रविवार, 6 जनवरी 2013

पांच गर्भपात के बाद एस्प्रिन की मदद से फिर बनी मां!



लंदन। ब्रिटेन में 33 वर्षीय एक महिला ने पांच साल में पांच गर्भपात के बाद रोजाना एक एस्प्रिन खाकर सफलतापूर्वक एक बच्चे को जन्म दिया। समाचार पत्र सन के मुताबिक डॉन पैड्डॉक ने अप्रैल 2010 में अपने पुत्र शे को जन्म दिया था। वह अपने पुत्र को एक और भाई या बहन देना चाहती थी।
वह फिर से मां बनना चाहती थी, लेकिन वह 12 सप्ताह की महत्वपूर्ण अवधि को पूरा नहीं कर पा रही थी। 34 वर्षीय इंजीनियर पति से एक पुत्र को जन्म देने से पहले उसका दो गर्भपात हो चुका था। इसके बाद तीन बार गर्भपात होने के बाद उसे याद आया कि शे जब उसके गर्भ में था, तब वह एस्प्रिन ले रही थी।






अगली बार गर्भ ठहरने के बाद उसने फिर से रक्त को पतला करने वाली दवा हेपारियन और एक एस्प्रिन लेनी शुरू की और जुलाई 2012 में आश्चर्यजनक रूप से उसने सफलतापूर्वक पुत्री इसोबेल को जन्म दिया।विशेषज्ञों ने बाद में बताया कि उसे एंटीफोस्फोलिपिड सिंड्रोम की समस्या है और एस्प्रिन ने वास्तव में असर किया है।

नोएडा में लड़की से बलात्कार के बाद हत्या, शरीर पर गहरे जख्म



नई दिल्ली। दिल्ली में हुए गैंगरेप के बाद केंद्र और राज्य सरकारें भले ही पुलिस को चुस्त दुरुस्त करने का दावा करें लेकिन दिल्ली से सटे नोएडा में उसकी पोल खुल गई। नोएडा में एक निजी कंपनी में काम करने वाली लड़की की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। इस लड़की के शरीर पर गंभीर चोट के निशान हैं। परिवारवालों का आरोप है कि जब वो लड़की के बारे में पुलिस से शिकायत करने गए तो उन्हें ये कहकर भगा दिया गया कि बेटी जवान है कहीं चली गई होगी। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, पीड़ित घरवालों का कहना है कि जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होंगे वो अपनी बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
नोएडा में लड़की से बलात्कार के बाद हत्या, शरीर पर गहरे जख्म
दरअसल शनिवार सुबह एक 23 साल की लड़की की लाश मिली। नोएडा की एक कंपनी में काम करने वाली ये लड़की शुक्रवार की रात दफ्तर से निकली थी लेकिन अपने घर नहीं पहुंची। उसकी बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। पोस्टमॉर्टम के दौरान जो जानकारी सामने आई है, उससे साबित होता है कि इस केस में भी हैवानियत की हदें तोड़ दी गईं। सूत्रों के मुताबिक लड़की के पूरे शरीर पर दांत से काटे जाने के निशान मिले हैं। उसके निजी अंगों को भी चोट पहुंचाई गई है।

महिलाओं से जुड़े अपराधों को पुलिसवाले कितनी गंभीरता से लेते हैं। नोएडा का ये रेप केस इसका गवाह है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात जब लड़की घर नहीं पहुंची तो उसके रिश्तेदारों ने कंपनी में जाकर पता किया। बताया गया कि लड़की रात साढ़े आठ बजे ही ऑफिस से निकल चुकी थी। उसके साथ कंपनी में काम करने वाली कुछ महिला कर्मचारी भी थीं। परिवार ने रातभर नोएडा की सड़कों पर खाक छानी और सुबह करीब सात बजे नोएडा के सेक्टर 63 की चौकी गए। लड़की के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस वालों ने लड़की के परिजनों को ये कहकर रफादफा कर दिया कि उनकी बेटी जवान है किसी के साथ चली गई होगी।

लड़की के घरवालों का आरोप है कि सेक्टर 63 की चौकी में कार्रवाई नहीं होने पर लड़की के परिवार वाले सेक्टर 62 की चौकी पर गए। वहां तो किसी पुलिस वाले ने उनसे बात तक नहीं की। इसी दौरान सुबह नौ बजे लड़की का शव नोएडा के सेक्टर 63 में ही झाड़ियों से बरामद हुआ। उसके चेहरे और शरीर पर चोट के गंभीर निशान थे, गले में चुन्नी लिपटी थी और शरीर के निचले हिस्से के कपड़े गायब थे। पुलिस ने तीन डॉक्टरों की टीम से लड़की का पास्टमार्टम कराया है। पोस्टमार्टम के बाद लड़की का वैजाइनल स्वाब और बिसरा भी प्रिजर्व कर लिया। लेकिन रेप का केस दर्ज करने में उसे घंटों लग गए। घरवालों की मानें तो शुरू में पुलिस की पूरी कोशिश रही कि इसे हत्या का केस ही बनाया जाए, लेकिन जब दबाव बढ़ा तब उसने देर शाम बलात्कार और सबूत नष्ट किए जाने की धाराएं भी जोड़ लीं।