रविवार, 28 फ़रवरी 2016

बाड़मेर आखिर केयर्न इंडिया कमीशनखोरी में पुब्लिक को उल्लू क्यों बना रही हैं।।



बाड़मेर आखिर केयर्न इंडिया कमीशनखोरी में पुब्लिक को उल्लू क्यों बना रही हैं।।


अस्पताल में सजावटी कार्मिक लगाये संस्था के माध्यम से।आज ग्रुप के दबाब में दिखे।।ऐसे चहरे जो कार्य कही और करते हैं हज़ारी अस्पताल में लगते हैं ।ग्रुप फॉर पीपुल्स के आज के राजकीय अस्पताल में श्रमदान और व्यवस्थाएं देखने के कार्यक्रम से केयर्न और अनुबंधित संस्था भारी दबाव में दिखे।कल रात पी एम् ओ केयर्न और संस्था के बीच आवश्यक बैठक होने की जानकारी मिली।केयर्न का दबाव था संस्था पर की सारे नियुक्त कर्मचारी हर हाल में उपस्थित हो।अस्पताल की पूर्ण सफाई हो।।आज जब श्रमदान शुरू किया गया।बाहरी सफाई के पश्चात् अस्पताल के अंदर मानो हर वार्ड में सफाई चल रही थी।आज दिन तक जो शौचालय बन्द पड़े थे सफाई के आभाव में ना केवल खोले गए साफ़ भी किये।कई महीनो से बन्द पड़ा कार्डिल्योजी वार्ड भी आज खोल गया बाकायदा सफाई हुई।सबसे गंदे वार्ड स्त्री रोग और शिशु रोग वार्ड भी आज चमके।।एक दिन की सफाई से अस्पताल का नज़ारा बदला।ग्रुप के सामजिक मुद्दों से जुड़े होने का दबाव साफ़ दिखा।मगर अस्पताल की छतो पर लगी दो दर्जन पानी की टंकिया,छतो पे बिखरी शराब की बोतले कुत्तो की गन्दगी सारा किस्सा बयान कर रही थी।।ग्रुप सदस्यों ने छतो की सफाई करीने से की।।छतो पर पड़ी गन्दगी जहाँ एक पल खड़ा रहना मुश्किल होता हे को साफ़ किया।।मेडिकल दुकानों के आसपास सेकड़ो टन कचरा हटाया ।आखिर किराए के सफाईकर्मी एक दिन सफाई कर गए।यह सफाई अगर नियमित होती हे तो किसी को इस कार्य के लिए जाने की जरुरत नही।मगर इस दिखावटी व्यवस्था पर पी एम् ओ ने भी दुखड़ा रोया।।उन्होंने जरूर कहा की आपने दूसरी संस्थाओ की तरह हमे बताया क्यों नही।।हम आपका स्वागत करते।।ग्रुप ने साफ़ कहा की हम जन हित में श्रमदान करने आये थे किसी पर धौंस ज़माने नही।हमे जरुरी नही लगा की आप लोगो को बताये ।हमने अपना काम किया।पी एम् ओ भी ग्रुप की सकारात्मक सोच के कायल हुए।।बात व्ही रूकती हैं की जिस संस्था की शिकायत खुद पी एम् ओ ने की ।जिन्हें नियमित और पुरे सफाई कर्मी न लगाने पर नोटिस जारी किये ।आखिर पुनः उनकेक्सथ अनुबन्ध कैसे हुआ ।इस संस्था ने अपना अनुबंध सब टेंडर जिसे स्थानीय भाषा में पेटी कॉन्टेक्ट कहते हे दिया हुआ हे।जो अपनी मनमर्जी करते हैं।पी एम् ओ का इन पर कोई नियंत्रण नही।यह केसी व्यवस्था।अस्पताल में काम करे उस पर पी एम् ओ का नियंत्रण नही।इस सन्स्था में कुछ उन कार्मिको के नाम हज़ारी रजिस्टर में चल रहे जो रेन बसेरा अस्पताल में कार्यरत हैं एक व्यक्ति दो स्थानों पर उपलब्ध। केयर्न के कोई सुंदरम हे जिनकी इस संस्था से अच्छी सांठ गांठ हे।राजनीती वर्चस्व वाली यह संस्था अपने कर्तव्य के प्रति जवाबदेही नही निभा रही। जिला प्रशासन और केयर्न को इस संस्था के कार्मिको और चिकित्सको को पी एम् ओ के नियंत्रण में देना चाहियेताकि अस्पताल में नियमित और व्यवस्थित सफाई व्यवस्था हो ।केयर्न द्वारा संस्था के माध्यम से नियुक्त चिकित्सको को एक गाडी भी उपलब्ध करा राखी हे।जो आज तक इन चिकित्सको को नही दिखी।।आने वाले दिनों में केयर्न और संस्था की मिलीभगत को बेनकाब भी करने का काम करेगा ग्रुप।जनता के पैसे का दुरूपयोग हर जगह।।केयर्न शायद बड़मेट की भोली भली जनता को सही पकडे हैं।जिला प्रशासन को मोनिटरिंग के लिए अपना अधिकारी नियुक्त करना चाहिए।।अस्पताल के बाहर अतिक्रमियों की फौज खड़ी हैं।केन्टीन में प्लास्टिक और पॉलीथिन में सामन देने के कारन सर्वाधिक गंदगी फैलती हैं बाहर की और शौचालय बना हुआ हे जहा व्यक्ति खड़ा नही रह सकता।।गन्दगी इतना की दो मिनट कोई वहां खड़ा रहे तो बेहोश होगा।।वार्डो में एक दिन की सफाई तो हो गयी।इसे नियमित कैसे करे ताकि मेरा बाड़मेर का यह जीवन रक्षक स्थान साफ़ सुथरा और आदर्श दिखे। मानवीय कार्यो में बेईमानी कर संस्था अपना उल्लू सीधा कर रही हैं।केयर्न को चाहिए सॉलिड मोनिटरिंग करे ।।यह कमीशन के तले होने की संभावना नही। BNT@####

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