नई दिल्ली। दिल्ली में हुए गैंगरेप के बाद केंद्र और राज्य सरकारें भले ही पुलिस को चुस्त दुरुस्त करने का दावा करें लेकिन दिल्ली से सटे नोएडा में उसकी पोल खुल गई। नोएडा में एक निजी कंपनी में काम करने वाली लड़की की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। इस लड़की के शरीर पर गंभीर चोट के निशान हैं। परिवारवालों का आरोप है कि जब वो लड़की के बारे में पुलिस से शिकायत करने गए तो उन्हें ये कहकर भगा दिया गया कि बेटी जवान है कहीं चली गई होगी। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, पीड़ित घरवालों का कहना है कि जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होंगे वो अपनी बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
दरअसल शनिवार सुबह एक 23 साल की लड़की की लाश मिली। नोएडा की एक कंपनी में काम करने वाली ये लड़की शुक्रवार की रात दफ्तर से निकली थी लेकिन अपने घर नहीं पहुंची। उसकी बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। पोस्टमॉर्टम के दौरान जो जानकारी सामने आई है, उससे साबित होता है कि इस केस में भी हैवानियत की हदें तोड़ दी गईं। सूत्रों के मुताबिक लड़की के पूरे शरीर पर दांत से काटे जाने के निशान मिले हैं। उसके निजी अंगों को भी चोट पहुंचाई गई है।
महिलाओं से जुड़े अपराधों को पुलिसवाले कितनी गंभीरता से लेते हैं। नोएडा का ये रेप केस इसका गवाह है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात जब लड़की घर नहीं पहुंची तो उसके रिश्तेदारों ने कंपनी में जाकर पता किया। बताया गया कि लड़की रात साढ़े आठ बजे ही ऑफिस से निकल चुकी थी। उसके साथ कंपनी में काम करने वाली कुछ महिला कर्मचारी भी थीं। परिवार ने रातभर नोएडा की सड़कों पर खाक छानी और सुबह करीब सात बजे नोएडा के सेक्टर 63 की चौकी गए। लड़की के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस वालों ने लड़की के परिजनों को ये कहकर रफादफा कर दिया कि उनकी बेटी जवान है किसी के साथ चली गई होगी।
लड़की के घरवालों का आरोप है कि सेक्टर 63 की चौकी में कार्रवाई नहीं होने पर लड़की के परिवार वाले सेक्टर 62 की चौकी पर गए। वहां तो किसी पुलिस वाले ने उनसे बात तक नहीं की। इसी दौरान सुबह नौ बजे लड़की का शव नोएडा के सेक्टर 63 में ही झाड़ियों से बरामद हुआ। उसके चेहरे और शरीर पर चोट के गंभीर निशान थे, गले में चुन्नी लिपटी थी और शरीर के निचले हिस्से के कपड़े गायब थे। पुलिस ने तीन डॉक्टरों की टीम से लड़की का पास्टमार्टम कराया है। पोस्टमार्टम के बाद लड़की का वैजाइनल स्वाब और बिसरा भी प्रिजर्व कर लिया। लेकिन रेप का केस दर्ज करने में उसे घंटों लग गए। घरवालों की मानें तो शुरू में पुलिस की पूरी कोशिश रही कि इसे हत्या का केस ही बनाया जाए, लेकिन जब दबाव बढ़ा तब उसने देर शाम बलात्कार और सबूत नष्ट किए जाने की धाराएं भी जोड़ लीं।