गुरुवार, 30 जून 2011
बुधवार, 29 जून 2011
सात आतंककारियों के मामले में फैसला 11 को
सात आतंककारियों के मामले में फैसला 11 को
जोधपुर। जम्मू कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ करते हुए पकडे गए 11 आतंककारियों में से सात अफगानिस्तान नागरिकों के मामले में फैसला आगामी 11 जुलाई को सुनाया जाएगा। अनुसूचित जाति एवं जनजाति मामलात की विशिष्टि न्यायालय के न्यायाधीश अनूप कुमार सक्सेना ने बुधवार को सुरक्षा दृष्टि को ध्यान में रखते हुए इन आतंककारियों की सुनवाई केन्द्रीय कारागृह परिसर में बनी अदालत में की।
सात आतंककारियों के मामले की अंतिम बहस पूरी हो जाने पर अदालत ने फैसला 11 जुलाई तक सुरक्षित रख लिया। अदालत ने पाकिस्तानी आतंककारियों के मामले में करीब एक दर्जन गवाहों को बार-.बार तलब करने पर भी न्यायालय नहीं आने पर सभी को जमानती वारंट से तलब करने के आदेश दिए हैं।
इनके मामले में सुनवाई की अगली तारीख 26 जुलाई तय की गई है। उ“तम न्यायालय के आदेश से एक अफगानिस्तान नागरिक को पहले ही रिहा किया जा चुका है और सात के संबंध में 11 जुलाई को निर्णय सुनाया जाएगा। इसके अलावा चार आतंकी पाकिस्तान एवं पाक अधिकृत जम्मू कश्मीर के हैं और इनकी सुनवाई न्यायालय में लंबित है।
जोधपुर। जम्मू कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ करते हुए पकडे गए 11 आतंककारियों में से सात अफगानिस्तान नागरिकों के मामले में फैसला आगामी 11 जुलाई को सुनाया जाएगा। अनुसूचित जाति एवं जनजाति मामलात की विशिष्टि न्यायालय के न्यायाधीश अनूप कुमार सक्सेना ने बुधवार को सुरक्षा दृष्टि को ध्यान में रखते हुए इन आतंककारियों की सुनवाई केन्द्रीय कारागृह परिसर में बनी अदालत में की।
सात आतंककारियों के मामले की अंतिम बहस पूरी हो जाने पर अदालत ने फैसला 11 जुलाई तक सुरक्षित रख लिया। अदालत ने पाकिस्तानी आतंककारियों के मामले में करीब एक दर्जन गवाहों को बार-.बार तलब करने पर भी न्यायालय नहीं आने पर सभी को जमानती वारंट से तलब करने के आदेश दिए हैं।
इनके मामले में सुनवाई की अगली तारीख 26 जुलाई तय की गई है। उ“तम न्यायालय के आदेश से एक अफगानिस्तान नागरिक को पहले ही रिहा किया जा चुका है और सात के संबंध में 11 जुलाई को निर्णय सुनाया जाएगा। इसके अलावा चार आतंकी पाकिस्तान एवं पाक अधिकृत जम्मू कश्मीर के हैं और इनकी सुनवाई न्यायालय में लंबित है।
दुनिया ने माना बापू के सत्याग्रह का लोहा
दुनिया ने माना बापू के सत्याग्रह का लोहा
न्यूयॉर्क। एक तरफ भारत सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ होने वाले विरोध प्रदर्शनों को कुचलने में लगी है वहीं आजादी की लड़ाई के दौरान महात्मा गांधी की ओर से चलाए गए नमक सत्याग्रह को दुनिया सलाम कर रही है। मशहूर पत्रिका टाइम ने बापू के नमक सत्याग्रह को दुनिया को बदलने वाले 10 प्रभावी आंदोलनों की सूची में दूसरे स्थान पर रखा है।
मार्च 1930 में बापू ने अहमदाबाद के नजदीक साबरमती आश्रम से दांडी गांव तक 24 दिन का मार्च निकाला था। बापू के इस मार्च से लाखों लोग जुड़ गए थे। बापू ने यह मार्च नमक पर ब्रिटिश राज के एकाधिकार के खिलाफ निकाला था। टाइम मैगजीन ने लिखा है कि ब्रिटिश राज चाय, कपड़ा और नमक पर एकाधिकार करने में लगी थी। औपनेविशक हुकूमत के तहत भारतीय न तो नमक का उत्पादन कर सकते थे और न ही बेच सकते थे। भारतीयों को ब्रिटेन में बना नमक ऊंचे दामों पर खरीदना पड़ता था। इसके खिलाफ बापू ने दांडी मार्च निकाला।
न्यूयॉर्क। एक तरफ भारत सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ होने वाले विरोध प्रदर्शनों को कुचलने में लगी है वहीं आजादी की लड़ाई के दौरान महात्मा गांधी की ओर से चलाए गए नमक सत्याग्रह को दुनिया सलाम कर रही है। मशहूर पत्रिका टाइम ने बापू के नमक सत्याग्रह को दुनिया को बदलने वाले 10 प्रभावी आंदोलनों की सूची में दूसरे स्थान पर रखा है।
मार्च 1930 में बापू ने अहमदाबाद के नजदीक साबरमती आश्रम से दांडी गांव तक 24 दिन का मार्च निकाला था। बापू के इस मार्च से लाखों लोग जुड़ गए थे। बापू ने यह मार्च नमक पर ब्रिटिश राज के एकाधिकार के खिलाफ निकाला था। टाइम मैगजीन ने लिखा है कि ब्रिटिश राज चाय, कपड़ा और नमक पर एकाधिकार करने में लगी थी। औपनेविशक हुकूमत के तहत भारतीय न तो नमक का उत्पादन कर सकते थे और न ही बेच सकते थे। भारतीयों को ब्रिटेन में बना नमक ऊंचे दामों पर खरीदना पड़ता था। इसके खिलाफ बापू ने दांडी मार्च निकाला।
लड़की की हत्या कर मांस नोचकर खाया और पी डाला खून
फ्रैंकफर्ट. एक 26 वर्षीय युवक को दो किशोरों की हत्या करने, उनके शरीर के अंगों को चबाने और उनका खून पीने के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई है.
जन ओ नामक इस व्यक्ति को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है जिससे कि यह फिर कभी खुला न घूम सके. कोर्ट ने उसे मनोवैज्ञानिक की देख-रेख में रखने का आदेश दिया है.
इस व्यक्ति ने कोर्ट में स्वीकार किया कि उसने 14 साल की एक लड़की की गला दबाकर हत्या की थी, उसके गले के मांस को नोच कर खाया था और उसका खून भी पीया था. घटना के ठीक तीन दिन बाद उसने एक 13 साल के लड़के की भी हत्या कर दी. उसने कहा चूँकि उसके बाल लबे थे इसलिए उसे लगा कि वह भी लड़की है. इसी भ्रम में उसने उसकी हत्या कर दी.
इस व्यक्ति ने कोर्ट में स्वीकार किया कि उसने 14 साल की एक लड़की की गला दबाकर हत्या की थी, उसके गले के मांस को नोच कर खाया था और उसका खून भी पीया था. घटना के ठीक तीन दिन बाद उसने एक 13 साल के लड़के की भी हत्या कर दी. उसने कहा चूँकि उसके बाल लबे थे इसलिए उसे लगा कि वह भी लड़की है. इसी भ्रम में उसने उसकी हत्या कर दी.
कोर्ट ने कहा कि यह अपने आप में बेहद जघन्य और असामान्य मामला है और यह व्यक्ति समाज ले लिए खतरा है. ऐसे में इसे फिर से समाज में जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती.
दूध पिलाने वाली महिला
वाशिंगटन. यहाँ एक महिला को बेहद अजीब अपराध के लिए गिरफ्तार किया गया है. इस महिला को पुलिसवालों पर ब्रेस्ट मिल्क फेकने के आरोप में पकड़ा गया है.
30 वर्षीय स्टेफनी रोबिनेटी पर घरेलू हिंसा, मारपीट, अपमानजनक व्यवहार और पुलिस के साथ बदसलूकी करने का भी आरोप है. डेलावेयर काउंटी कोर्ट में पुलिस ने बताया कि यह महिला एक पार्टी में गई हुई थी जहाँ इसने एक व्यक्ति के साथ अभद्रता की. जब उसने विरोध किया तो रोबिनेटी ने उसे भला-बुरा कहना शुरू कर दिया. मामला बिगड़ता देख उस व्यक्ति ने पुलिस को सूचित किया.
पुलिस में आने पर उसका व्यवहार और भी बिगड़ गया. उसने धमकी दी कि वह दूध पिलाने वाली महिला है और इतना कहते ही उसने अपना दाहिना ब्रेस्ट निकाला और पुलिस वालों पर दूध छिड़कने लगी. मामला बिगड़ता देख पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
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