शुक्रवार, 21 जून 2019

बाड़मेर,शहर से सरहद तक योग का उत्साह, योग को आत्मसात करने का संदेश

बाड़मेर,शहर से सरहद तक योग का उत्साह, योग को आत्मसात करने का संदेश
-अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आदर्श स्टेडियम मंे आयोजित हुआ मुख्य समारोह।


बाड़मेर, 21 जून। बाड़मेर जिले मंे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शहर से सरहद तक योग का उत्साह देखा गया। आदर्श स्टेडियम मंे आयोजित मुख्य समारोह मंे सैकड़ांे लोगांे ने शिरकत कर योगाभ्यास किया। इस दौरान बड़े-बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे, युवक-युवतियां उत्साह के साथ योग करते नजर आए। सीमा सुरक्षा बल के सेक्टर एवं वाहिनी मुख्यालयांे तथा सीमा चौकियांे पर अधिकारियांे, जवानांे एवं उनके परिजनांे ने योगाभ्यास कर आमजन को जीवन मंे योग को अपनाकर स्वस्थ्य रहने का संदेश दिया।
जिला स्तरीय मुख्य समारोह के दौरान योग प्रशिक्षक खेमाराम आर्य एवं हनुमान डउकिया ने सैकड़ांे लोगांे को योगाभ्यास करवाया। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, आयुक्त पवन मीणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कमलेश चौधरी, मेडिकल कॉलेज के पिं्रसिपल डॉ एन.डी.सोनी, आयुर्वेद विभाग के सहायक निदेशक लाला राम विश्नोई, अधीक्षण अभियन्ता हरिकृष्ण, एनसीसी अधिकारी डॉ आदर्श किशोर, सीओ स्काउट योगेन्द्रसिंह, नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा समन्वयक राजेश चौधरी, डॉ नरेंद्र कुमार चौधरी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। मुख्य समारोह के दौरान चिकित्सा विभाग की ओर से आमजन के स्वास्थ्य की निःशुल्क जांच की गई। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा.रणवीर राजपुरोहित ने आमजन को योग को आत्मसात करने एवं समाज तथा विश्व में शांति एवं सौहार्द के प्रसार करने का संकल्प दिलाया। आदर्श स्टेडियम मंे प्रातः 6 बजे से आमजन प्रवेश शुरू हो गया था। इस दौरान पुलिस की ओर से माकूल सुरक्षा इंतजाम किए गए।
सीमा प्रहरियांे ने योगाभ्यास से दिया स्वस्थ्य रहने का संदेशः पश्चिमी सरहद पर तैनात सीमा सुरक्षा बल के जवानांे ने सेक्टर एवं वाहिनी मुख्यालय के साथ सीमा चौकियांे पर योगाभ्यास करके आमजन को स्वस्थ्य रहने के लिए योग को अपनाने का संदेश दिया। सीमा सुरक्षा बल सेक्टर मुख्यालय एवं 50 वीं वाहिनी परिसर मंे उप महानिरीक्षक गुरपालसिंह के निर्देशन में अधिकारियों, जवानों एवं उनके परिजनों ने योगाभ्यास किया। इस दौरान उप महानिरीक्षक गुरपालसिंह ने कहा कि प्रति दिन योगाभ्यास करके हम स्वयं को निरोगी बना सकते है। उन्हांेने कहा कि पूरे विश्व मंे योग के महत्व को समझाने के लिए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। स्वस्थ रहने एवं विभिन्न बीमारियांे से बचाव के लिए जवानांे को नियमित रूप से योग करना चाहिए। उन्हांेने मौजूदा भाग दौड़ की जिन्दगी मंे योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सबको नियमित रूप से योगाभ्यास करने की सलाह दी। इस दौरान कमाडेंट नरेश चतुर्वेद्वी, डिप्टी कमांडेंट एन.के.तिवारी समेत सीमा सुरक्षा बल के विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे। पश्चिमी सरहद पर स्थित सीमा चौकियों पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने योगाभ्यास कर आमजन को जीवन को योग में अपनाकर स्वस्थ रहने का संदेश दिया।
142 वाहिनी मंे आयोजित हुआ योगाभ्यासः पांचवे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य मंे 142 वाहिनी परिसर मंे योगाभ्यास किया गया। इसमें वाहिनी के अधिकारियों एवं जवान शामिल हुए। इस दौरान कमांडेंट कुलवंत कुमार ने योगाभ्यास के फायदांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इसके माध्यम से सामंजस्य एवं शांति प्राप्त की जा सकती है। उन्हांेने कहा कि योगाभ्यास प्रार्थना के मनोभाव के साथ करना चाहिए। ऐसा करने से अधिकाधिक लाभ होगा। इस दौरान मंगलाचरण , सूक्ष्म व्यायाम, ताड़ासान, वृक्षासन, चक्रासन, अर्ध चक्रासन, वज्रासन, वक्रासन, कपालभाति, प्राणायाम, अनुलोम विलोम एवं ओम का उच्चारण किया गया। इस अवसर पर द्वितीय कमान अधिकारी पारसमल जीनगर ने विभिन्न योगासनों के लाभ एवं हानि के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत मंे उपस्थित कार्मिकों ने योग और शांति पाठ के साथ शांति एवं भाईचारे के साथ सबकी खुशहाली के लिए सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया का संकल्प लिया। इधर, बाड़मेर जिले में उपखंड, पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत मुख्यालयांे पर योग दिवस का आयोजन हुआ।
आमजन को करवाए विभिन्न योगासनः जिले मंे विभिन्न स्थानांे पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह के दौरान प्रार्थना के बाद शिथिलीकरण अभ्यास में ग्रीवा, स्कंध, कटि एवं घुटना संचालन कराया गया। इसके बाद खड़े होकर करने वाले ताड़ासन, वृक्षासन, पाद हस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन एवं बैठकर भ्रदासन, वीरासन, अर्ध उष्ट्रासन, शंशाकासन, उत्तानमंडुकासन, वक्रासन तथा उदर के बल लेटने वाले मकरासन, भुंजगासन एवं शलभासन तथा पीठ के बल लेटने वाले सेतुबंधासन, उत्तानपादासन, अर्धहलासन, पवन मुक्तासन समेत कई प्रकार के योगासन करवाए गए।



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