बाड़मेर,आगामी पीढि़यों के लिए पानी बचाना हमारी जिम्मेदारीः सिंह
बाड़मेर,- बीएसएफ जवानों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित, जल संरक्षण का दिया संदेश
बाड़मेर, 18 दिसंबर। सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक गुरपाल सिंह ने कहा कि पानी के दुरुपयोग के कारण जलस्तर नीचे जा रहा है और आगामी पीढि़यों के लिए पानी बचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। उप महानिरीक्षक सिंह ने भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रादेशिक लोक संपर्क ब्यूरो, जयपुर की ओर से बीएसएफ के क्षेत्रीय मुख्यालय की 50वीं बटालियन के अधिकारियों, जवानों, उनके परिजनों के लिए आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में यह बात कही।
उप महानिरीक्षक गुरपालसिंह ने कहा कि वर्ष 2020 तक कई शहरों में पानी का संकट ओर गहरा सकता है। हमको इस बारे में सचेत होने की जरूरत है, क्योंकि पानी के बिना जीवन संभव नही है। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के एक शहर में पानी खत्म होने के बाद लोगों को वहां से पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा। ऐसी स्थिति हमारे सामने नहीं आए, इसलिए हम सभी को जागरूक हो जाना चाहिए। डीआईजी सिंह ने जल संरक्षण के लिए प्रादेशिक लोक संपर्क ब्यूरो, जयपुर की इस पहल की सराहना की। इस दौरान केंद्र सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं और जल संरक्षण के बारे में लोगों को जानकारी देने के उद्देश्य से प्रभारी अधिकारी महावीरसिंह के निर्देशन मंे सीमावर्ती जिलों में संचालित विशेष प्रचार वाहन ‘जल योद्धा वाहिनी‘ भी बीएसएफ के जवानों के बीच पहुंची। इस अवसर पर मंत्रालय के पंजीकृत सांस्कृतिक दल गोरबंध कला संस्थान की ओर से मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इसके अलावा मौखिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसके विजेताओं को डीआईजी सिंह ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। प्रभारी अधिकारी महावीरसिंह के मुताबिक इस कार्यक्रम का उद्देश्य विषम परिस्थितियों में सीमा पर तैनात रहने वाले सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों और जवानों को सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताना था। इस दौरान विभिन्न योजनाएं जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, फिट इंडिया, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, मुद्रा योजना, स्किल इंडिया आदि के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में सीमा सुरक्षा बल क्षेत्रीय मुख्यालय की 50 वी बटालियन के कमांडेन्ट नरेश चतुर्वेदी ,उप कमांडेन्ट एम.एस. राजपुरोहित समेत अन्य अधिकारी, जवान एवं उनके परिजन उपस्थित रहे।
बाड़मेर,- बीएसएफ जवानों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित, जल संरक्षण का दिया संदेश
बाड़मेर, 18 दिसंबर। सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक गुरपाल सिंह ने कहा कि पानी के दुरुपयोग के कारण जलस्तर नीचे जा रहा है और आगामी पीढि़यों के लिए पानी बचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। उप महानिरीक्षक सिंह ने भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रादेशिक लोक संपर्क ब्यूरो, जयपुर की ओर से बीएसएफ के क्षेत्रीय मुख्यालय की 50वीं बटालियन के अधिकारियों, जवानों, उनके परिजनों के लिए आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में यह बात कही।
उप महानिरीक्षक गुरपालसिंह ने कहा कि वर्ष 2020 तक कई शहरों में पानी का संकट ओर गहरा सकता है। हमको इस बारे में सचेत होने की जरूरत है, क्योंकि पानी के बिना जीवन संभव नही है। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के एक शहर में पानी खत्म होने के बाद लोगों को वहां से पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा। ऐसी स्थिति हमारे सामने नहीं आए, इसलिए हम सभी को जागरूक हो जाना चाहिए। डीआईजी सिंह ने जल संरक्षण के लिए प्रादेशिक लोक संपर्क ब्यूरो, जयपुर की इस पहल की सराहना की। इस दौरान केंद्र सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं और जल संरक्षण के बारे में लोगों को जानकारी देने के उद्देश्य से प्रभारी अधिकारी महावीरसिंह के निर्देशन मंे सीमावर्ती जिलों में संचालित विशेष प्रचार वाहन ‘जल योद्धा वाहिनी‘ भी बीएसएफ के जवानों के बीच पहुंची। इस अवसर पर मंत्रालय के पंजीकृत सांस्कृतिक दल गोरबंध कला संस्थान की ओर से मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इसके अलावा मौखिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसके विजेताओं को डीआईजी सिंह ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। प्रभारी अधिकारी महावीरसिंह के मुताबिक इस कार्यक्रम का उद्देश्य विषम परिस्थितियों में सीमा पर तैनात रहने वाले सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों और जवानों को सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताना था। इस दौरान विभिन्न योजनाएं जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, फिट इंडिया, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, मुद्रा योजना, स्किल इंडिया आदि के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में सीमा सुरक्षा बल क्षेत्रीय मुख्यालय की 50 वी बटालियन के कमांडेन्ट नरेश चतुर्वेदी ,उप कमांडेन्ट एम.एस. राजपुरोहित समेत अन्य अधिकारी, जवान एवं उनके परिजन उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें