बुधवार, 2 अगस्त 2017

बाड़मेर,अतिवृष्टि इलाकांे मंे होगा डोर-टू-डोर सर्वे, नियंत्रण कक्ष स्थापित,



बाड़मेर,अतिवृष्टि इलाकांे मंे होगा डोर-टू-डोर सर्वे, नियंत्रण कक्ष स्थापित,
-ग्रामीणांे की समस्याआंे को प्राथमिकता से निस्तारण करने के लिए स्थानीय स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित
बाड़मेर, 02 अगस्त। जिले के धोरीमन्ना एवं गुड़ामालानी इलाके मंे अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकांे मंे आमजन की समस्याआंे का प्राथमिकता से निस्तारण करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से भाखरपुरा एवं अरणियाली मंे नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए है। जहां पर आमजन की समस्याआंे को प्राथमिकता से निस्तारण करने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा चिकित्सा विभाग की टीमंे घर-घर पहुंचकर मौसमी बीमारियांे संबंधित सर्वे करेगी।

जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि अरणियाली एवं भाखरपुरा मंे स्थापित किए गए नियंत्रण कक्ष मंे चिकित्सा एवं पशुपालन विभाग की टीमंे उपलब्ध रहेगी। जहां सूचना मिलने पर संबंधित इलाकांे मंे पहुंचकर आमजन की समस्याआंे का समाधान करेगी। नियंत्रण कक्ष मंे बिजली,पानी एवं मौसमी बीमारियांे संबंधित सूचना दी जा सकती है। जिला कलक्टर नकाते ने बताया कि प्रभावित परिवारांे को जिला प्रशासन की ओर से तैयार किया गया खाद्य सामग्री का किट उपलब्ध कराया गया है। इसमंे 5 किलो आटा, 2 किलो चावल, एक किलो दाल, तेल, मसाले, शक्कर एवं चाय की पत्ती तथा अन्य आवश्यक खाद्य सामग्री शामिल हैं। उन्हांेने बताया कि अतिवृष्टि प्रभावित इलाकांे मंे घर-घर सर्वे के लिए चिकित्सा विभाग की ओर से दस टीमांे का गठन किया गया है। यह टीमंे अतिवृष्टि प्रभावित इलाकांे अरणियाली, आलेटी, पुरावा, पादरड़ी, सिघासवा चौहान, रतनपुरा, भाखरपुरा, डेडावास, खारवा समेत आसपास के गांवांे मंे घर-घर सर्वे करेगी।

फसलांे मंे हुए नुकसान के सर्वे के लिए कमेटी गठितः जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने खड़ी फसलांे मंे बाढ़ अथवा जल भराव से होने वाले उपज के नुकसान की संभावित क्षतिपूर्ति निर्धारित करने के लिए कमेटी गठित करने के आदेश जारी किए है। इसके तहत राजस्व विभाग का प्रतिनिधि संबंधित भू-अभिलेख निरीक्षक, कृषि विभाग का प्रतिनिधि संबंधित सहायक कृषि अधिकारी एवं बीमा कंपनी का प्रतिनिधि बजाज एलाइंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड शामिल होगा। इस कमेटी को जिले के प्रभावित इलाकांे का संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2017 के तहत अधिसूचित फसलांे का तत्काल सर्वेक्षण एवं फसल क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है। इस कार्य का पर्यवेक्षण कृषि विभाग के उप निदेशक किशोरीलाल वर्मा करेंगे।

गुड़ामालानी एवं सिणधरी क्षेत्र मंे विद्युत आपूर्ति बहालः बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी उपखंड के 7 जीएसएस से जुड़े 41 गांवांे एवं सिणधरी के 2 जीएसएस से जुड़े 13 गांवांे मंे मंगलवार देर रात्रि से विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई है। यहां लूणी नदी मंे टावर एवं विद्युत पोल गिरने से विद्युतापूर्ति बाधित हो गई थी। डिस्काम के अधीक्षण अभियंता मांगीलाल जाट ने बताया कि धोरीमन्ना, गुड़ामालानी एवं शिव क्षेत्र मंे अतिवृष्टि से बाधित हुई विद्युतापूर्ति को बहाल कर दिया गया है।

जालोर में सामान्य होने लगे हालात बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर चल रहा राहत कार्य



जालोर में सामान्य होने लगे हालात

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर चल रहा राहत कार्य

जालोर, 2 अगस्त। अतिवृष्टि के कारण जालोर में पैदा हुए बाढ़ के हालात अब सामान्य होने लगे हैं। जिला प्रशासन की सतर्कता के साथ ही सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय लोगों के प्रयासों से अब जालोर में स्थिति नियंत्रण में है। प्रशासन लगातार लोगों को राहत पहुंचाने में जुटा हुआ है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रसद सामग्री और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति अनवरत जारी है। मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए मेडिकल टीमें मिशन मोड पर अपनी जिम्मेदारी को बखूबी अंजाम दे रही है। राहत कार्यों से जुडे़ सभी विभाग पूरी मुस्तैदी के साथ लोगों को संकट की इस घड़ी से बाहर निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बुधवार को भी राहत कार्य जोर-शोर से जारी रहे।

जिला कलेक्टर श्री एल.एन. सोनी ने बताया कि सभी विभागों और आमजन के सहयोग से अब स्थितियां काबू में है। बाढ़ प्रभावित हर गांव में राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। जनप्रतिनिधियों के साथ ही उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौके पर जाकर और हालातों का जायजा लेकर लोगों को तत्काल राहत पहुंचा रहे हैं। फसल एवं अन्य खराबे का आकलन भी करवाया जा रहा है ताकि लोगों को शीघ्र सहायता दी जा सके। बारिश से बाधित कई मार्गों पर यातायात सुचारू हो गया है। ज्यादातार इलाकों में बिजली आपूर्ति भी चालू हो गई है। मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए मेडिकल टीमें लोगों को राहत देने में जुटी हुई है।

बुधवार को आहोर विधायक श्री शंकर सिंह राजपुरोहित, उपखण्ड अधिकारी श्री राजेन्द्र सिंह सिसोदिया सहित अन्य अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित आकोली, चांदना, डूडसी, डीगांव, नागणी, भेटाला और बागरा सहित अन्य गांवों का दौरा किया और वहां मूलभूत आवश्यकताओं को सुचारू करवाया। आहोर उपखण्ड में मादरी, दयालपुरा, गांगावा, चरली, सनवाड़ा, काम्बा, खारा और जोगावा सहित अन्य गांवों में राहत कार्यों के साथ-साथ मेडिकल टीमों ने लोगों का उपचार किया।

33 केवी के 232 में से 229 जीएसएस से बिजली आपूर्ति बहाल

जिला कलेक्टर ने बताया कि जालोर जिले के सभी उपखण्डों में विद्युत आपूर्ति लगभग बहाल हो चुकी है। उन्होंने बताया कि केवल उन्हीं क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बंद है, जहां बाढ़ का पानी भरा हुआ है और विद्युत आपूर्ति शुरू करने से खतरे की आशंका है। उन्होंने बताया कि 33 केवी के 232 जीएसएस में से 229 जीएसएस से विद्युत आपूर्ति सुचारू हो गई है। शेष 3 जीएसएस से विद्युत आपूर्ति सुचारू करने का काम तेजी से चल रहा है। इसी तरह 11 केवी के 1149 फीडरों में से 1079 फीडरों की विद्युत आपूर्ति पूरी तरह चालू है। उन्होंने बताया कि जालोर जिले के 794 गांवों मेंसे 716 में बिजली सप्लाई चालू है। केवल 78 गांव अभी प्रभावित हैं, जिनमें से सांचैर पंचायत समिति के 59, चितलवाना के 17 और रानीवाडा पंचायत समिति के केवल 2 गांव शामिल हैं। इनमें क्षेत्रों में बाढ़ का पानी भरा होने के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित है।

3100 गौवंश का उपचार

श्री सोनी ने बताया कि जिले में बाढ़ के कारण प्रभावित हुई गौशालाओें में भी राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। जालोर के साथ-साथ जोधपुर एवं बाड़मेर के कार्मिकों को भी गौशालाओं में राहत कार्यों के लिए नियोजित किया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में 14 सीनियर वेटरनरी आॅफिसर तथा वेटरनरी आॅफिसर एवं 21 वेटरनरी असिस्टेंट तथा पशुधन सहायकों को लगाया गया है। पशु चिकित्सकों की टीमों ने अब तक करीब 3100 गौवंश को उपचारित किया है। इसमें 1306 गौवंश नंदीशाला गोलासन, 1182 गौवंश पथमेड़ा गौशाला तथा 571 गौवंश पालड़ी गौशाला के उपचारित किए गए हैं।

गौशालाओं को अनुदान की किस्त जारी

जिला कलेक्टर ने बताया कि निर्धारित नियमों के तहत गौशालाओं को दी जाने वाली सहायता के तहत 52 गौशालाओं को 90 दिवस की आर्थिक सहायता दो किस्तों में दी जानी है। इसके तहत 52 गौशालाओं को प्रथम किस्त के रूप में 5 करोड़ 61 लाख 12 हजार रूपए का अनुदान जारी किया जा चुका है तथा 32 गौशालाओं को दूसरी किस्त के रूप में 4 करोड़ 36 लाख 83 हजार रूपए का अनुदान दे दिया गया है। नंदी गौशाला, गोलासन को एक माह की अतिरिक्त सहायता के रूप में करीब एक करोड़ रूपए की राशि दी गई है। जिला कलेक्टर ने कहा है कि जिन गौशालाओं को दूसरी किस्त नहीं मिली है, वे शीघ्र अपने दावा बिल प्रस्तुत करें ताकि उन्हें दूसरी किस्त जारी की जा सके।

5 हजार रोगियों का इलाज

जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए 18 मोबाइल तथा 10 रेपिड रेस्पोंस टीमें लगातार जुटी हुई हैं। चितलवाना ब्लाॅक में 4 और अन्य सात ब्लाॅक में 2-2 मोबाइल टीमें लगाई गई हैं। इसके अलावा ब्लाॅकवार एक-एक और दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रेपिड रेस्पोंस टीम लगाई गई है। अब तक करीब 5 हजार रोगियों का उपचार किया गया है। विभाग की ओर से जल भराव के 24 स्थानों पर गम्बुसिया मछली भी डाली गई हैं, ताकि लार्वा पैदा नहीं हो। साथ ही मकानों में पायरिथिरिम का स्प्रे करवाया जा रहा है। करीब 480 गांवों में एमएलओ डलवाया गया है। घरों में बने पानी के टांकों में टेमीफाॅस डलवाया जा रहा है।

बीमारियों के प्रति जागरूकता के लिए नई पहल

चिकित्सा विभाग ने मौसमी बीमारियों डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि से बचाव के लिए नई पहल की है। इसके तहत विभाग की टीम घर-घर जाकर बच्चों को मौसमी बीमारियों के कारणों और बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक कर रही है। इन बच्चों को कमाण्डो बनाया जा रहा है, जो अपने परिवार के लोगों को मौसमी बीमारियों की रोकथाम के तरीके बताएंगे। विभाग ने इसके लिए पोस्टर भी जारी किए हैं। इसमें बच्चे मौसमी बीमारियों से बचाव का संदेश दे रहे हैं।

52 मार्गों पर यातायात शुरू

श्री सोनी ने बताया कि अतिवृष्टि से जिले की 145 सड़कें बाधित हो गई थीं, जिनमें से 52 सड़कों पर यातायात शुरू हो गया है तथा शेष सड़कों पर आवगमन सुचारू करने का काम तेजी से चल रहा है। सांचैर-रानीवाड़ा-मण्डार सड़क पर जेतपुरा पुल के पास, जालोर-भीनमाल-रानीवाड़ा सड़क पर कोड़ी नदी पर तथा भीनमाल-पुनासा मार्ग पर नोहरा की नदी के पास कार्य तीव्र गति से चल रहा है। जेतपुरा तथा कोड़ी पर हल्के वाहनों का यातायात शुरू कर दिया गया है।

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जैसलमेर, नवगठित सीमावर्ती तनोट ग्राम पंचायत में जिला कलक्टर की पहली रात्रि चैपाल खुब जमीं


जैसलमेर, नवगठित सीमावर्ती तनोट ग्राम पंचायत में जिला कलक्टर की पहली रात्रि चैपाल खुब जमीं


सीमा वासियों की समस्याओं का होगा प्राथमिकता से निस्तारण


पेयजल व्यवस्था में अतिषीघ्र सुधारने के दिए निर्देष


जैसलमेर, 02 अगस्त। नवगठित सीमावर्ती ग्राम पंचायत तनोट में मंगलवार को जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना की पहली रात्रि चैपाल खुब जमीं एवं उन्होंने सीमावासियों की समस्याओं को धैर्य से सुना एवं विष्वास दिलाया कि उनका निराकरण प्राथमिकता से किया जाएगा। उन्होंनंे विभागीय अधिकारियों को निर्देष दिये कि जो भी परिवेदनाएं पेष हुई है उन सभी का निराकरण तत्परता से करें। पहली रात्रि चैपाल में जिला कलक्टर एवं जिला प्रषासन को अपने मध्य पाकर ग्रामीणजन प्रसन्नचित हुए एवं खुले मन से उन्होंने अपनी समस्याओं को रखा।




जिला कलक्टर ने ग्रामीणों को विष्वास दिलाया कि जो समस्याएं उन्होंने रात्रि चैपाल में रखी है उनको राजस्थान सम्पर्क पोर्टल में दर्ज किया जाकर जब तक वे निस्तारित नहीं होती है तब तक उनकी प्रभावी माॅनेटरिंग की जाएगी। रात्रि चैपाल में उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर हंसमुख कुमार, तहसीलदार वीरेन्द्रसिंह, विकास अधिकारी सम सुखराम विष्नोई, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.एन.आर.नायक, सहायक निदेषक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हिम्मतसिंह कविया, सरपंच तनोट अषोक कुमार समेत अन्य विभागीय अधिकारी एवं अच्छी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थें।




रात्रि चैपाल के दौरान जिला कलक्टर ने महानरेगा कार्यो, प्रधानमंत्री आवास योजना, बालिका षिक्षा, पालनहार योजना, पेंषन योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढाओं, स्वच्छ भारत मिषन, सघन वृक्षारोपण कार्यो की बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने ग्रामीणों को राज्य एवं केन्द्र सरकार की विभिन्न विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं का अधिकाधिक लाभ लेने का आह्वान किया।




चैपाल में जिला कलक्टर ने तनोट क्षेत्र में प्रभावित हुई पेयजल व्यवस्थाओं को अत्यन्त गंभीरता से लिया और जलदाय विभाग के अभियंता को सख्त निर्देष दिए कि जहां कही पर भी ट्यूबवेल, जीएलआर, हैण्डपंप इत्यादि खराब हो वहां पर तत्काल जलापूर्ति व्यवस्था सुचारू करें। उन्होंने तनोट, रणाउ, घंटियाली, किषनगढ, कुरीया इत्यादि में सूखी पडी पषु खेलियों को जीएलआर से पानी से भरवाने के भी कडे निर्देष दिए ताकि पषुधन को पीने का पानी उपलब्ध हो। उन्होंने ग्रामीणों की सामुहिक मांग पर खारिया एवं साधेवाला में मीठे पानी का एक और ट्यूबवेल खोदने के जलदाय विभाग को निर्देष दिये।




चैपाल के दौरान सीमान्त तनोट वाषिंदों ने जिला कलक्टर के समक्ष स्वास्थ्य सेवाओं को गतिषील बनाने को लेकर तनोट में ए.एन.एम लगाने की बात कही तो उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सप्ताह में दो बार रामगढ से तनोट में एएनएम की व्यवस्था करवाकर लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ प्रदान करावें। उन्होंने विद्यालयों में तथा आंगनवाडी केन्द्रों में गुणवतापूर्ण पोषाहार वितरण करवाने पर विषेष जोर दिया एवं उप निदेषक महिला एवं बाल विकास विभाग जैसलमेर को आंगनवाडी केन्द्र के बेहतरीन ढंग से संचालन करने के निर्देष दिये।




उन्होंने संबंधित सरपंच, ग्रामसेवक, पटवारी को सख्त निर्देष दिए कि वे पालनहार योजना, विषेष योग्यजनों, दिव्यांगो, विकलांगो को सरकार की और से प्रदान की जा रही विविधि योजनाओं की जानकारी प्रदान कर उन्हें लाभान्वित करावें। उन्होंने यह भी निर्देष दिये कि क्षेत्र में एक भी विषेष योग्यजन पंजीयन से वंचित नहीं रहें इसलिए ईमित्र केन्द्रों पर उनका अनिवार्य रूप से पंजीयन करावें।




जिला कलक्टर ने कहा कि शक्तिपीठ तनोट माता का स्थान सीमा क्षेत्र में है एवं पूरे देष के लोग तनोट माता के दर्षन करने के लिए आते है इसलिए स्थानीय लोगों का दायित्व है कि वे हर समय सहयोग प्रदान करावें। उन्होंने इसके साथ ही लोगों को सीमान्त क्षेत्र होने के करण अतिसंवेदनषील होकर जागरूक रहने पर जोर दिया एवं कहा कि कोई भी अवांछनीय गतिविधि उनके ध्यान में आवे तो तत्काल ही सीमा सुरक्षा बल के साथ ही पुलिस एवं प्रषासन को सूचित करें।




उन्होंने तनोट से लेकर घंटियाली क्षेत्र तक सडक मार्ग के दोनो तरफ सघन वृक्षारोपण करने का आह्वान किया तो सरपंच एवं सभी ग्रामीणजनों ने जिला कलक्टर को इस पुनीत कार्य में पूरे मन से सहयोग करने का विष्वास दिलाया। उन्होंने ग्रामीणों से प्रत्येक घर के आगे एक पेड लगाने की अपील की। जिला कलक्टर ने तनोट धार्मिक सीमान्त को दृष्टिगत रखते हुए रसद अधिकारी को अन्नपूर्णा भण्डार एवं बडी दुकान खोलने का कहा।




चैपाल के दौरान सरपंच अषोक कुमार एवं अन्य गांव के लोगों ने जिला कलक्टर के समक्ष तनोट में प्राथमिक विद्यालय को उच्च प्राथमिक विद्यालय में क्रमोन्नत करने की मांग की इस संबंध में जिला कलक्टर ने जिला षिक्षा अधिकारी को प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भिजवाने के निर्देष दिए तथा रणाउ, तनोट, खारिया, सादेवाला जहां कहीं पर भी अध्यापको की कमी हो वहां पर अध्यापक लगावें।




उन्होनंे सीमावती क्षेत्र में पषुओं में वर्तमान फैल रही बीमारी इत्यादि की जानकारी प्राप्त की एवं पषुपालन विभाग को कडे निर्देष दिये कि वे केम्प आयोजित कर बीमार पषुओं का समुचित उपचार करावें। रात्रि चैपाल के दौरान उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग में संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी एवं ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ उठावें। चैपाल का संचालन विकास अधिकारी सुखराम विष्नोई ने किया।


संभागीय आयुक्त श्री लाहौटी रामदेवरा मेला व्यवस्थाआंे की गुरूवार को बैठक लेगें

जैसलमेर 02 अगस्त। संभागीय आयुक्त जोधपुर रतन लाहौटी की अध्यक्षता में रामदेवरा मेला-2017 की पूर्व तैयारी एवं व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक 27 जुलाई, गुरूवार को प्रातः 11ः30 बजे पंचायत सभाभवन रामदेवरा में रखी गई है। मेला अधिकारी एवं उपखण्ड मजिस्टेªट पोकरण ने यह जानकारी दी एवं मेला व्यवस्थाओं से जुडे सभी अधिकारियों से कहा कि वे मेले के संबंध में अब तक उनके विभाग द्वारा की गई तैयारी की सूचना सहित स्वयं अनिवार्य रूप से बैठक में उपस्थित होवें।




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नगर परिषद जैसलमेर में नेकी की दीवार का जिला कलक्टर व सभापति ने किया विविधवत् शुभारम्भ



नगर परिषद जैसलमेर में नेकी की दीवार का

जिला कलक्टर व सभापति ने किया विविधवत् शुभारम्भ

नेकी की दीवार में उपलब्ध कपडे एवं अन्य सामग्री जरूरतमंद

लोगों के लिए होगी उपयोगी-जिला कलक्टर


जैसलमेर, 02 अगस्त। जिला मुख्यालय पर नगर परिषद द्वारा बुधवार को नेकी की दीवार की स्थापना की गई इस नेकी की दीवार का जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना एवं नगर परिषद सभापति श्रीमती कविता खत्री ने विविधत् शुभारम्भ किया। इस दौरान पार्षद श्रीमती गवरों देवी, श्रीमती खातुदेवी, श्रीमती ईष्वरी देवी, सूरजपालसिंह, बाबूराम ओड, नाथूराम भील, मोहन परिहार, मगन सैन, गांधी के साथ ही नगर परिषद के अधिषाषी अभियंता सुभाष अग्रवाल एवं अन्य अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थें।

जिला कलक्टर मीना ने नगर परिषद द्वारा नेकी की दीवार के पहल की तारीफ करते हुए कहा कि इसके माध्यम से प्राप्त होने वाले वस्त्रांे, खिलौने, बरतन एवं अन्य सामान जो कि गरीब एवं जरूरतमंद के लिए काम आएगी। उन्होंने नगरवासियों से आह्वान किया कि उनके पास जो भी कपडे, बरतन, खिलौने एवं अन्य सामग्री उनके काम नहीं आ रही है उनको यहां नेकी की दीवार में भेंट करें ताकि वह जरूरतमंद के लिए बहुत ही उपयोगी हो। उन्होंने इस पुण्य के कार्य में पूरा सहयोगी देने पर भी जोर दिया।

उन्होंने इस पर्यटन नगरी को स्वच्छ एवं साफ-सुथरा बनाने का संदेष देते हुए नगर वासियों से आह्वान किया कि वे किसी भी सूरत में कचरा सडक पर या बाहर नहीं डाले वहीं अपने घर के कचरे को कचरा पात्र या डोर-टू-डोर आॅटो रिक्षा जो कचरा संग्रहण के लिए आता है उसमें डालें। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले पर्यटन को यह महसूस होना चाहिए कि यहां के लोग कितने अच्छे है जो नगर को स्वच्छ रखते है। उन्होंने कहा कि जब यह स्वर्णनगरी स्वच्छ एवं सुन्दर होगी तो यहां आने वाले देषी-विदेषी सैलानी इस स्वच्छता के फोटो को अपने फेसबुक व नेट पर डालेगें।

जिला कलक्टर ने कहा कि हनुमान चैराहा पर स्थित नगर परिषद का रैन बसेरा जिसमें पुरूष और महिलाओं के लिए अलग-अलग रहने की व्यवस्था है एवं इन कमरों में 15-15 बेड व बिस्तर की भी व्यवस्था है साथ ही पास में रसोई संचालित है जिसमें मात्र 5 रूपये में भोजन मिलता है। उन्होंने श्रीजवाहिर चिकित्सालय में मरीजो के साथ आने वाले लोगों को भी बतावें कि वे इसमें रूक सकते है। उन्होंने इसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने के भी नगरीय निकाय के अधिकारियों को निर्देष दिये।

नगर परिषद सभापित श्रीमती कविता खत्री ने भी नगरवासियों से अपील की कि उनके घर में जो भी कपडे, बरतन, खिलौने एवं अन्य सामग्री उनके काम नहीं आ रही है उसको नेकी की दीवार में भेंट करें ताकि वे कपडे व अन्य सामग्री जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध कराया जा सकें। उन्होंने यह भी अपील की कि वे नगर परिषद को सफाई अभियान में सहयोग प्रदान करें एवं कोई भी व्यक्ति पाॅलिथीन नाली एवं नाले में नहीं डालें क्योंकि पाॅलिथीन के कारण ही नाले अवरूद्व होते है जिसके कारण गंदा पानी सडकों पर आ जाता है। उन्होंने दुकानदारों से भी अपील की कि वे अपने दुकान के कचरे एवं अन्य सामग्री को उनके पास रखे कचरा पात्र में डालें। उन्होंने कहा कि सभी लोग सफाई एवं स्वच्छता अभियान में सहयोग करेगें तो ये स्वर्णनगरी हमेषा ही साफ एवं स्वच्छ दिखाई देगी।

समारोह के दौरान पार्षद सूरजपालसिंह, मोहनपरिहार, मगन सैन ने भी अपने उद्बोधन में कहा कि नगरवासी इस नेकी के कार्य में अपने घरों में अनपयोगी सामग्री को यहां उपलब्ध करावें ताकि यह सामग्री जरूरतमंद के काम आ सकें। उन्होंने यह भी कहा कि जो सामग्री उनके लिए उपयोगी नहीं है लेकिन अन्य गरीब के लिए यह बहुत ही उपयोगी होगी। कार्यक्रम का संचालन सहायक अभियंता राजीव कष्यप ने किया। इस दौरान लोगों द्वारा कपडे,एवं अन्य सामग्री भी उपलब्ध कराई गई।

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अनुजा निगम द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के लिए

अजजा वर्ग के लिए ऋण आवेदन पत्र 20 अगस्त तक आमंत्रित

जैसलमेर, 02 अगस्त। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास सहकारी निगम(अनुजा) योजनान्तर्गत जिले के अनुसूचित जन जाति वर्ग के व्यक्तियों के लिए स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए ऋण आवेदन पत्र 20 अगस्त तक आमंत्रित किए गए है। परियोजना प्रबंधक हिम्मतसिंह कविया ने बताया कि इसके अन्तर्गत आदिवासी महिला सषक्तिकरण योजना, लघु ऋण वित्त योजना, लघु व्यवसाय शहरी एवं ग्रामीण, लघु व्यवसाय नई, आदिवासी षिक्षा ऋण योजना, ट्रेक्टर मय ट्रोली योजना, डेयरी योजना, बैटरी चालक रिक्षा योजना की परियोजनाओं के अन्तर्गत आवेदन पत्र लिए जाएगें।

परियोजना प्रबंधक ने बताया कि इन योजनाओं में अनुदान भी दिया जाएगा वहीं वार्षिक ब्याज दर भी कम है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति वर्ग का इच्छुक व्यक्ति जो जिले का मूल निवासी हो तथा 18 से 50 वर्ष के मध्य आयु वर्ग का हो वह स्वयं के रोजगार के लिए आवेदन कर सकता है तथा आवेदक की वार्षिक आय ग्रामीण क्षेत्र में 81 हजार व शहरी क्षेत्र में 1 लाख 4 हजार से अधिेक नही होनी चाहिए। अनुदान का लाभ केवल बीपीएल चयनित व ग्रामीण क्षेत्र में 54 हजार 300 व शहरी क्षेत्र में 60 हजार 120 रूपये वार्षिक आय वाले प्रार्थी को ही मिलेगा।

उन्होंने बताया कि ऋण आवेदन पत्र परियोजना प्रबंधक अनुजा निगम कार्यालय कलेक्ट्रेट परिसर जैसलमेर से कार्यालय समय में 10 रूपये शुल्क जमा कराकर प्राप्त कर सकते है। उन्होंने बताया कि फाॅर्म वितरण की अन्तिम तिथि 15 अगस्त है व आवेदन जमा कराने की अन्तिम तिथि 20 अगस्त है। योजना की विस्तृत जानकारी कार्यालय में सम्पर्क कर प्राप्त की जा सकती है।

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सफाई कर्मचारी वर्ग के लिए ऋण आवेदन पत्र 20 अगस्त तक आमंत्रित
जैसलमेर, 02 अगस्त। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त एवं विकास सहकारी निगम योजनान्तर्गत जिले के सफाई कर्मचारी वर्ग के व्यक्तियों के लिए स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए ऋण आवेदन पत्र 20 अगस्त तक आमंत्रित किए गए है। परियोजना प्रबंधक हिम्मतसिंह कविया ने बताया कि इसके अन्तर्गत महिला समृद्वि योजना, लघु साख वित्त, महिला अधिकारिता योजना, लघु व्यवसाय शहरी एवं ग्रामीण, इलेक्ट्रिक बैटरी चालित रिक्षा योजना की परियोजनाओं के अन्तर्गत आवेदन पत्र लिए जाएगें।

परियोजना प्रबंधक ने बताया कि इन योजनाओं में अनुदान भी दिया जाएगा वहीं वार्षिक ब्याज दर भी कम है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति वर्ग का इच्छुक व्यक्ति जो जिले का मूल निवासी हो तथा 18 से 50 वर्ष के मध्य आयु वर्ग का हो वह स्वयं के रोजगार के लिए आवेदन कर सकता है तथा आवेदक की वार्षिक आय ग्रामीण क्षेत्र में 81 हजार व शहरी क्षेत्र में 1 लाख 4 हजार से अधिेक नही होनी चाहिए। अनुदान का लाभ केवल बीपीएल चयनित व ग्रामीण क्षेत्र में 54 हजार 300 व शहरी क्षेत्र में 60 हजार 120 रूपये वार्षिक आय वाले प्रार्थी को ही मिलेगा।

उन्होंने बताया कि ऋण आवेदन पत्र परियोजना प्रबंधक अनुजा निगम कार्यालय कलेक्ट्रेट परिसर जैसलमेर से कार्यालय समय में 10 रूपये शुल्क जमा कराकर प्राप्त कर सकते है। उन्होंने बताया कि फाॅर्म वितरण की अन्तिम तिथि 15 अगस्त है व आवेदन जमा कराने की अन्तिम तिथि 20 अगस्त है। योजना की विस्तृत जानकारी कार्यालय में सम्पर्क कर प्राप्त की जा सकती है।

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जालोर । परिवार का प्रत्येक सदस्य पौधा लगाकर उसके रख-रखाव की जिम्मेदारी लेवें - अमृता



जालोर । परिवार का प्रत्येक सदस्य पौधा लगाकर उसके रख-रखाव की जिम्मेदारी लेवें - अमृता

जालोर । बाकरा गांव से बाकरा रोड जाने वाले मुख्य सडक के दौनो तरफ पौधे लगाने के तहत वृक्षारोपण अभियान का शुभारम्म बुधवार को शुभ मुर्हत में किया गया। इस अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोंधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में विधायक अमृता मेघवाल ने कहा कि परिवार का प्रत्येक सदस्य पौधा लगाकर उसके रख-रखाव की जिम्मेदारी लेवें । उन्होने पर्यावरण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए समारोह आयोजक हडमतमल वेदमुथा का आभार व्यक्त किया। विधायक ने बताया कि गत दिनों मुख्य मंत्री वंसुधरा राजे के जालोर आगमन पर भी उन्होने जालोर जिले के भामाशाह कि प्रशंसा की थी। मेघवाल ने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य कि याद में भी एक पौधा जरूर लगावें ताकि उस परिवार के सदस्य की यादगार हमेंशा बनी रहे।

पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री जोगेश्वर गर्ग ने पौधारोपण की चर्चा करते हुए पाली जिले के किशोरचंन्द्र खीमावत का उदाहरण देते हुए कहा कि इस प्रकार का कार्य अनुकरणीय हैं। उन्होने कहा कि केवल पौधारोपण करने से ही कुछ नही होता वरन् उसकी देखभाल भी जरूरी है। गर्ग ने कहा कि हडमतमल वेदमुथा जालोर जिलें में खीमावत की तरह ही कार्य कर रहे हैं। पौधारोपण करने से क्षेत्र का निखार भी उभरकर आता हैं तथा इससे पर्यावरण में भी मदद मिलती है। समारोह आयोजक हडमतमल वेदमुथा ने कहा कि बचपन से ही पर्यावरण के प्रति मुझे प्रेम हो गया था जो अब प्रोढावस्था में पर्यावरण का काम करने में मुझे खुशी मिलती है। इससे पूर्व भी रेवतडा से आलासन तथा कतरासन होते हूए केशवणा तक के मार्ग पर करीब 1000 पौधे लगाये गये थें, उनमें से अभी तक 950 पौधे जीवित हैं।

गांव के पूर्व ठाकुर भवानीसिंह ने पौधारोपण कार्य की सराहना करते हुए वेदमुथा परिवार का साधुवाद ज्ञापित किया। समारोह का संचालन वंसतभाई वेदमुथा ने करते हुए पर्यावरण को अपनाने पर बल दिया। नागरिक कल्याण मंच के अध्यक्ष माणकमल भंडारी ने सभी आगन्तुको का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पौधारोपण करने से हमें जीवन में बडी शक्ति प्राप्त होती है। पर्यावरण प्रेमी हडमतमल वेदमुथा को विधायक अमृता मेघवाल सहित अतिथियों ने सम्मानित किया। समारोह में सरपंच मफीदेवी चैधरी, भेरूसिंह, चन्दनमल कांकरिया, दूदमल बालड, जीतमल सौफाडिया, राजु हीराणी, टीकमचंद वेदमुथा, विमल गुरू, दिलीपकुमार वेदमुथा, अमरचंद वेदमुथा, नेतिक चैधरी, भेराराम चैधरी सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थें ।