बालोतरा.बाड़मेर पुलिस की यह चौकी कई महीनों से पड़ी हैं बंद
पांच वर्ष पूर्व ग्राम पंचायत मुख्यालय अजीत में खोली गई पुलिस चौकी पांच माह से ताले में कैद है। इससे चार ग्राम पंचायतों के दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों को चोरी, मारपीट, दुघर्टना आदि पर 18 से 20 किमी दूर समदड़ी थाना जाना पड़ता है।
ग्रामीणों की मांग पर अजीत में 2011 में सरकार ने पुलिस चौकी स्वीकृत की थी। ग्राम पंचायत के मुख्य बाजार में एक सार्वजनिक भवन में पुलिस चौकी शुरू की गई। ग्रामीणों ने जनसहयोग से गैस चूल्हा,पलंग, बिस्तर,टीवी सहित अन्य जरूरत की सामग्री पुलिस जवानों को उपलब्ध करवाई। लेकिन पांच माह से पुलिस चौकी बंद करने से ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ गई हैं।
पुलिस से जुड़े कार्यों के लिए ग्राम पंचायत अजीत, खेजडिय़ाली, रामपुरा, भलरों का बाड़ा व इनसे जुड़े गांवों के ग्रामीणों को 18 से 20 किमी दूर समदड़ी पुलिस थाना जाना होता है। किसी भी घटना पर समदड़ी से देरी से पुलिस पहुंचने तक वे स्वयं को अरक्षित महसूस करते हंै। गश्त अभाव में रात्रि में चोरियों का डर भी सताता है। ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधियों व सक्षम पुलिस अधिकारियों को समस्या से अवगत करवा बंद पुलिस चौकी खुलवाने व स्टॉफ नियुक्त करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन सिवाय आश्वासन के कुछ भी नहीं मिला है।
-अजीत में पुलिस चौकी से सुविधा मिल रही थी। चोरी-मारपीट आदि घटनाओं पर तुरंत पुलिस सहायता मिलती। बंद चौकी पर अब इंतजार करना पड़ता है।- सवाई सिंह बालावत, चिरडिय़ा
-क्षेत्र की आबादी में बढ़ोतरी के साथ अपराध भी बढ़े हंै। अजीत में पुलिस चौकी खुलने पर राहत महसूस कर रहे थे। चौकी बंद होने से आमजन अरक्षित महसूस कर रहा है।- धन्नराज चौधरी, पूर्व उप प्रधान
-जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से पैरवी करने पर पुलिस चौकी स्वीकृत की थी। इस पर क्षेत्र में घटित घटनाओं पर तुरंत पुलिस की मदद मिलती। जिला पुलिस अधीक्षक बंद चौकी में तुरंत स्टॉफ नियुक्त करें। - अमृत लाल भंसाली
-रामपुरा, मियों का बाड़ा आदि गांवों से समदड़ी 18 से 20 किमी दूर है। यहां घटना पर पुलिस को पहुंचने में अधिक समय लगता है। पुलिस चौकी पुन: शुरू करें। - मंजू देवी, सरपंच अजीत