बाड़मेर,विशेष पैकेज के तहत खुलेंगे पशु शिविर,प्राथमिकता से ऑनलाइन प्रस्ताव भिजवाएं
-जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने उपखंड एवं विकास अधिकारियांे को दिए आवश्यक निर्देश।
बाड़मेर,17 जून। बाड़मेर जिले मंे पशुधन संरक्षण के लिए विशेष पैकेज के तहत पशु शिविर खोले जाएंगे। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने पशु शिविर खोलने के लिए ऑनलाइन प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए है।
कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे आयोजित बैठक के दौरान जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने कहा कि बाड़मेर जिले मंे पशुधन संरक्षण के लिए 20 करोड़ रूपए विशेष पैकेज के रूप प्राप्त हुए है। नए दिशा-निर्देशांे के अनुरूप शिविरांे मंे अब समस्त केटेगरी के पशुआंे को लाभांवित किया जाना है। उन्हांेने उपखंड एवं विकास अधिकारियांे को संबंधित ग्राम पंचायतांे के जरिए पशु शिविर खोलने के प्रस्ताव आनलाइन करवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि विभागीय अधिकारी सकारात्मक सोच के साथ कार्य करते हुए अधिकाधिक पशुपालकांे को लाभांवित करवाएं। जिन राजस्व गांवांे मंे पशु शिविरांे की जरूरत है, उनके प्रस्ताव ऑनलाइन करवाएं, ताकि वित्तीय स्वीकृति जारी की जा सके। गुप्ता ने पूर्व मंे स्वीकृत हो चुके पशु शिविरांे को भी प्राथमिकता से शुरू करवाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर गुप्ता ने पशु शिविरांे का निरीक्षण कर रिपोर्ट भिजवाने, मनरेगा मंे बेरियांे के जीर्णाेद्वार संबंधित कार्य शुरू करवाने एवं महिलाआंे के पेंशन संबंधित आवेदन मंे आवश्यक संशोधन करवाने के संबंध मंे आवश्यक निर्देश दिए। बैठक के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू समेत उपखंड अधिकारी एवं विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
शिविरांे मंे मिलेगा पशु आहारः शिविरांे मंे बड़े पशु को प्रति दिन एक किलो एवं छोटे पशु को आधा किलोग्राम पशु आहार मिलेगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने राजफेड को 55 लाख रूपए अग्रिम राशि के तौर पर जमा करवाए गए है। समीपवर्ती पंचायत समिति मुख्यालय स्थित राजफेड के गोदाम मंे पशु आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। जहां से संबंधित शिविर संचालक को पशु आहार उपलब्ध होगा। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने विकास अधिकारियांे को पशु आहार का उठाव सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।
पशुआंे के टीकाकरण एवं उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करेंःराठौड़
बाड़मेर,17 जून। नोडल अधिकारी संबंधित क्षेत्र मंे संचालित गौशालाआंे एवं पशु शिविरांे मंे संघारित पशुधन संरक्षण के लिए प्रत्येक सप्ताह आवश्यक रूप से भ्रमण करने के साथ टीकाकरण एवं उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ दशरथसिंह राठौड़ ने बाड़मेर जिला मुख्यालय पर पशुपालन विभाग के नोडल अधिकारियांे की बैठक के दौरान यह बात कही।
इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक डॉ दशरथसिंह राठौड़ ने कहा कि जिले मंे पशुओं की अकाल की मौत संबंधित प्रकरणांे की तथ्यात्मक जांच करने के साथ सर्वे एवं उपचार दल बनाकर दो दिन मंे तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने अकाल राहत एवं पशु गणना कार्याें की समीक्षा करने के साथ विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। डॉ राठौड़ ने सभी संस्थाओं में आवश्यक औषधियों एवं टीकों की उपलब्धता सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए। उन्हांेने पशुगणना कार्य में सुपरवाइजर स्तर से बाड़मेर मंे 25 हजार, सिणधरी मंे 22 हजार, चौहटन,रामसर एवं शिव मंे 7-7 हजार, सिवाना मंे 2 हजार तथा बालोतरा मंे 6 हजार हाऊसहॉल्ड फाइनलाइजेशन के बकाया कार्य को 19 जून तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्हांेने वेलिडेशन कार्य सजग होकर करने के निर्देश देते हुए कहा कि नोडल अधिकारी प्रतिदिन पशुगणना कार्य की मोनेटरिंग करते हुए निर्धारित समय सीमा मंे डाटा फाइनलाइजेशन का कार्य पूरा करें। इस दौरान पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ अमीलाल सहारण ने बताया कि गौशालाओं एवं पशु शिविरों में संधारित पशुओं का समय-समय पर भ्रमण कर संबंधित क्षेत्र के पशु चिकित्सा अधिकारियों की ओर से मिनरल मिक्चर वितरण एवं डोजिंग करवाकर उपचार व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। उन्हांेने बताया कि जिले में पशुओं में किसी भी प्रकार का संक्रामक रोग नहीं है। पशुओं में टीकाकरण का कार्य प्रगति पर है। अतिरिक्त निदेशक राठौड़ ने बाड़मेर जिले का भ्रमण कर अकाल की स्थिति का जायजा लिया।
-जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने उपखंड एवं विकास अधिकारियांे को दिए आवश्यक निर्देश।
बाड़मेर,17 जून। बाड़मेर जिले मंे पशुधन संरक्षण के लिए विशेष पैकेज के तहत पशु शिविर खोले जाएंगे। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने पशु शिविर खोलने के लिए ऑनलाइन प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए है।
कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे आयोजित बैठक के दौरान जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने कहा कि बाड़मेर जिले मंे पशुधन संरक्षण के लिए 20 करोड़ रूपए विशेष पैकेज के रूप प्राप्त हुए है। नए दिशा-निर्देशांे के अनुरूप शिविरांे मंे अब समस्त केटेगरी के पशुआंे को लाभांवित किया जाना है। उन्हांेने उपखंड एवं विकास अधिकारियांे को संबंधित ग्राम पंचायतांे के जरिए पशु शिविर खोलने के प्रस्ताव आनलाइन करवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि विभागीय अधिकारी सकारात्मक सोच के साथ कार्य करते हुए अधिकाधिक पशुपालकांे को लाभांवित करवाएं। जिन राजस्व गांवांे मंे पशु शिविरांे की जरूरत है, उनके प्रस्ताव ऑनलाइन करवाएं, ताकि वित्तीय स्वीकृति जारी की जा सके। गुप्ता ने पूर्व मंे स्वीकृत हो चुके पशु शिविरांे को भी प्राथमिकता से शुरू करवाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर गुप्ता ने पशु शिविरांे का निरीक्षण कर रिपोर्ट भिजवाने, मनरेगा मंे बेरियांे के जीर्णाेद्वार संबंधित कार्य शुरू करवाने एवं महिलाआंे के पेंशन संबंधित आवेदन मंे आवश्यक संशोधन करवाने के संबंध मंे आवश्यक निर्देश दिए। बैठक के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू समेत उपखंड अधिकारी एवं विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
शिविरांे मंे मिलेगा पशु आहारः शिविरांे मंे बड़े पशु को प्रति दिन एक किलो एवं छोटे पशु को आधा किलोग्राम पशु आहार मिलेगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने राजफेड को 55 लाख रूपए अग्रिम राशि के तौर पर जमा करवाए गए है। समीपवर्ती पंचायत समिति मुख्यालय स्थित राजफेड के गोदाम मंे पशु आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। जहां से संबंधित शिविर संचालक को पशु आहार उपलब्ध होगा। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने विकास अधिकारियांे को पशु आहार का उठाव सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।
पशुआंे के टीकाकरण एवं उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करेंःराठौड़
बाड़मेर,17 जून। नोडल अधिकारी संबंधित क्षेत्र मंे संचालित गौशालाआंे एवं पशु शिविरांे मंे संघारित पशुधन संरक्षण के लिए प्रत्येक सप्ताह आवश्यक रूप से भ्रमण करने के साथ टीकाकरण एवं उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ दशरथसिंह राठौड़ ने बाड़मेर जिला मुख्यालय पर पशुपालन विभाग के नोडल अधिकारियांे की बैठक के दौरान यह बात कही।
इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक डॉ दशरथसिंह राठौड़ ने कहा कि जिले मंे पशुओं की अकाल की मौत संबंधित प्रकरणांे की तथ्यात्मक जांच करने के साथ सर्वे एवं उपचार दल बनाकर दो दिन मंे तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने अकाल राहत एवं पशु गणना कार्याें की समीक्षा करने के साथ विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। डॉ राठौड़ ने सभी संस्थाओं में आवश्यक औषधियों एवं टीकों की उपलब्धता सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए। उन्हांेने पशुगणना कार्य में सुपरवाइजर स्तर से बाड़मेर मंे 25 हजार, सिणधरी मंे 22 हजार, चौहटन,रामसर एवं शिव मंे 7-7 हजार, सिवाना मंे 2 हजार तथा बालोतरा मंे 6 हजार हाऊसहॉल्ड फाइनलाइजेशन के बकाया कार्य को 19 जून तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्हांेने वेलिडेशन कार्य सजग होकर करने के निर्देश देते हुए कहा कि नोडल अधिकारी प्रतिदिन पशुगणना कार्य की मोनेटरिंग करते हुए निर्धारित समय सीमा मंे डाटा फाइनलाइजेशन का कार्य पूरा करें। इस दौरान पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ अमीलाल सहारण ने बताया कि गौशालाओं एवं पशु शिविरों में संधारित पशुओं का समय-समय पर भ्रमण कर संबंधित क्षेत्र के पशु चिकित्सा अधिकारियों की ओर से मिनरल मिक्चर वितरण एवं डोजिंग करवाकर उपचार व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। उन्हांेने बताया कि जिले में पशुओं में किसी भी प्रकार का संक्रामक रोग नहीं है। पशुओं में टीकाकरण का कार्य प्रगति पर है। अतिरिक्त निदेशक राठौड़ ने बाड़मेर जिले का भ्रमण कर अकाल की स्थिति का जायजा लिया।
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