गुरुवार, 16 मार्च 2017

सांसद देवजी पटेल मिले मुख्यमंत्री से



सांसद देवजी पटेल मिले मुख्यमंत्री से

माही परियोजना से किसानों को सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध करवाने के लिए प्री फिजेबिलिटी रिपोर्ट सर्वे शीघ्र करवाया जायें - सांसद देवजी पटेल

नर्मदा नहर परियोजना का पानी जालोर एवं सिरोही जिले में उपलब्ध करवाने की रखी मांग

जयपुर। 16 मार्च, 2017 गुरूवार।

जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने गुरूवार को जयपुर में मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे से मुलाकात कर जालोर एवं सिरोही में पेयजल हेतु नर्मदा नहर परियोजना का पानी उपलब्ध करवाने एवं किसानों को सिंचाई हेतु माही परियोजना का पानी के लिए प्री फिजेबिलिटी सर्वे करवाने की मांग रखी।

किसानों को सिंचाई हेतु माही परियोजना का पानी उपलब्ध करवाने के लिए प्री फिजेबिलिटी सर्वे शीघ्र करवाया जायें: सांसद पटेल ने मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान बताया कि जालोर, बाड़मेर, सिरोही, पाली जिले पिछड़े जिले की श्रेणी में हैं। इन जिलों में पानी की भयंकर कमी हैं। जालोर जिले का कुछ भाग एवं बाड़मेर जिले का अधिकांश भाग मरूस्थलीय हैं। दोनांे जिलों की अधिकांश जमीन सरफेस एवं ग्राउण्ड वाटर की कमी के कारण बंजर पड़ी हैं। कृषक मानसुन के इंतजार रहते है व अच्छी वर्षा होने पर ही एक फसल (मानसून) ले पाते हैं। अन्यथा अकाल की स्थिति बन जाती हैं। जालोर जिले की औरत वर्षा 459 एम.एम हैं। जो राज्य के अन्य विकसित जिलों से बहुत कम हैं। जालोर, बाड़मेर, सिरोही जिले में पेयजल एवं सिंचाई हेतु पानी की गंभीर समस्या होने से दैनीक उपयोग में पेयजल एवं मवेशियों हेतु भी न्यूनतम आपूर्ति नहीं हो पा रहा हैं। अत्याधिक भू-जल दोहन के कारण इन जिलों में जल स्तर काफी नीचे चला जाने की वजह से जालोर, सिरोही, बाड़मेर जिलों को केन्द्रीय भू जल प्राधिकरण द्वारा डार्क जोन की श्रेणी में घोषित किया जा चुका हैं। ऐसी विषम परिस्थितियों में एक मात्र माही बांध/नदी का पानी ही इन जालोर, बाड़मेर जिले की पेयजल एवं सिंचाई के पानी की समस्या का स्थाई समाधान हैं। जबकि वर्तमान में राजस्थान के हक का माही बांध का अधिशेष पानी गुजरात राज्य उपयोग कर रहा हैं। माही बांध/नदी का अधिशेष (सरप्लस) पानी की उपलब्धता एवं इसे अभावग्रस्त क्षेत्रों में अपवर्तन/स्थानान्तरित करने के परिप्रेक्ष्य तथ्य प्रमाणित किये हैं। जिसके अनुसार माही बांध/नदी कछार से अधिशेष जल गुरूत्वाकर्षण द्वारा सामान्य प्रवाह से जालोर, सिरोही, बाड़मेर के अभवग्रस्त क्षेत्रों में स्थानान्तरित किया जा सकता हैं। योजना के क्रियान्वयन में तकनीकी दृष्टि से काई अवरोध नहीं हैं। माही परियोजना के संबंध में मंत्री अध्यक्षता में प्रदेश स्तर पर दिनांक 25.02.2015 को कमेटी का गठन भी किया गया हैं। इस कमेटी में क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधियों को सम्मिलित किया जायें ताकि क्षेत्र से संबंधित अपने सुझाव दे सके एवं कमेटी की नियमित बैठकें आयोजित कर चर्चा कर प्रस्ताव लिये जायें। उन्होंने जालोर, बाड़मेर सिरोही जिलों में पयेजल एवं सिंचाई की समस्या को मध्यनजर रखते हुए इनके स्थाई समाधान हेतु माही बांध/नदी का पानी उपलब्ध करवाने हेतु प्री फिजेबिलिटी सर्वे शीघ्र करवाया जायें।




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नर्मदा परियोजना का नीर पेयजल हेतु जालोर एवं सिरोही जिले में उपलब्ध करवाया जायें: सांसद पटेल ने मुख्यमंत्री राजे से मुलाकात के दौरान जालोर एवं सिरोही जिले में नर्मदा नहर परियोजना का नीर उपलब्ध करवाने की मांग रखते हुए कहा कि जालोर, सिरोही जिले में पेयजल सबसे बड़ी समस्या हैं। क्षेत्र में गिरते भू-जल स्तर एवं फ्लोराईड युक्त पानी क्षेत्र के लोगों के लिए एक भयंकर समस्या हैं। जालोर जिले में पेयजल व्यवस्था हेतु नर्मदा नहर परियोजना पर एफ.आर, ई.आर, डी.आर प्रोजेक्ट एवं कलस्टर योजनाओं के कार्य वर्तमान में प्रगतिरत हैं। लेकिन लम्बा समय गुजर जाने के बाद भी कार्य पूर्ण नहीं किया गया हैं। अतः उक्त परियोजनाओं अतिशीघ्र पूर्ण करवाकर पेयजल उपलब्ध करवाया जायें। सिरोही जिले में नर्मदा नहर परियोजना का पानी उपलब्ध करवाने के लिए योजना बनाई जायें ताकि लोगों को पेयजल समस्या से निजात मिल सकें।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिये निर्देष: चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने विभाग के मुख्य सचिव को दूरभाष पर निर्देशित करते हुए किसानों को सिंचाई हेतु माही परियोजना का पानी उपलब्ध करवाने के लिए प्री फिजेबिलिटी सर्वे शीघ्र करवाने की बात कही।

विभागीय अधिकारियों के साथ लेंगे बैठक: सांसद देवजी पटेल के नेतृत्व में स्थानीय जिले के जनप्रतिनिधि माही परियोजना से किसानों को सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध करवाने के लिए प्री फिजेबिलिटी सर्वे के संबंध में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर चर्चा करेंगे।

यह जनप्रतिनिधि भी रहे मौजूद: सांसद देवजी पटेल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान रानीवाड़ा विधायक नारायणसिंह देवल, भीनमाल विधायक पूराराम चैधरी, आहोर विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित, जालोर विधायक अमृता मेघवाल, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष अमीचंद जैन मौजूद थे।

खेमाबाबा रक्तदान समूह,बाड़मेर रक्तदान कर बचाई जान



खेमाबाबा रक्तदान समूह,बाड़मेर रक्तदान कर बचाई जान

बाड़मेर- खेमाबाबा रक्तदान समूह की मुहिम आपातकालीन स्थिति में रक्त दाता की व्यवस्था करने के तहत कल राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर में मरीज जाकब खान निवासी नागड़दा को एबी पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता होने पर बाड़मेर ब्लड बैंक इस ग्रुप की में उपस्थिति नहीं होने के कारण इनको जोधपुर जाना पड़ रहा था तो ये मरीज खेमा बाबा रक्तदान समूह के कार्यकर्ताओ के संपर्क में आये तब खेमा बाबा रक्तदान समूह के कार्यकर्ता हनुमान राम चौधरी s/o खेताराम जी चौधरी गांव दुदाबेरी ने रक्तदान कर बच्चे की जान बचाई। खेमाबाबा बाबा रक्तदान समूह के हरीश गोदारा भुरटिया ने बताया की एक ही दिन में तीन आपातकालीन मरीजों की व्यवस्था इस ग्रुप के सदस्यों ने करवाई इस अभियान के तहत जिले भर में संकल्प पत्र भरवाने क्या कार्यक्रम भी चल रहा है। इस दौरान खेमा बाबा रक्तदान समूह के हरीश गोदारा , जोगेंद्र बेनीवाल लीलसर सीताराम खोथ, किशोर मिर्धा ,राजेंद्र पोटलिया, प्रथ्वीराज गोयल, किशन सिंह राजपुरोहित सहित दर्जनभर कार्यकर्ता मौजूद रहे।

बाड़मेर एक अप्रैल से ई-मित्र पर ही जमा होंगे बिजली एवं पानी के बिल



बाड़मेर एक अप्रैल से ई-मित्र पर ही जमा होंगे बिजली एवं पानी के बिल

बाड़मेर, 16 मार्च। आगामी एक अप्रैल से बिजली एवं पानी के बिल सिर्फ आनलाइन ई-मित्र पर ही जमा हो सकेंगे। अब तक यह बिल डिस्काम एवं जलदाय विभाग के कार्यालय मंे भी जमा किए जाते रहे है।

सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के उप निदेशक देवेन्द्र माथुर ने बताया कि पानी, बिजली, टेलीफोन के बिलों का भुगतान आगामी 1 अप्रैल से ऑफलाइन नहीं होकर ऑनलाइन ई मित्र पोर्टल से ही होगा। उन्हांेने बताया कि आमजन कार्यालय दिवस में प्रातः 09.30 से शाम 6 बजे के मध्य अपने नजदीकी ई मित्र केंद्र पर जाकर ऑनलाइन बिलों का भुगतान कर सकते है। बिल भुगतान के बाद कंप्यूटर जनरेटेड रसीद भी प्राप्त करें।

राजस्थान दिवस समारोह 2017

विभिन्न रोचक कार्यक्रमों का आयोजन होगा


बाडमेर, 16 मार्च। राजस्थान दिवस समारोह 2017 के उपलक्ष में जिला मुख्यालय पर विभिन्न रोचक एवं परम्परागत तथा ग्रामीण खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।

अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. बिश्नोई ने बताया कि पर्यटन निदेशक डा. राजेश शर्मा द्वारा गुरूवार को वीडियों कांफ्रेसिंग के जरिये राजस्थान दिवस समारोह के उपलक्ष में आयोजित किये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी 20 मार्च तक भिजवाने के निर्देश दिए गए है। राजस्थान दिवस समारोह के दौरान आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों में जिले के ख्याति प्राप्त खिलाडियों, खेल संघों, व्यापार संघों के पदाधिकारियों, सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अलावा आम जन की अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। इसी प्रकार समारोह के विभिन्न कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए गए है। बिश्नोई ने बताया कि राजस्थान दिवस समारोह के दौरान जिले में विभिन्न रोचक एवं आकर्षक कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। उन्होने बताया कि 18 एवं 19 मार्च को आदर्श स्टेडियम में परम्परागत खेल प्रतियोगिताओं जैसे सतोलिया, रूमाल झपटा, कब्बडी, कुश्ती, तीरन्दाजी एवं रस्सा कस्सी का आयोजन किया जाएगा।

जैसलमेर, जिला कलक्टर ने देवीकोट एवं फतेहगढ स्वास्थ्य केन्द्र का औचक निरीक्षण किया



जैसलमेर, जिला कलक्टर ने देवीकोट एवं फतेहगढ स्वास्थ्य केन्द्र का औचक निरीक्षण किया

फतेहगढ मंे सेवाएं सन्तोषजनक नहीं पाई गई, दिए सुधार के निर्देष


जैसलमेर, 16 मार्च। जिला कलक्टर मातादीन शर्मा ने गुरूवार को आदर्ष सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देवीकोट एवं स्वास्थ्य केन्द्र फतेहगढ का औचक निरीक्षण कर चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। देवीकोट स्वास्थ्य केन्द्र में पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध पाई गई वहीं सफाई व्यवस्था भी सन्तोषजनक पाई गई। फतेहगढ स्वास्थ्य केन्द्र निरीक्षण के दौरान चिकित्सक भी अनुपस्थित पाया गया वहीं पर्याप्त मात्रा में दवाईयां भी उपलब्ध नहीं थी एवं सफाई व्यवस्था भी अच्छी नहीं थी। उन्होंनंे राजश्री योजना के भुगतान की जानकारी ली तो पाया गया कि समय पर भुगतान नहीं हो रहा है। जिला कलक्टर ने स्वास्थ्य सेवाएं सन्तोषजनक नहीं पाई जाने पर कडे निर्देष दिए कि सफाई व्यवस्था में सुधार लावंे एवं राजश्री का भुगतान समय पर करावें। उन्होंनंे निर्देष दिए कि इस प्रकार की कमी पाई जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंनंे निर्देष दिए कि रोगियों का समय पर उपचार कर निःषुल्क दवा का पूरा लाभ करावें।

अजमेर, साइबर क्राइम पर जागरूकता कार्यषाला प्रारम्भ साइबर क्राइम में राजस्थान का पांचवां एवं अजमेर का तीसरा स्थान आई टी एक्ट में समय समय पर बदलाव की जरूरत - एस पी



अजमेर, साइबर क्राइम पर जागरूकता कार्यषाला प्रारम्भ

साइबर क्राइम में राजस्थान का पांचवां एवं अजमेर का तीसरा स्थान

आई टी एक्ट में समय समय पर बदलाव की जरूरत - एस पी




अजमेर, 16 मार्च। साइबर क्राइम के क्षेत्र में भारत में राजस्थान का पांचवां स्थान है जबकि राजस्थान में अजमेर का तीसरा स्थान है। तेजी से बढ रहे साइबर क्राइम के ग्राफ को रोकने के लिए लोगों में इसके प्रति जारूकता लाना बेहद जरूरी है। समाज की इस जरूरत को देखते हुए राष्टीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार का यह प्रयास काफी सराहनीय है कि वो जिला स्तर पर साइबर क्राइम की जारूकता कार्यषालाओं का आयोजन करा रहे हैं। उक्त विचार अजमेर के पुलिस अधीक्षक डाॅ नितिनदीप बल्लगन ने साइबर क्राइम अवेयरनेस पर स्थानीय राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय में चल रही तीन दिवसीय कार्यषाला के उदघाटन सत्र में व्यक्त किए। लगभग 30 मिनिट के अपने सम्बोधन में डाॅ बल्लगन ने साइबर क्राइम एवं इसकी भयावहता पर प्रकाष डाला। उन्होने स्वंय उनके साथ भी एकबार हो चुके आॅनलाइन शाॅपिंग में फ्राॅड के वाकये को प्रतिभागियों के साथ साझा करते हुए कहा कि किस प्रकार कदम कदम पर हम सबको जागरूक रहने की आष्यकता है।

राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी विभाग, भारत सरकार की ओर से आयोजित इस कार्याशाला में पहले दिन उदघाटन के बाद दो तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया। पहले सत्र में जयपुर से आए साइबर क्राइम विषेषज्ञ मुकेष चैधरी ने कई केस स्टडीज पर चर्चा करते हुए प्रतिभागियों को प्रायोगिक रूप से साइबर क्राइम की बारीकियां समझाई। 2 घण्टे के अपने सत्र में उन्होने बताया कि व्यक्तिीगत साइबर क्राइम एवं पब्लिक साइबर क्राइम में क्या अंतर है और इन्हें किस प्रकार इनवेस्टीगेट किया जाता है। पब्लिक के साथ होने वाले वाले साइबर क्राइम कई बार बहुत घातक सिद्ध हो सकते हैं इनमें बडी संख्या में जान माल का भी नुकसान हो सकता है इस प्रकार के केसों में सैक्षन 66 एफ के तहत कार्यवाही करते हुए दण्ड का प्रावधान होता है। एक अन्य तकनीकी सत्र में सरदार पटेल पुलिस विष्वविद्यालय, जोधपुर के सहायक प्रोफेसर विकास सिहाग ने इंटरनेट की दुनिया की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि आम आदमी इंटरनेट की दुनिया का सिर्फ 3 प्रतिषत हिस्सा ही देख सकता है जबकि 97 प्रतिषत हिस्सा उसकी पहुंच से दूर ही रहता है। उन्होने कहा कि हम सबको कोई भी एप डाउनलोड करते समय ध्यान रखना चाहिए की वो कोनसी परमीषन हमसे मांग रहे हैं। अनावष्यक परमीषन को हमें रिवोक कर लेना चाहिए अन्यथा कम्पनी अपने मोबाइल डाटा का दुरूपयोग कर सकती है।

महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. रोहित मिश्रा ने बताया कि जयपुर के एम.के.बी. स्कूल तथा वैज्ञानिक दृष्टिकोण सोसायटी एवं हमारे महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में इस कार्यषाला का आयोजन किया जा रहा है। यहां विभिन्न तकनीकी सत्रों में कई विषय विशेषज्ञ विस्तार से इस विषय पर जानकारी देंगे। वर्कशाॅप में इस महाविद्यालय के अतिरिक्त दूसरे महाविद्यालयों के विद्यार्थी एवं षिक्षक एवं अन्य लोग भी भाग ले रहे हैं। विज्ञान संचारक तरूण कुमार जैन ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यषाला की रूपरेखा एवं इसके उद्देष्यों पर प्रकाष डाला। कार्यक्रम के अन्त में सहायक प्रोफेसर ज्योति गजरानी ने आभार व्यक्त किया।