पति ने लुटवा दी पत्नी की आबरू
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक महिला ने अपने पति और उसके तीन भाईयों सहित सात लोगों पर अपहरण कर गैंगरेप करने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधिकारियों से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है। पीडित महिला का कहना है कि उसके पति ने उसके पुत्र से न केवल बालश्रम करवाया बल्कि सिगरेट से दागकर उसे यातनाएं भी दी। विवाहिता अपने पति से अलग अपने मायके में रह रही है। और उसकी ससुराल वालों से मुकदमें बाजी चल रही है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि चरथावल कस्बे की रहने वाली महिला ने पुलिस अधिकारियों को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उसका विवाह 10 वर्ष पूर्व सूजडू निवासी युवक के साथ हुआ था।
पीडित महिला ने बताया कि विवाह के बाद उसने एक पुत्र को जन्म दिया। आरोप है कि पति व ससुराल वाले दहेज की मांग करते थे। दहेज की मांग पूरी न होने पर उन लोगों ने उसे घर से बाहर निकाल दिया। इसके बाद वह अपने मायके जाकर रहने लगी और ससुराल वालों के विरूद्ध दहेज उत्पीडन का मुकदमा दर्ज कराया जो न्यायालय में चल रहा है।
उसका दस वर्षीय पुत्र अपने पिता के पास मिलने सूजडू चला जाता था। आरोप है कि उसके पति ने अपने पुत्र से चाय की दुकान पर बर्तन मंजवाए और इनकार करने पर उसे जलती सिगरेट से दागा गया। महिला ने आरोप लगाया कि छह जनवरी को उसका पति अपने तीन भाईयों व तीन अन्य साथी के साथ उसके घार आया और उसका अपहरण कर जंगल में ले गए और उसके साथ सामूहिक रूप से दुराचार किया और बताने पर जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। पीडित महिला का आरोप है कि रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए वह चरथावल थाने पहुंची लेकिन पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। पुलिस अधिकारियों ने मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक महिला ने अपने पति और उसके तीन भाईयों सहित सात लोगों पर अपहरण कर गैंगरेप करने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधिकारियों से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है। पीडित महिला का कहना है कि उसके पति ने उसके पुत्र से न केवल बालश्रम करवाया बल्कि सिगरेट से दागकर उसे यातनाएं भी दी। विवाहिता अपने पति से अलग अपने मायके में रह रही है। और उसकी ससुराल वालों से मुकदमें बाजी चल रही है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि चरथावल कस्बे की रहने वाली महिला ने पुलिस अधिकारियों को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उसका विवाह 10 वर्ष पूर्व सूजडू निवासी युवक के साथ हुआ था।
पीडित महिला ने बताया कि विवाह के बाद उसने एक पुत्र को जन्म दिया। आरोप है कि पति व ससुराल वाले दहेज की मांग करते थे। दहेज की मांग पूरी न होने पर उन लोगों ने उसे घर से बाहर निकाल दिया। इसके बाद वह अपने मायके जाकर रहने लगी और ससुराल वालों के विरूद्ध दहेज उत्पीडन का मुकदमा दर्ज कराया जो न्यायालय में चल रहा है।
उसका दस वर्षीय पुत्र अपने पिता के पास मिलने सूजडू चला जाता था। आरोप है कि उसके पति ने अपने पुत्र से चाय की दुकान पर बर्तन मंजवाए और इनकार करने पर उसे जलती सिगरेट से दागा गया। महिला ने आरोप लगाया कि छह जनवरी को उसका पति अपने तीन भाईयों व तीन अन्य साथी के साथ उसके घार आया और उसका अपहरण कर जंगल में ले गए और उसके साथ सामूहिक रूप से दुराचार किया और बताने पर जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। पीडित महिला का आरोप है कि रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए वह चरथावल थाने पहुंची लेकिन पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। पुलिस अधिकारियों ने मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।