बाडमेर पुलिस अधीक्षक ने जवानों के साथ डिनर कर उनके उत्साह को बढ़ाया,अब मीटिंगों में पहले होगा राष्ट्रगान*
बाडमेर सरहदी जिले के नए नवेले पुलिस कप्तान शरद चौधरी ने पदभार संभालने के बाद पुलिस विभाग में जवानों को कर्तव्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से नवाचारों में जूट गए है।पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने निर्देश जारी कर दिए हर क्राइम बैठक से पहले राष्ट्रगान होगा।राष्ट्रगान के बाद विधिवत मीटिंग होगी।।इसी तरह पुलिस के जवानों और अधिकारियों के बीच फासला खत्म करने के उद्देश्य से उन्होंने डिनर पॉलिसी लागू कर शनिवार रात उसे लागू कर दिया जब पुलिस अधीक्षक ने जवानों के साथ खाना खाया।।पुलिस अधीक्षक की टेबल पर खाना खाने पुलिस के जवान भी बेठे।।यह अपनेआप में अनूठी शुरुआत रही।।पुलिसकर्मियों की पुलिस अधीक्षक के समक्ष झिझक दूर होने के साथ उनके उत्साह में वृद्धि हुई है।।अक्सर पुलिस अधीक्षक तक पुलिस सिपाही अपनी समस्याये सीधे पहुंचा नहीं पाते।इसी झिझक को दूर करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने जवानों के साथ बैठकर खाना खाया साथ ही उनसे उनकी समस्याओं पे भी जमकर चर्चा की।।ऐसा नही है कि जवानों को पहली बार पुलिस अधीक्षक डिनर करवा रहे हो यह डिनर अलग इसीलिए भी था कि पुलिस अधीक्षक और जवान एक साथ बैठकर खाना खा रहे थे।।इस नवाचार पर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि मीटिंगों में राष्ट्रगान शुरू करने के पीछे राष्ट्रहित और पुलिस में कर्तव्यबोध का अहसास कराना मुख्य कारण था।पुलिस अद्धिकारियो और जवानों को यह कर्तव्य बोध होना जरूरी है कि हम जनता की सेवार्थ है।।अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभाये।।डिनर पॉलिसी पर उन्होंने कहा कि जवानों को स्नेह जरूरी है।अधिकारी घर का मुखिया होता है। मुखिया गलती पर बच्चो को डाँटता है तो उन्हें स्नेह से पुचकारता भी है।पुलिसकर्मी अक्सर अधीक्षक से मिल अपनी समस्याएं बताने में झिझक महसूस करते है इस झिझक को दूर करने के लिए उनके साथ समय बिताना और उस समय उनकी समस्याओं पर चर्चा करने से उनकी हौसला अफजाई भी होती है।।उन्होंने बताया कि पुलिस के जवान हमारी रीढ़ की हड्डी है उनका ख्याल रखना भी जजिम्मेदारी है।इसी जजिम्मेदारी को पूरा करने की मंशा है।।पुलीस कर्मी रावताराम ने बताया कि पहला मौका है जब एस पी के साथ एक टेबल पर बैठ कर खाना खाया ।हमारे लिए यह सपना पूरा होने जैसा है। पुलिस अधीक्षक की इस पहल से यकीनन पुलिस कर्मियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ।।एस पी के साथ भोजन को लेकर हम काफी उत्साही थे।।पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी की यह अनूठी पहल पुलिस की कार्यशैली में कितना बदलाव लाती है यह आने वाले वक्त में तय होगा।अच्छी शुरुआत की तारीफ बनती है जो पुलिस के जवान कर रहे है
बाडमेर सरहदी जिले के नए नवेले पुलिस कप्तान शरद चौधरी ने पदभार संभालने के बाद पुलिस विभाग में जवानों को कर्तव्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से नवाचारों में जूट गए है।पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने निर्देश जारी कर दिए हर क्राइम बैठक से पहले राष्ट्रगान होगा।राष्ट्रगान के बाद विधिवत मीटिंग होगी।।इसी तरह पुलिस के जवानों और अधिकारियों के बीच फासला खत्म करने के उद्देश्य से उन्होंने डिनर पॉलिसी लागू कर शनिवार रात उसे लागू कर दिया जब पुलिस अधीक्षक ने जवानों के साथ खाना खाया।।पुलिस अधीक्षक की टेबल पर खाना खाने पुलिस के जवान भी बेठे।।यह अपनेआप में अनूठी शुरुआत रही।।पुलिसकर्मियों की पुलिस अधीक्षक के समक्ष झिझक दूर होने के साथ उनके उत्साह में वृद्धि हुई है।।अक्सर पुलिस अधीक्षक तक पुलिस सिपाही अपनी समस्याये सीधे पहुंचा नहीं पाते।इसी झिझक को दूर करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने जवानों के साथ बैठकर खाना खाया साथ ही उनसे उनकी समस्याओं पे भी जमकर चर्चा की।।ऐसा नही है कि जवानों को पहली बार पुलिस अधीक्षक डिनर करवा रहे हो यह डिनर अलग इसीलिए भी था कि पुलिस अधीक्षक और जवान एक साथ बैठकर खाना खा रहे थे।।इस नवाचार पर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि मीटिंगों में राष्ट्रगान शुरू करने के पीछे राष्ट्रहित और पुलिस में कर्तव्यबोध का अहसास कराना मुख्य कारण था।पुलिस अद्धिकारियो और जवानों को यह कर्तव्य बोध होना जरूरी है कि हम जनता की सेवार्थ है।।अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभाये।।डिनर पॉलिसी पर उन्होंने कहा कि जवानों को स्नेह जरूरी है।अधिकारी घर का मुखिया होता है। मुखिया गलती पर बच्चो को डाँटता है तो उन्हें स्नेह से पुचकारता भी है।पुलिसकर्मी अक्सर अधीक्षक से मिल अपनी समस्याएं बताने में झिझक महसूस करते है इस झिझक को दूर करने के लिए उनके साथ समय बिताना और उस समय उनकी समस्याओं पर चर्चा करने से उनकी हौसला अफजाई भी होती है।।उन्होंने बताया कि पुलिस के जवान हमारी रीढ़ की हड्डी है उनका ख्याल रखना भी जजिम्मेदारी है।इसी जजिम्मेदारी को पूरा करने की मंशा है।।पुलीस कर्मी रावताराम ने बताया कि पहला मौका है जब एस पी के साथ एक टेबल पर बैठ कर खाना खाया ।हमारे लिए यह सपना पूरा होने जैसा है। पुलिस अधीक्षक की इस पहल से यकीनन पुलिस कर्मियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ।।एस पी के साथ भोजन को लेकर हम काफी उत्साही थे।।पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी की यह अनूठी पहल पुलिस की कार्यशैली में कितना बदलाव लाती है यह आने वाले वक्त में तय होगा।अच्छी शुरुआत की तारीफ बनती है जो पुलिस के जवान कर रहे है
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