7वें वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन में पहुंचे 100 देशों के प्रतिनिधी
गांधीनगर। अमेरिका, जापान समेत लगभग 100 देशों के प्रतिनिधयों की मौजूदगी में 'वाईब्रेंट गुजरात सम्मेलन' महोत्सव की शुरूआत हुई है। 100 देशों के इस विशाल सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र संघ महासचिव बान की मून व भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाषण दिया। सम्मेलन में शीर्ष भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के 50 से अधिक मुख्य कार्यकारी ने हिस्सा लिया। सम्मेलन आज शुरू होकर 13 जनवरी को खत्म होगा।
अमेरिका, कनाडा और जापान समेत आठ देश पहली बार सम्मेलन में भागीदार देश बने हैं।। सम्मलेन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में आए सभी लोगों का गर्मजोशी से स्वागत किया। वाइब्रेंट गुजरात को मीटिंग ऑफ हार्ट बताते हुए मोदी ने कहा कि हम सब बेहतर जिंदगी जीना चाहते हैं। हमारी कोशिशों का दुनिया पर असर हो रहा है। यही वजह है कि आज यहां सौ से ज्यादा देश एक छत के नीचे हैं। पेरिस हमले की निंदा करते हुए उन्होंने विश्व में शांति की कामना की। पुरी दुनिया से आए सौ देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबकी भलाई को अपना उद्देश्य बताया।
इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने रविवार को कहा कि गुजरात लंबे वक्त तक विश्व का सांस्कृति चौराहा रहा है और यह स्थायी विकास के नए युग का भी चौराहा बन सकता है। बान ने तीन दिवसीय वाइब्रैंट गुजरात समिट के उद्घाटन के दौरान रविवार को कहा, ‘‘यह राज्य लंबे समय से विश्व के लिए सांस्कृति चौराहा रहा है, यह स्थायी विकास के नए युग का भी चौराहा बन सकता है।’’ महात्मा गांधी के जन्मस्थान के महत्व को दर्शाते हुए बान ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि विश्व के सभी नेता और व्यवसायी गांधी के दृष्टिकोण और सीख से प्रेरित होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात वह राज्य है जहां प्रौद्योगिकी को अनुकूल वातावरण मिलता है, जहां उद्यमियों की स्पष्ट ऊर्जा मिलती है, जहां युवाओं को रोजगार के अवसर मिलते हैं।’’ इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी और अन्य गणमान्य हस्तियों का अभिवादन करते हुए बान ने कहा, ‘‘हम सभी दो दिनों में एक-दूसरे से मुलाकात के दौरान साझा रूप से लाभान्वित होंगे। हम शिक्षा और स्वास्थ्य का केंद्र बनना चाहते हैं। कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और दुग्ध उत्पादन हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है।’’ 7वें वाइब्रैंट गुजरात समिट में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
अमेरिका, कनाडा और जापान समेत आठ देश पहली बार सम्मेलन में भागीदार देश बने हैं।। सम्मलेन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में आए सभी लोगों का गर्मजोशी से स्वागत किया। वाइब्रेंट गुजरात को मीटिंग ऑफ हार्ट बताते हुए मोदी ने कहा कि हम सब बेहतर जिंदगी जीना चाहते हैं। हमारी कोशिशों का दुनिया पर असर हो रहा है। यही वजह है कि आज यहां सौ से ज्यादा देश एक छत के नीचे हैं। पेरिस हमले की निंदा करते हुए उन्होंने विश्व में शांति की कामना की। पुरी दुनिया से आए सौ देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबकी भलाई को अपना उद्देश्य बताया।
इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने रविवार को कहा कि गुजरात लंबे वक्त तक विश्व का सांस्कृति चौराहा रहा है और यह स्थायी विकास के नए युग का भी चौराहा बन सकता है। बान ने तीन दिवसीय वाइब्रैंट गुजरात समिट के उद्घाटन के दौरान रविवार को कहा, ‘‘यह राज्य लंबे समय से विश्व के लिए सांस्कृति चौराहा रहा है, यह स्थायी विकास के नए युग का भी चौराहा बन सकता है।’’ महात्मा गांधी के जन्मस्थान के महत्व को दर्शाते हुए बान ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि विश्व के सभी नेता और व्यवसायी गांधी के दृष्टिकोण और सीख से प्रेरित होंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात वह राज्य है जहां प्रौद्योगिकी को अनुकूल वातावरण मिलता है, जहां उद्यमियों की स्पष्ट ऊर्जा मिलती है, जहां युवाओं को रोजगार के अवसर मिलते हैं।’’ इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी और अन्य गणमान्य हस्तियों का अभिवादन करते हुए बान ने कहा, ‘‘हम सभी दो दिनों में एक-दूसरे से मुलाकात के दौरान साझा रूप से लाभान्वित होंगे। हम शिक्षा और स्वास्थ्य का केंद्र बनना चाहते हैं। कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और दुग्ध उत्पादन हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है।’’ 7वें वाइब्रैंट गुजरात समिट में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।