच्ची को उसकी मां ने दूध ही नहीं पिलाया। कलेक्टर एमपी स्वामी ने एसडीएम को मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं। देवीकोट स्वास्थ्य केंद्र में हुए दो महिलाओं के प्रसव के बाद एएनएम की पहली जांच के दौरान दोनों बालिकाएं मृत पाई गई। देवीकोट स्वास्थ्य केंद्र में सीतोड़ाई की एक महिला ने 23 जुलाई को और छोड़ की एक अन्य महिला ने 25 जुलाई को कन्याओं को जन्म दिया था। प्रसव के बाद 48 घंटे के भीतर किए गए एएनएम के फालोअप में पता चला कि दोनों ही बालिकाओं की मौत हो चुकी है। एएनएम व चिकित्सा प्रभारी के अनुसार छोड़ में हुई मौत का कारण बालिका को दूध नहीं पिलाना बताया गया वहीं सीतोड़ाई वाले मामले का खुलासा नहीं हो पाया है। कुछ माह पूर्व जिले के देवड़ा गांव में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था।

सामाजिक संस्थाएं जानती हैं सच
यहां काम कर रही कई सामाजिक संस्थाएं व एनजीओज इस सच से वाकिफ हैं और कन्या हत्या को रोकने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। सीमांत किसान शोध संस्थान के कार्यकर्ता लखतदास देथा के अनुसार जैसलमेर के कुछ इलाकों में आज भी बच्चियां मारी जा रही हैं। मैने और मेरे संगठन ने विरोध किया तो मुझ पर दो बार जानलेवा हमला तक किया गया।

जैसलमेर में 1000 पुरुषों पर हैं 849 महिलाएं
जनगणना-2011 के आंकड़ों के अनुसार जहां पूरे देश में 1000 पुरुषों पर 940 महिलाएं हैं, वहीं जैसलमेंर में यह केवल 849 है। यह स्थिति चिंताजनक है, अगर लड़कियों की संख्या इसी गति से गिरती गई तो यहां भी शादी के लिए लड़कियां दूसरे राज्यों से लानी होंगी।

दौसा: ट्रक-जीप टक्कर में पांच मरे

दौसा: ट्रक-जीप टक्कर में पांच मरे
 

दौसा। जिले के महुवा के पीपलखेडा में शनिवार को सड़क हादसे में पांच लोगों के मारे जाने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक शनिवार को यह हादसा दोपहर बाद हुआ जब तेज स्पीड में ट्रक सड़क के किनार खड़ी जीप से टकरा गया। हादसे में पांच लोग मारे गए हैं।

सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंच राहत का काम शुरू कर दिया है।
 

नकली सोना थमा कर दस लाख रुपए की ठगी

जोधपुर। असली सोने की तीन गिन्नी थमाकर दो पुरुष व एक महिला दस लाख रुपए की ठगी कर फरार हो गए। महज आधे घंटे बाद सोना खरीदने वाले शख्स को इसका अहसास हुआ, तब तक आरोपी क्षेत्र से गायब हो चुके थे। खुद को ठगा पाकर उसने चंद कदमों की दूरी पर स्थित खांडा फलसा थाने में ठगी का मामला दर्ज करवाया।
खांडा फलसा पुलिस ने बताया कि सिवांची गेट के भीतरी क्षेत्र में रहने वाले राकेश पुत्र घनश्याम घांची ने तीन जनों के खिलाफ ठगी की रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के अनुसार रविवार सुबह करीब सवा ग्यारह बजे उसे मोची मार्केट में दो पुरुष और एक महिला मिली। उन्होंने खुद के पास रखी सोने की तीन गिन्नियां दिखाई और रुपए की जरूरत बताते हुए पौने तीन किलो सोना बेचने की बात कही। राकेश ने उनसे तीन गिन्नी लेकर सुनार से जांच करवाई तो वे असली सोने की थी।
पुष्टि करने के बाद राकेश ने उन्हें दस लाख रुपए देकर पौने तीन किलो की थैली ले ली। बाद में उसने थैली में रखी गिन्नियां को सुनार को दिखाया तो वे पीतल की निकली। खुद को ठगा पाकर उसने अज्ञात पुरुष व महिला की तलाश शुरू की। नहीं मिलने पर उसने खांडा फलसा थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।

रूखमों बाई माण्ड गायिकी प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केन्द्र स्थापित होगा रामसर में


माण्ड गायिका रूखमों का सपना होगा पूरा 

रूखमों बाई माण्ड गायिकी प्रशिक्षण एवं  अनुसंधान केन्द्र स्थापित होगा रामसर में 

बाडमेर थार की लता के रूप् में ख्यातनाम रही माण्ड गायिका स्व, रूखमों बाई की अन्तिम इच्छा एवं सपना श्री कृष्णा संस्था बाउमेर पूरा करेगा।संस्था रामसर में रूखमों बाई माण्ड गायिकी प्रशिक्षण एवं  अनुसंधान केन्द्र स्थापित करेगा।इसके लिऐं तैयारिया आरम्भ कर दी हैं।इस केन्द्र में माण्ड गायिकी की शिक्षा  लोक कलाकारों को प्रदान कर थार की लोक कला और संस्कृति को संरक्षित पखने के प्रयास किऐ जाऐंगे।
कृष्णा संस्था सचिव चन्दन सिंह भाटी ने बताया किथार की लता रूखमों की हार्दिक इच्छा थी कि थार में माण्ड गायिकी की परम्परा को आगे बढाया जाऐ।उम्र के अन्तिम पडाव में रूखमों बाई द्धारा प्रयास कर कुछ कलाकारों को माण्ड गायिकी सिखाना आरम्भ भी किया मगर शरीर ने साथ नही दिया।अलबता रूखमों की बहू हनीफा ने माण्ड गायिकी के कुद गुर जरूर सीखे।रूखमों की माता  तथा बहन अकलों माण्ड गायिकी में पारंगत हैं।
अनुसंधान तथा प्रशिक्षण केन्द्र में स्ािानिय मांगणियार लोक कलाकारो सहित माण्ड सीखने के इच्छुक प्राथियों को भी माण्ड गायिकी सिखाई जाऐगी।प्रशिक्षण केन्द्र का मुख्य उद्धेश्य थार की सांस्कृतिक लोक परम्परा तथा गायिकी का संरक्षण करना ताकि विश्व भर के लोक संगीत प्रेमियों के बीच थार के लोक गीत संगीत की जो पहचान कायम हुई हैं वो बरकरार रहे।उन्होने बताया कि प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने तथा सहयोग के लिऐ जिला कलेक्टर श्री गौरव गोयल को ज्ञापन देकर उनसे इस सम्बन्ध में चर्चा भी की गई।इस सम्बन्ध में माननीय मुख्यमंत्री महोदय को भी सहयोग के लिऐ निवेदन किया गया हैं ।
रामसर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने के प्रयास पुरजोर तरीके से किऐ जा रहे हैं।इस कार्य के लिऐ थार के लोक संगीत प्रेमियो का सहयोग अपेक्षित हैं।उन्होने बताया कि जल्द राज्य स्तरीय कमेटी का गठन किया जाकर इसे मूर्त रूप दिया जाऐगा।ताकि रूखमों बाई का माण्ड गायिकी के सरंक्षण के लिऐ देखा सपना साकार हो सके।इस पावन कार्य में प्रवासी ,अप्रवासी समस्त राजस्थानी संगीत प्रेमी किसी तरह की मदद करना चाहे तो उनका स्वागत हैं।राजस्थान की लोक संस्कृति और कला के सरंक्षण के लिऐ आप भी आगे आऐं।दिल खोल कर मदद करें ताकि एक गरीब किन्तु महान लोक गायिका का सपना पूरा हो सके।