जैसलमेर इन्दिरा गांधी नहर परियोजना के अति. मुख्य अंभियन्ता देषराज मीणा का घेराव
जैसलमेर। जिले के किसानों ने सोमवार ने जिला प्रमुख अंजना मेघवाल और पूर्व प्रधान मूलाराम चैधरी के नेतृत्व में इन्दिरा गांधी नहर परियोजना के अति. मुख्य अंभियन्ता देषराज मीणा का घेराव कर नहर के पानी की आवक नहीं होने के कारण अपना रोष प्रकट किया।
परेषान किसानों का नेतृत्व करते हुए किसान नेता पूर्व प्रधान मूलाराम चैधरी ने नहर विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि नहर विभाग ने मई महिने के अन्त में नहरी पानी के वितरण हेतु चार्ट घोषित कर दिया था। जिसके अनुसार किसानों ने अपने मुरबों में बींजाई कर दी है, अब पानी के अभाव में किसानों की फसले बर्बादी के कगार पर पहुंच गई है।
चैधरी ने बताया कि जून महिने की 10-11 तारीख के बाद से नहर में पानी की एकदम कमी हो गई है। नहर क्षैत्रों में पेयजल की भंयकर समस्या उत्पन हो गई है। किसानों के आक्रोष को शान्त कराने का प्रयास करते हुए अति. मुख्य अभियन्ता ने कहा कि नहर में केली घास ज्यादा मात्रा में आ जाने से पानी की आवक अवरूध हो गयी है। अब नहर में पंजाब से पानी छोड़ दिया है आगामी तीन-चार दिनों में जिले में नहर के पानी की समस्या समाप्त हो जायेगी।
इस अवसर पर जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ने जोर देकर कहा कि नहर में पंजाब से छोड़े जाने वाले पानी की कमी की स्थिति में प्रदेष के सभी जिलों में पानी की आनुपातिक कमी की जावे न कि केवल जैसलमेर के हिस्से के पानी की कटौति की जावे।
इस अवसर पर बलवीर सिंह पूनिया, विजय सिंह, विजय बिस्सा, चेतनराम, ठाकराराम, जगदीष जांदू, रामेष्वर विष्नोई इत्यादि सहित बड़ी संख्या में किसान नेता और कृषक उपस्थित थे।
अति. मुख्य अभियन्ता के आष्वासनों के बावजूद किसानों को इस बात की आषंका है कि उनके खेतों को तय समय चक्र के अनुसार सिंचाई हेतु पूरा पानी मिलेगा या नहीं। इसी असमंजस की स्थिति में किसान अपने मुरबों में बीजाई करने या नहीं करने की अधरझूल स्थिति के षिकार बने हुुए हैं।
जैसलमेर। जिले के किसानों ने सोमवार ने जिला प्रमुख अंजना मेघवाल और पूर्व प्रधान मूलाराम चैधरी के नेतृत्व में इन्दिरा गांधी नहर परियोजना के अति. मुख्य अंभियन्ता देषराज मीणा का घेराव कर नहर के पानी की आवक नहीं होने के कारण अपना रोष प्रकट किया।
परेषान किसानों का नेतृत्व करते हुए किसान नेता पूर्व प्रधान मूलाराम चैधरी ने नहर विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि नहर विभाग ने मई महिने के अन्त में नहरी पानी के वितरण हेतु चार्ट घोषित कर दिया था। जिसके अनुसार किसानों ने अपने मुरबों में बींजाई कर दी है, अब पानी के अभाव में किसानों की फसले बर्बादी के कगार पर पहुंच गई है।
चैधरी ने बताया कि जून महिने की 10-11 तारीख के बाद से नहर में पानी की एकदम कमी हो गई है। नहर क्षैत्रों में पेयजल की भंयकर समस्या उत्पन हो गई है। किसानों के आक्रोष को शान्त कराने का प्रयास करते हुए अति. मुख्य अभियन्ता ने कहा कि नहर में केली घास ज्यादा मात्रा में आ जाने से पानी की आवक अवरूध हो गयी है। अब नहर में पंजाब से पानी छोड़ दिया है आगामी तीन-चार दिनों में जिले में नहर के पानी की समस्या समाप्त हो जायेगी।
इस अवसर पर जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ने जोर देकर कहा कि नहर में पंजाब से छोड़े जाने वाले पानी की कमी की स्थिति में प्रदेष के सभी जिलों में पानी की आनुपातिक कमी की जावे न कि केवल जैसलमेर के हिस्से के पानी की कटौति की जावे।
इस अवसर पर बलवीर सिंह पूनिया, विजय सिंह, विजय बिस्सा, चेतनराम, ठाकराराम, जगदीष जांदू, रामेष्वर विष्नोई इत्यादि सहित बड़ी संख्या में किसान नेता और कृषक उपस्थित थे।
अति. मुख्य अभियन्ता के आष्वासनों के बावजूद किसानों को इस बात की आषंका है कि उनके खेतों को तय समय चक्र के अनुसार सिंचाई हेतु पूरा पानी मिलेगा या नहीं। इसी असमंजस की स्थिति में किसान अपने मुरबों में बीजाई करने या नहीं करने की अधरझूल स्थिति के षिकार बने हुुए हैं।