मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

जोधपुर थानाधिकारी की गोली से पुलिस कमांडो की मौत

जोधपुर थानाधिकारी की गोली से पुलिस कमांडो की मौत





पुलिस ने पहले कमांडों की खुद के वैपन से गोली लगना बताया

बाद में घरवालों के विरोध जताने पर माना गोली थानाधिकारी के वैपन से लगी

तस्करों का पीछा करते समय हुआ हादसा,

जोधपुर। तस्करों का पीछा करते समय ग्रामीण पुलिस की विशेष टीम के कमांडो
अशोक विश्नोई की बोरूंदा थानाधिकारी के वैपन से गोली लगने से मौत हो गई।
पुलिस टीम पाली जिले के रायपुर थाने इलाके क बर चैराहे पर एक दुकान पर
अपनी गाड़ी के टायर का पंक्चर निकलवा रही थी। इसी दौरान टीम में बोरूंदा
थानाधिकारी ओमप्रकाश कसानिया के वैपन का अचानक ट्रिगर दब गया ओर गोली पास
में खडे कमांडो अशोक विश्नोई को गोली लग गई जो उसके चेहरे को भेदती हुई
गोली आरपार हो गई। गंभीर रूप से घायल होने पर तत्काल बिलाड़ा अस्पताल फिर
मथुरादास माथुर अस्पताल भेजा गया जहां कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। पहले
पुलिस अधिकारियों ने पहले गोली अशोक विश्नोई की वैंपन से निकलने से होना
बताया था लेकिन साथ वाले कमांडोज ने उसके घरवालों को सच्चाई बता दी। इस
पर घरवालों ने शव लेने से इंकार कर मार्चरी के बाहर धरना देकर बैठ गए।
उनके विरोध जताने पर वहां पहुंचे एसपी राहुल बारहठ ने इस बात को स्वीकार
किया कि जवान की मौत थानाधिकारी की पिस्तौल से भूलवंश गोली लगने से हुई
है। समाचार लिखे जाने तक विरोध जताने वालों से समझाइश जारी थी लेकिन
घरवालों की मांग शहीद का दर्जा दिया जाए और लापरवाही बरतने वाले
थानाधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। कांस्टेबल की
मृत्यु का समाचार प्राप्त होते ही पुलिस विभाग में शोक छा गया।

ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ ने बताया कि मादक पदार्थों एवं अवैध
हथियारों की तस्करी रोकने के लिए जिला स्पेशल टीम एवं कमांडो को लगाया
गया है। मंगलवार अलसुबह बिलाड़ा एवं बोरूंदा पुलिस की तरफ से मार्ग पर
नाकाबंदी करवाई थी। तब एक गाड़ी को रूकने का इशारा किया गया लेकिन वह
नाकाबंदी से भाग निकली। इस पर पुलिस की स्पेशल टीम एवं कमांडो पीछे लग
गए। तब तस्करों ने फायरिंग भी की। इस पर पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की।
आगे जाकर गाड़ी को पकडने के साथ उसमें काफी मात्रा में डोडा पोस्त जब्त
किया गया। इस दौरान एक अन्य वाहन में सवार तस्करों का पुलिस की टीमों की
तरफ से पीछा किया गया। तस्कर अपनी गाड़ी को लेकर बिलाड़ा-बर रोड की तरफ
लेकर गए। इनका काफी पीछा किया गया लेकिन वे बाद में भागने में सफल हो गए।
लौटते वक्त पुलिस की टीम एवं कमांडो की एक गाड़ी बर रोड पर पंक्चर हो गई।
तब एक दुकान पर पंचर निकालने के लिए खड़े गए। कमांडो भोजासर के केलनसर
निवासी अशोक विश्नोई को अचानक गोली लग गई। तब पुलिस अधिकारियों ने उसके
वैपन का अचानक ट्रिगर दबने से गोली लगने की कहानी बयान की। हादसे में
गंभीर रूप से घायल होने पर पहले बिलाड़ा फिर जोधपुर रैफर किया गया लेकिन
उनकी मौत हो गई। मौत की सूचना पर खुद पुलिस अधीक्षक राहुल बाहरठ,
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुनाथ गर्ग, डिप्टी एसपी बिलाड़ा हेमंत कुमार आदि
अस्पताल पहुंचे। इस बीच अस्पताल में मूतक के घरवाले भी पहुंच गए और उन्हे
टीम में शामिल कमाडोज से गोली बोरूंदा थानाधिकारी की गोली से लगने की
जानकारी मिलने पर वे विरोध पर उतर आए। उन्होने शव लेने से इंकार करते हुए
जवान को शहीद का दर्जा देने और लापरवाही बरतने वाले थानाधिकारी  के खिलाफ
मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड गए। एसपी राहुल बारहठ ने रिपोर्ट देने पर
मुकदमा दर्ज करने का भरोसा दिया। वहीं राहुल बारहठ ने बोरूंदा थानाधिकारी
के वैपन को अनलोड करते समय गलती से चली गोली जवान को लगने की बात की
पुष्टि की है।
राहुल बारहट,पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण ने  महानगर टाइम्स को बताया की
हमारे द्वारा कमांडो अशोक विश्नोई के परिजनों को बताया गया था की गोली एस
आई की बंदूक से चली जो उसके सर के लगी ,परिजन जो रिपोर्ट देंगे उसी आधार
पर कार्यवाही की जाएगी

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